दक्षिण पश्चिम मानसून पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, हिमालय से सटे पश्चिम बंगाल और मेघालय में व्यापक रूप से सक्रिय रहा। पूर्वोत्तर भारत और पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, तटीय कर्नाटक और कोंकण गोवा में भी सक्रिय मॉनसून के चलते सामान्य बारिश हुई है।
बीते 24 घंटों के दौरान कानपुर में 112 मिलीमीटर बारिश हुई। गया में 107, चेरापुंजी में 99, बांदा में 93 और सुपौल में 91 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई.
अब तक मॉनसून का प्रदर्शन सामान्य से बेहतर रहा है और 4 जुलाई तक देश भर में सामान्य से 6 फीसद अधिक बारिश हुई है। देश के अलग-अलग हिस्सों में अब तक की बारिश देखें तो उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 46 प्रतिशत और दक्षिण भारत में सामान्य से 2 फीसद अधिक बारिश हुई है। जबकि पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 11 प्रतिशत कम मॉनसून वर्षा हुई है।
मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय बाड़मेर, सीकर, सोनीपत, शिमला, ऊना और जम्मू में है
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों, बिहार, मेघालय तथा त्रिपुरा में मॉनसून सबसे अधिक प्रभावी होगा। इन भागों में मूसलाधार वर्षा हो सकती है। तटीय कर्नाटक, कोंकण-गोवा, उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी सक्रिय मॉनसून के चलते अच्छी बारिश की संभावना है। हिमालय से सटे पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के तराई क्षेत्रों में भी मॉनसून सक्रिय रहेगा और इन भागों में अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, केरल, झारखंड, छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल और आंतरिक ओड़ीशा में सामान्य मॉनसून बारिश होने की संभावना है। मुंबई और कोलकाता में हल्की से मध्यम मॉनसूनी बौछारें गिर सकती हैं जबकि दिल्ली में बारिश के आसार बहुत कम हैं।
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