नयी दिल्ली,19 जनवरी 2023,विज्ञानिका नाम से एक विज्ञान साहित्य महोत्सव, 22 और 23 जनवरी, 2023 की अवधि में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ), भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। इस विज्ञानिका आयोजन का स्थान मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकीसंस्थान (एमएएनआईटी), भोपाल के यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) विभाग का सभागार है। 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के एक हिस्से के रूप में इस “विज्ञान साहित्य महोत्सव” का आयोजन किया जा रहा है ।
विज्ञानिका नाम से एक विज्ञान साहित्य महोत्सव 22 और 23 जनवरी, 2023 के दौरान आयोजित होने वाले भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) में एमएएनआईटी, भोपाल में होने जा रहा है, उद्घाटन सत्र में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान विभाग (डीएसआईआर) की सचिव और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद ।(सीएसआईआर) की महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी, डॉ. शेखर सी. मंडे, अध्यक्ष, विज्ञान भारती के अध्यक्ष और पूर्व महानिदेशक, सीएसआईआर डॉ. शेखर सी. मंडे और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर) की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल, निदेशक सम्मिलित होंगे।
वार्षिक भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव, जो इस बार अपने 8वें संस्करण में है, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के परिणामों का प्रदर्शन और उनका उल्लास मनाता है। आईआईएसएफ का लक्ष्य जनता को विज्ञान से जोड़ना और यह दिखाना है कि कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए समाधान प्रदान करते हैं। इस वर्ष आईआईएसएफ का समन्वयन और आयोजन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं विज्ञान भारती द्वारा किया जा रहा है।
2015 में आईआईएसएफ की शुरुआर के बाद से “विज्ञान साहित्य महोत्सव” अच्छी तरह से प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों में से एक के रूप में उभरा है। आईआईएसएफ के बड़े उद्देश्य के अनुरूप, विज्ञानिका बहुभाषी वैज्ञानिक साहित्य, विज्ञान कविता, विज्ञान नाटक और लोक कला के माध्यम से विज्ञान को बढ़ावा देने और जनता के बीच वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने की भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेगी। विज्ञानिका, वैज्ञानिक ज्ञान के प्रभावी संचार के लिए चुनौतियों और भविष्य के रोडमैप पर चर्चा और विचार-विमर्श को भी बढ़ावा देना चाहती है।
विज्ञानिका कार्यक्रम के दौरान विज्ञान-समाज से जुड़े विभिन्न विषयों पर पैनल चर्चा और वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। जैसा कि भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्षों को चिह्नित करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तदनुसार ही विज्ञानिका चर्चाओं के माध्यम से भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ गठबंधन किए गए अमृत काल का भी स्मरण करेगी। भारत, जी20 की अध्यक्षता (प्रेसीडेंसी) के चरण से गुजर रहा है और भारतीय विज्ञान संस्थान विज्ञान 20 (एस 20) के लिए सचिवालय बना है। एस20 जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे वैज्ञानिक पहलुओं से जुड़ा रहेगा। विज्ञानिका कार्यक्रम में एस 20 के उद्देश्य से एक मुख्य भाषण और एक विशेष वार्ता आयोजित की गई है। विज्ञानिका में छह सत्र होंगे, जिनमें मुख्य व्याख्यान, पैनल चर्चा और लेखकों के साथ बातचीत, नाटक तथा लोक नृत्य के माध्यम से वैज्ञानिक विचारों का चित्रण और विज्ञान कवि सम्मेलन शामिल हैं। शैडो कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी, भोपाल द्वारा गैलीलियो पर एक विज्ञान नाटक भी प्रस्तुत किया जाएगा। लगभग 40 प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक, लेखक, विज्ञान नेता और नीति निर्माता विज्ञानिका में अपनी प्रस्तुति देने के लिए तैयार हैं।
एक स्थानीय रंगकर्मी समूह (थिएटर ग्रुप) द्वारा आईआईएसएफ, भोपाल में विज्ञानिका कार्यक्रम के दौरान गैलीलियो पर एक विज्ञान नाटक का प्रदर्शन किया जाएगा।विज्ञानिका कार्यक्रम में लगभग 300 विज्ञान लेखकों, संचारकों, कलाकारों, पत्रकारों, युवा और नवोदित लेखकों, शोधकर्ताओं, कॉलेज के छात्रों, बच्चों, विज्ञान के प्रति उत्साही, विज्ञान नीति निर्माताओं और नागरिकों के भाग लेने की संभावना है।
भोपाल के स्कूली बच्चों के लिए, “भारत @100-मेरा देश, मेरा स्वप्न” विषय पर कार्यक्रम स्थल पर ही एक चित्रकला एवं रेखाचित्रण प्रतियोगिता (ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग एंड ड्राइंग कॉम्पिटिशन) की योजना बनाई गई है। अन्य अभिनव ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में लघु नाटिका वीडियो निर्माण (शॉर्ट प्ले वीडियो मेकिंग) और राष्ट्रीय ब्लॉग लेखन शामिल हैं। श्री हरीश यादव, मनोविश्लेषक (मेंटलिस्ट), जादूगर एवं विज्ञान संचारक, जयपुर, राजस्थान द्वारा मनोविश्लेषण प्रस्तुति (मेंटलिज्म शो) तथा श्री विकास मिश्रा एवं समूह द्वारा विज्ञान कठपुतली प्रस्तुति का कार्यक्रम भी 22 जनवरी 2023 को भोपाल में निर्धारित किया गया है।
भारत सरकार की वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर), नई दिल्ली, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और विज्ञान भारती विज्ञानिका का समन्वयन कर रहे हैं। @ फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम
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