आज के हिंदी/अंग्रेजी अख़बारों के संपादकीय: 29, मार्च 2018
जनसत्ता खापों पर शिकंजा दूसरी जाति या धर्म में दो बालिगों की शादी को लेकर सर्वोच्च अदालत ने जो फैसला सुनाया है, वह ऐतिहासिक है। यह फैसला इसलिए भी महत्त्वपूर्ण […]
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जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी से डेढ़़ साल से लापता छात्र नजीब अहमद की मां फ़ातिमा नफ़ीस ने अपने बेटे का नाम इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठन से जोड़े जाने के मामले […]
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के घोटाले के बाद संकट में आए पंजाब नेशनल बैंक पर ‘डिफॉाल्टर’ घोषित होने की तलवार लटक रही है। अगर 31 मार्च तक उसने एक […]
नवभारत टाइम्स राज्यसभा में राहत यूपी-बिहार की तीन अहम लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के ठीक बाद आए राज्यसभा चुनाव नतीजे बीजेपी के लिए कुछ राहत जरूर लाए हैं। वोटरों […]
अगर आप मीडिया के बड़े हिस्से के सत्ता चारण हो जाने से हैरान हैं तो वजह अब साफ़ हो जानी चाहिए। दरअसल मीडिया की ताक़त समझने वाले प्रधानमंत्री मोदी कोई […]
फिल्म पद्मावत पर उठे विवाद और उसके बाद कई राज्यों में फैली हिंसा टेलीविजन पर प्राइम टाइम की सबसे बड़ी खबर थी और शायद ऐसा ठीक ही है। कानून व्यवस्था […]