2019 के चुनाव में मोदी-शाह अपने 100 ऐसे सांसदों के टिकट काट देंगे ?

282 भाजपा सांसदों में से 100 सांसद ऐसे हैं जो उम्र और प्रदर्शन की कसौटी पर खरे न उतर पाने के कारण 2019 में चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

नई दिल्ली : तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी अपने 100 सांसदों के टिकट काट देगी। अख़बार डीएनए में छपी एक रिपोर्ट की माने तो 282 भाजपा सांसदों में से ये वो 100 सांसद हैं जो उम्र और प्रदर्शन की कसौटी पर खरे न उतर पाने के कारण 2019 में चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। सूत्रों का मानना है कि पार्टी चुनाव जीतने की संभावना वाले नेताओं और अच्छा प्रदर्शन करने वाले सांसदों को टिकट देने का आधार बनाएगी।

कहा जा रहा है कि इस नियम से पार्टी के 30 से 40 प्रतिशत सांसदों पर इसका असर पड़ना तय है। उम्मीदवारों का उनके निर्वाचन क्षेत्रों, संसद में प्रदर्शन और प्रधानमंत्री मोदी की प्रमुख योजनाओं जैसे स्वच्छ भारत अभियान, जन धन योजना, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया और हाउसिंग फॉर ऑल को बढ़ावा देने और कार्यान्वयन में उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जाएगा।

पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पहले ही 2019 में 360 से अधिक सीटें जीतने के लिए रोडमैप बनाया है।साथ ही शाह ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक और उत्तर-पूर्व के राज्यों की 150 सीटों का चयन किया है जिनपर पार्टी 2014 में चुनाव हार गई थी। मोदी और शाह ने हाल ही में गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे अपनी सत्ता वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मुलाकात की थी।

राज्यसभा और लोकसभा सांसदों में मुकाबला बीजेपी के ज्यादातर मंत्री राज्यसभा से हैं और उन्हें लोगों द्वारा निर्वाचित नहीं किया गया। जिनमे अरुण जेटली, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, थावर चन्द गहलोत, स्मृति ईरानी, ​​सुरेश प्रभु, प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेंद्र प्रधान, चौधरी बिरेंद्र सिंह और मुख्तार अब्बास नक्वी शामिल हैं।

इसकी तुलना में 15 कैबिनेट मंत्री ऐसे हैं जो लोकसभा से निर्वाचित प्रतिनिधियों में से हैं। इनमें राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, अनंत कुमार, उमा भारती, डीवी सदानंद गौड़ा, डॉ. हर्षवर्धन, रामविलास पासवान, मेनका गांधी, अनंत गीते, हरसिमरत कौर, अशोक गजपति राजू, नरेंद्र सिंह तोमर, जुआल ओराम और राधा मोहन शामिल हैं।

 

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