हिरासत में लिए गए अखिलेश यादव, सपा नेताओं की पिटाई के विरोध में जा रहे थे औरैया

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के औरया में समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक प्रदीप यादव और सपा कार्यकर्ता की पिटाई का विरोध करने जा रहे अखिलेश यादव हिरासत में लिए गए हैं. पुलिस ने अखिलेश को उन्नाव के हसनगंज से हिरासत में लिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि यूपी पुलिस ने मीडिया के कैमरे बंद करवाकर सपा कार्यकर्ताओं की बेरहमी से पिटाई की. वे इसी का विरोध करने के लिए एक्सप्रेस वे के रास्ते औरैया जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें रोक लिया गया. पुलिस ने उन्हें भौराह कृषि विज्ञान केंद्र में रखा है. बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के नामांकन के दौरान पुलिस और सपा समर्थकों के बीच तीखी झड़प हो गई थी. आरोप है कि बीजेपी के गरौठा विधायक की गाड़ी के मुख्यालय में घुसने को लेकर बवाल हुआ.  पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. फायरिंग और लाठी चार्ज भी किया.

इस घटना के बाद बुधवार शाम को ही अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है. आरोप लगाया कि पुलिस ने मीडिया के कैमरे बंद करवाकर सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव की बेरहमी से पिटाई की. चोटिल सपा नेता प्रदीप यादव गुरुवार तड़के अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे. इसके बाद अखिलेश यादव भी उनके साथ औरैया लौट रहे थे.

इस वजह से शुरू हुआ विवाद: औरैया जिला मुख्यालय ककोर में बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए  बीजेपी से दीपू सिंह और समाजवादी पार्टी से सुधीर यादव उर्फ कल्लू सिंह का नामांकन होना था. दीपू सिंह का नामांकन जैसे ही सम्पन्न हुआ सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भाजपा वालों का साथ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. देखते ही मामला इतना बढ़ गया कि उग्र सपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए. आगजनी और पथराव के बीच पुलिस ने हालात नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. एसपी संजीव त्यागी के अनुसार स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन काबू में है.

जिला पंचायत के नामंकन में सपा प्रत्याशी के समर्थन में औरैया पहुंचे इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी के पूर्व  जिलाध्यक्ष राजीव यादव और उनके समर्थकों को औरैया पुलिस ने रोका तीखी झड़प के बाद अंशुल यादव, राजीव यादव अपने समर्थकों के साथ ककोर मुख्यालय पहुंच गए. इसके साथ ही कई सपा एमएलसी भी ककोर मुख्यालय पहुंचे. स्थिति तनावपूर्ण हो गई. अंशुल यादव ने पुलिस पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप गया.

नामांकन के दौरान पुलिस और समाजवादी पार्टी समर्थकों के बीच तीखी झड़प हुई. बीजेपी के गरौठा विधायक की गाड़ी के ककोर मुख्यालय में घुसने को लेकर यह सब शुरू हुआ. सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग करते हुए भीड़ को तितर बितर किया. बीच में हालात इतने खराब हो गए कि सपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर खड़े वाहनों में आग तक लगा दी. बवाल में सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हंगामा करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया. 

 

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