Ads में दिखाई जाने वाली हर बात अगर सच होती, तो ये 62 Ad इस तरह बैन न होते

चाहे आप दिन भर फ़ोन में लगे रहते हो या फिर टीवी की दुनिया में खोना पसंद करते हों, एक चीज़ जो कभी पीछा नहीं छोड़ती, वो हैं Ads. अक्सर Ads आते वक़्त या तो चैनल चेंज कर दिया जाता था या फ़ोन को आगे Scroll कर दिया जाता था. लेकिन कुछ Ad ऐसे भी होते हैं, जो इतने कम समय में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहते हैं. कुछ इतने अच्छे होते हैं कि भूल नहीं पाते, तो कुछ इतने बुरे कि न चाह कर भी याद आ ही जाते हैं.

हाल ही में Advertisements पर नज़र वाली बॉडी, ASCI ने कुछ Ads Ban किये, जो या लोगों ASCI के तय मानकों पर खरे नहीं उतर रहे थे या फिर लोगों को भ्रमित कर रहे थे. Ban किये ये Ads अलग-अलग Category के थे. कुछ तेल-साबुन के Ad थे, जिनके दावे झूठे निकले.

चलिए बताते हैं, कौन-कौन से थे ये Banned Ads:

हमदर्द का साफ़ी

इस आयुर्वेदिक Preparation का दवा था कि ये लीवर और थायरॉइड को सपोर्ट देती है. विशेषज्ञों की राय के बाद ये कहा गया कि इस Claim को कंपनी क्लिनिकली प्रमाणित नहीं कर पायी.

Alchem International Pvt. Ltd.

ये कंपनी कोल्ड और फ़्लू के लिए दवा बनाती है. इनका दावा था कि 3 दिन के अंदर ये शरीर में बैक्टीरिया 83% कम कर देंगे. जांच में पाया गया कि ये फ्लू और कोल्ड के ख़िलाफ़ इतना ताकतवर नहीं है, जितना क्लेम किया गया.

पेप्सिको

इनके Ad में इस्तेमाल किये गए Disclaimer/ चेतावनी का में शब्द इतनी छोटे थे कि वो पढ़े नहीं जा सकते थे. इसे लेकर ASCI की एक तय लिमिट है, ये उससे काफ़ी कम था, इसलिए इसे हटा दिया था.

Coconut Development Board (नारियल तेल)

इसके Ad में कहा गया कि ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और इसमें फाइबर और विटामिन है. ये दावे भी क्लीनिकल टेस्ट में साबित नहीं किये जा सके.

Coca Cola (Fanta)

इसके Disclaimer में जो भाषा लिखी हुई थी, वो इसके Audio, यानि जिस भाषा में ये Ad बना था, उसमें नहीं थी. ये भी ASCI के रूल के ख़िलाफ़ था.

Emami Ltd (केश किंग तेल और केश किंग शैम्पू)

इस ब्रैंड ने भी बड़े-बड़े दावे किये थे, जिनमें से काफ़ी कुछ भ्रामक निकले. इस ब्रैंड को जिस सेलेब्रिटी (जूही चावला) ने Endorse किया था, उसने भी इसके Ad में कुछ ऐसी बातें कहीं, जिनके दावे झूठ निकले. साथ ही Celebrity ने ये बातें कही हैं या वो इन्हें मानता है, इसका भी ब्रैंड के पास सबूत नहीं था. केश किंग के शैम्पू के Ad में एक कस्टमर इसकी तुलना बाकी शैम्पू से करते हुए इसे बेहतर बता रहा था, जबकि ऐसा साबित न हो सका.

Lotus Herbals (Lotus Safe Sun UV Screen Matte Gel)

इसका दावा था कि इस Gel से UVA, UVB रेज़ और स्टेडियम की फ्लडलाइट से प्रोटेक्शन मिलेगा, लेकिन टेस्ट में ये क्लेम साबित नहीं हो पाया.

हिदुस्तान यूनिलीवर Ltd. (Ayurvedic Anti-Dandruff Ayush Shampoo)

इस शैम्पू के तमिल Ad में ये कहा गया था, डैंड्रफ़ एक समस्या है लेकिन उसके लिए एंटी-डैंड्रफ़ शैम्पू इस्तेमाल करने से बाल झड़ने लगते हैं. इस Communication को इस तरह से लिया गया कि डैंड्रफ़ के लिए एंटी-डैंड्रफ़ शैम्पू का इस्तेमाल करते हुए लोगों में बाल झड़ने का डर रहता है. इस बात का कोई एविडेंस न होने के कारण इसे ग़लत माना गया.

Voltas Ltd. (Voltas All Star Inverter AC)

इसके Disclaimer के लिए लिखे शब्दों का साइज़ भी तय मानक से कम था.

Bharat Petroleum Corp Ltd.

इनके Ad में BP के मोबिल ऑइल Speed का इस्तेमाल करने की बात कही गयी थी कि इसे इस्तेमाल करने से Emission कम होगा लेकिन ऐसा कुछ भी प्रूव न हो सका.

Times Network Ltd (Times Now)

इस चैनल ने ख़ुद को जिस हिसाब से नंबर वन कहा, वो Broadcast Audience Research Council (BARC) के हिसाब से ठीक था, लेकिन इसके लिए इन्होने जो नंबर दिखाए, वो ग़लत और भ्रामक थे.

इन सभी ब्रैंड्स के Ad Ban हो जाने के बाद या तो इन्हें हटा दिया जाएगा या फिर इन्हें तय मानकों के हिसाब से बदला जाएगा.

अब इतना कुछ पढ़ लिया, तो ये भी समझ गए होगी कि Ad में दिखाई हर बात सही नहीं होती, चाहे वो आपका Favorite हीरो या स्पोर्ट्स स्टार ही क्यों न कहे!

 

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