112 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी, CRPF कमांडैंट चेतन चीता सहित 5 वीरों को कीर्ति चक्र

नई दिल्ली: सेना और अद्र्धसैनिक बलों के 112 कर्मियों को इस साल के वीरता पुरस्कारों के लिए चुना गया है। 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन पुरस्कारों की घोषणा को मंजूरी दी। सेना के 2 जवानों और सी.आर.पी.एफ. के एक कमांडैंट को मरणोपरांत शांतिकाल के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र के लिए चुना गया है।

असाधारण वीरता और जीवटता के लिए सी.आर.पी.एफ. के कमांडैंट चेतन चीता को भी कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा। इस वर्ष 5 कीर्ति चक्र, 17 शौर्य चक्र और 85 सेना मैडल (वीरता), 3 नौसेना मैडल (वीरता) और 2 वायुसेना मैडल (वीरता) का ऐलान किया गया है। शांति काल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र के लिए कोई ऐलान नहीं हुआ है। गोरखा राइफल के हवलदार गिरीश गुरंग और नागा रैजीमैंट के मेजर डेविड मेनलुन और सी.आर.पी.एफ. के कमांडैंट प्रमोद कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र देने की घोषणा हुई है। गढ़वाल राइफल के मेजर प्रीतम सिंह कुंवर को भी कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा। हवलदार गुरंग ने कुपवाड़ा में आतंकवाद रोधी ऑप्रेशन के दौरान शहादत दी थी। वहीं मेजर मेनलुन नागालैंड में 8 जून को उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए थे।

मेजर कुंवर को 25 मई को जम्मू-कश्मीर में हुई मुठभेड़ में 3 आतंकियों को मार गिराने के लिए कीर्ति चक्र देने की घोषणा हुई है। सी.आर.पी.एफ. के कमांडैंट चेतन चीता जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिर में गोली लगने से वह  कोमा में चले गए थे लेकिन असाधारण वीरता के बाद असाधारण जीवटता दिखाते हुए वह मौत को मात देने में सफल रहे। तटरक्षक बल कर्मियों के लिए 4 राष्ट्रपति तटरक्षक वीरता पुरस्कार और 2 तटरक्षक सेवा मैडल का भी ऐलान हुआ है।

 

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