पीईटी- 2022 के अभ्यर्थियों ने अव्यवस्थाओं की दी ‘अग्निपरीक्षा’

( रिपोर्ट -अरुण सिंह चंदेल,एडिटर इन चीफ फोर्थ इंडिया न्यूज़ )

उत्तर प्रदेश,लखनऊ 17 अक्टूबर 2022, उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की प्रारंभिक अहर्ता टेस्ट (पीईटी) 2022 में परीक्षा केंद्र का चयन करने वाले अधिकारियो की लापरवाही साफ़ देखने को मिली।

अभ्यर्थियों को घर से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए जो जहमत उठानी पडी वो शायद इतिहास में दर्ज़ हो गयी है।पीईटी परीक्षा के पहले दिन अफरातफरी में ही एक अभ्यार्थी की मौत हो गयी थी,बताया जाता है कि बहराइच सीतापुर पर एक्सीडेंट में एक पीईटी उम्मीदवार की मौत हुई.।अभ्यार्थीं एक जिले से दूसरे ज़िले में जाने के साधन बस ,ट्रैन,गाड़िया आदि सब भीड़ से भरमार थी। दो दिन पहले से ही चौ तरफ़ा अभ्यर्थियों की भीड़ की वजह से रेलवे स्टेशनों में तिल रखने की भी जगाह नहीं दिखाई दे रही थी। सरकार की सारी की सारी तैयारी धरी की धरी रह गयी। 

आइये आपको बताते चले कि दो दिन में 25 लाख उम्मीदवारों ने दी परीक्षा, 12 लाख से अधिक अभ्यर्थियों  ने परीक्षा छोड़ी। परीक्षा शनिवार और रविवार को आयोजित की गई.थी , इस परीक्षा के लिए जरिए उप्र राज्य में ग्रुप सी और डी के पदों को भरा जाता है, इसके लिए किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बस 12वीं पास होना चाहिए। पीईटी 2022 परीक्षा के लिए कुल 37, 58, 209 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, दो दिन आयोजित परीक्षा में कुल 25,11,968 उम्मीवार शामिल हुए, जबकि 12,46,241 उम्मीदवारों ने परीक्षा छोड़ दी थी।पीईटी 2022 परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 28 जून से शुरू हुई थी और आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई थी. लेकिन बाद आवेदन करने की अंतिम तिथि को 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया था। प्रश्न पत्र ऑब्जेक्टिव था, जो 2 घंटे में 100 प्रश्न करने थे। माइनस मार्किंग भी थी। 

 अनेक जिलों से आए अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए मॅहगें साधन व धक्को को झेलने पड़े । इन सब परेशानियों की सबसे अधिक भुक्त भोगी  महिला अभ्यर्थियों रही। रेलवे व बस यात्रा के दौरान बैठने को नहीं मिला और परीक्षा केंद्र की सही जानकारी न मिलने के कारण वहां तक पहुंचने के लिए कई जगहों पर भटकना पड़ा। वैसे तो परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा जो अव्यवस्थाओं सहन करी वही ‘अग्निपरीक्षा’ है ऐसा इन सब लोगो के अभिभावक,तैनात पुलिस वाले व इनविजिलेटर कह रहे थे।, ख़ास बात यह है कि बस,ट्रेन व ट्रक में धक्के खाकर कुछ तो सारी रात यात्रा करपरीक्षा केंद्र पहुंचे। 

कई ऐसे भी थे, जिनके पास रोजगार पाने की ललक ने कठिन घड़ी पार करने की शक्ति तो दी पर ट्रैन ,बस व कोई साधन खाली नहीं मिला और परीक्षा छूट गई। अभ्यर्थियोंका कहना हे कि ट्रेन में कंफर्म टिकट होने केबावजूद जबरदस्त भीड़ थी, खड़े होकर सफर तय करना पड़ा ।परीक्षा कलंदरों के आस-पास रिक्शा व ऑटो वालों ने मन मने पैसे – रुपये वसूले । 

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