
इंदौर।यदि आप वॉट्सऐप पर अननोन नंबर पर चैटिंग करते हैं तो सावधान रहें। मप्र के इंदौर में युवतियों की एक ऐसी वॉट्सऐप गैंग सक्रिय है जो बहाने से आपका नंबर या किसी वॉट्सऐप ग्रुप से आपका नंबर लेकर पहले मैसेज करेंगी, फिर दोस्ती कर चैटिंग के जरिए मिलने बुलाएंगी। जब आप मिलने जाओगे तो वह अपने गुंडे साथियों के साथ मिलकर आपको लूट लेंगी। ऐसी एक गैंग को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। इसमें एक युवती सहित उसके दो बदमाश हाथ आए हैं। गैंग की तीन लड़कियां और तीन लड़के अभी फरार हैं।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र को सूचना मिली थी कि शहर में भोले-भाले लोगों को वॉट्सऐप के जरिए चैटिंग कर दोस्ती के जाल में फंसाने वाली युवतियां कुछ बदमाशों के साथ मिलकर लूट की वारदात कर रही हैं। इस गैंग ने थाना लसूड़िया, बाणगंगा और खुड़ैल में तीन लोगों को इसी तरह लूटा था।
– डीआईजी ने गिरोह की धरपकड़ के लिए एसपी हेड क्वार्टर मोहम्मद युसुफ कुरैशी और एएसपी क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया। क्राइम ब्रांच ने बाणगंगा इलाके के लिस्टेड गुंडे सचिन उर्फ चीना पिता गजेंद्र सिंह ठाकुर (19) निवासी साईं सुमन नगर, गिरोह में शामिल युवती कोमल पिता संजय दानपुने (19) निवासी कुशवाह नगर और साथी अर्जुन को गिरफ्तार किया है। इस गैंग के छोटे उर्फ सुंदरम, भूरा, पिंटू, पायल और दो अन्य लड़कियां अभी फरार हैं।

अमीर लड़कों को करती थीं टारगेट
– एएसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया आरोपी चीना कोमल के साथ कैटरिंग में जॉब दिलाने के बहाने कई लड़कियों को अपनी गैंग में शामिल कर चुका है। ये लड़कियों की अमीर लड़कों को टारगेट कर दोस्ती करवाते थे। लड़कियां नंबर लेकर पहले वाट्सएप पर चैटिंग करती फिर मिलने बुलाती थी।
– पहली बार युवक मिलने आता तो ये उसकी रैकी करते और दूसरी मुलाकात किसी सुनसान जगह में कराते थे। जैसे ही युवक-युवती साथ में होते वैसे ही गैंग के दूसरे सदस्य उन्हें दबोच लेते। फिर लड़की से छेड़छाड़ की रिपोर्ट करवाने का बोल धमकाते और घड़ी, चेन, अंगूठी, मोबाइल, पर्स और वाहन लूट लेते। कई पीड़ित तो रिपोर्ट भी नहीं करते। गैंग से छह लाख का माल बरामद किया है। गैंग ने छह वारदात करना कबूला है।
WhatsApp पर दोस्ती कर युवाओं को मिलने बुलाने और फिर लूट करने वाली गैंग के बदमाशों ने शहर में 100 लोगों से मोबाइल झपटना भी कबूला है। इनमें से कइयों ने तो पुलिस को रिपोर्ट तक नहीं लिखवाई। पुलिस का कहना है कि उन्होंने ऐसा शर्म के कारण नहीं किया, क्योंकि यदि वो पुलिस के पास आते तो उनकी पोल खुल जाती।

– लुटेरी गैंग का खुलासा होने के बाद क्राइम ब्रांच लगातार तीन मास्टरमाइंड युवतियों सहित तीन बदमाशों की तलाश में जुटी है। तीनों युवतियां और उनके साथी बदमाश घरों पर ताले लगाकर भाग गए हैं। 6 माह से ये गैंग इसी तरह से युवतियों के जरिए युवाओं को फांस कर उनसे लूट कर रही है। अब तक 11 लोगों के साथ ये वारदातें कर चुके हैं। इनमें से एक व्यापारी ने ही पुलिस को केस दर्ज करवाया है।
– एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया केटरिंग व्यवसाय की आड़ में भोले-भाले लोगों को WhatsApp के जरिए चेटिंग कर दोस्ती के जाल में फंसाने वाली युवतियों की गैंग के बदमाश सचिन उर्फ चीना ठाकुर, युवती कोमल पिता संजय दानपुने और अर्जुन ने प्राथमिक पूछताछ में शहर में 10 से 11 वारदातें करना कबूला है। वहीं ये गैंग शहर के अलावा आस-पास के शहरों में भी करीब 100 से ज्यादा लोगों से मोबाइल व पर्स छीन चुकी है। शर्म के मारे अधिकांश ने रिपोर्ट ही नहीं की। क्योंकि ऐसा करने पर उनके परिजन, दोस्तों को उनका लड़कियों से इस प्रकार मिलना पता चल जाता। वे अपनी हंसी और बदनामी के डर से अन्याय होने के बाद भी पुलिस के पास नहीं आए होंगे।

– सर्वेश ने बताया उसे वारदात के दौरान ही युवती पर शक हो गया था। उसकी निशानदेही पर आरोपी छोटे उर्फ सुंदर, पायल उर्फ बबली व भूरा और पिंटू की तलाश की जा रही है। पायल उर्फ बबली और छोटे ने मिलकर ही 6 माह पूर्व एक युवा व्यापारी को लूटा था।
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