छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गठित की गई उच्च स्तरीय कमेटी ने अपनी एक जांच में पाया है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी आदिवासी समुदाय से नहीं आते हैं। कमेटी ने जोगी का अनुसूचित जनजाति का होने से इनकार कर दिया है। कमेटी का कहना है कि जोगी संवैधानिक जाति का लाभ प्राप्त नहीं कर सकते हैं क्योंकि वे कंवर जाति से ताल्लुक नहीं रखते हैं। सरकार द्वारा इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाया जाए। वहीं इस मामले की रिपोर्ट अजीत जोगी को भी भेजी गई है जिसके बाद जोगी इसके खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था तब से ही अजीत जोगी के आदिवासी जाति से होने पर सवाल खड़े होते रहे हैं। उनके राजनीतिक दुश्मनों ने इस मामले की याचिका कोर्ट में दाखिल की जिसमें कहा गया कि जोगी का परिवार बिना एसटी कोटे में आए हुए इसका लाभ ले रहा है। कोर्ट में इस मामले को लेकर दो अलग-अलग याचिका दाखिल होने के बाद उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। इस मामले के सामने आने के बाद अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी की विधायकी भी खतरे में पड़ सकती है। छत्तीसगढ़ गठन के बाद कांग्रेस सरकार ने अजीत जोगी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था। इसके बाद से ही बीजेपी जोगी की जाति को लेकर उनपर सवाल उठाती रही है।
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