स्टिंग में दावा- योगी राज में बड़ा भ्रष्टाचार, बैन के बावजूद 80 लाख में डॉक्टर बनाने की डील कर रहे कॉलेज

उत्तर प्रदेश में बैन के बावजूद कुछ कॉलेज डॉक्टर बनाने के लिए डील कर रहे हैं। इसके लिए 80 लाख रुपए तक लिया जा रहा है। इस बात का खुलासा इंडिया टुडे के स्टिंग में हुआ है। स्टिंग के मुताबिक, यूपी के वेंकेटेशवर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, सहारनपुर के ग्लोकल मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर और कृष्णा मोहन मेडिकल कॉलेज, मथुरा में पैसे लेकर MBBS में एडमिशन देने का काम गुप-चुप तरीके से चल रहा है। दरअसल, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने 32 इंस्टिट्यूट पर बैन लगा दिया था। बैन के ना हटने तक ये इंस्टिट्यूट किसी भी स्टूडेंट को मेडिकल की पढ़ाई के लिए दाखिला नहीं दे सकते। बावजूद इसके, ये तीनों इंस्टिट्यूट स्टूडेंट को ले रहे थे।

कृष्णा मोहन मेडिकल कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज ने कथित रूप से सीट बुक करने के लिए पांच लाख रुपए मांगे। वहीं ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के एक अधिकारी ने MBBS के पूरे पैकेज के लिए 80 लाख रुपए लेने की बात कही।

कॉलेजों के प्रिंसिपल और डायरेक्टर ने एडमिशन की बात को नकार दिया। कहा गया कि कोई एडमिशन नहीं लिया जा रहा और ना ही कोई फॉर्म बांटे गए। प्रिंसिपल का कहना था कि कोर्ट के ऑर्डर का इंतजार है और उसके बाद ही एडमिशन लिया जाएगा। वहीं स्टिंग में शख्स ने कथित रूप से कहा कि कोर्ट में मामला है लेकिन दाखिले हो रहे हैं।

क्यों लगा हुआ है बैन: MCI ने मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण किया था। इसमें कई में बेड कम थे, कहीं डॉक्टर्स की कमी थी। फिर बैन लगने के बाद कॉलेजों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि कॉलेजों को एक बार फिर से देखा जाना चाहिए। लेकिन तबतक एडमिशन पर बैन है। लेकिन फिर भी गैर कानूनी तरीके से दाखिले दिए जा रहे हैं।

 

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