सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में गूंजे भोलेनाथ के जयकारे, शिवभक्तों का उमड़ा सैलाब

लखनऊ : भगवान शिव की आराधना का पावन सावन माह आज से शुरू हो गया है। आज पवित्र सावन माह का पहला सोमवार है, जो देवाधिदेव महादेव की पूजा आराधना के लिए बेहद खास माना जाता है।आज से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई और देश भर के शिव मंदिरों में भोलेनाथ के जयकारे गूंज रहे हैं।

लखनऊ का मनकामेश्वर मंदिर

गोमती नदी के तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर में रात्रि 12 बजे के बाद से ही शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। सावन के विशिष्ट पर्व पर कई दिनों से मंदिर को सवार जा रहा था। बताते है कि यहां शिव से मांगी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।भोले बाबा कभी भी अपने भक्तों को निराश नहीं करते।लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बने मनकामेश्वर मंदिर में तो महादेव अपने भक्‍तों की सभी इच्‍छाएं पूरी कर देते हैं। डालीगंज में गोमती नदी के बाएं तट पर शिव-पार्वती का ये मंदिर बहुत सिद्ध माना जाता है। कहा जाता है कि माता सीता को वनवास छोड़ने के बाद लखनपुर के राजा लक्ष्मण ने यहीं रुककर भगवान शंकर की अराधना की थी, जिससे उनके मन को बहुत शांति मिली थी। उसके बाद कालांतर में मनकामेश्वर मंदिर की स्थापना कर दी गई।

झारखंड का बाबा वैद्यनाथ धाम

झारखंड के बाबा वैद्यनाथ धाम में देश के कोने-कोने से शिवभक्त आए हैं.कोई कांवड़ लेकर आया है तो कोई सिर्फ बाबा के दर्शन करने। कई भक्तों ने तो आधी रात को ही बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक कर लिया है।

उज्जैन का ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर धाम

उज्जैन के महाकालेश्वर में सुबह चार बजे भस्म आरती हुई. भीड़ ऐसी कि महाकाल मंदिर से लेकर क्षिप्रा नदी के किनारे तक महाकाल के भक्त ही भक्त दिखाई दिए। सावन का ये पहला सोमवार है, इसलिए कोई भी भक्त इस खास मौके से पीछे नहीं रहना चाहता है।वाराणसी का ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ

वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए गंगा घाट से लेकर मंदिर तक भोले के भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी। प्रशासन ने भारी भीड़ को देखते हुए सावन के सोमवार पर नर्सरी से इंटरमीडिएट तक के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।

अगस्त को सोमवार के दिन ही खत्म होगा सावन

वैद्यनाथ धाम, उज्जैन और वाराणसी की तरह देश के सभी बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। हरिद्वार में भी हजारों की तादाद में शिव भक्त कांवड़ लेने पहुंचे हैं. इस बार का सावन बेहद खास है। क्योंकि इस साल सावन सोमवार से शुरू हुआ है और सात अगस्त को सोमवार के दिन ही खत्म होगा और महीने भर भोलेनाथ के जयकारे गूंजते रहेंगे।

 

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