योगी जी सुनिए -ये कानपुर के दरोगा है की मानते ही नहीं ,थाने में होता है उगाही का धंधा

कानपुर। उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी भूमाफिया पुलिस की मदद से मकानों और जमीनों पर कब्जे कर रहे थे। इसी के चलते सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर विरोधी दल अखिलेश सरकार को अक्सर घेरते रहे। जनता ने ऊबकर सरकार ही बदल दी, लेकिन खाकीधारी अपने काम करने का तरीका नहीं बदला। आज भी वह प्रापर्टी के नाम पर बेगुनाहों के साथ मारपीट करने के साथ ही फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज रहे हैं। लगभग सभी थानों का ऐसा ही हाल है जिसमे दरोगा पैसे उगाही के लिए आम जनता को धमकाता है नवाबगंज का इस्पेक्टर अंजान कुमार भी पैसे की उगाही थाने में बैठ कर करता है।
ऐसा ही एक मामला चकेरी थाने की श्यामनगर चौकी में सामने आया। यहां चौकी इंचार्ज ने एक युवक को रात तीन बजे उसके प्लाट से उठा लिया और बुरी तरह पीट दिया। जिससे युवक की एक टांग टूट गई। इतना ही नहीं दरोगा उसके खिलाफ धारा 151 की कार्रवाई कर दी। पीडि़त कोर्ट से जमानत करवाने के बाद एसएसपी आकाश कुलहरि को आपबीती सुनाई। एसएसपी ने शिकायत पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या था पूरा मामला
चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर चौकी इंचार्ज कृष्णपाल यादव ने 10 तारीख की रात तीन बजे विवके को उसके प्लाट से उठा लिया और उसे मारना शुरू कर दिया। दरोगा यहीं नहीं रुके वे पीडि़त विवेक यादव को अपनी जीप में बैठा कर चौकी ले गए और उसको पट्टे से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया, जिससे युवक विवेक का एक पैर फैक्चर हो गया। दरोगा की पिटाई से उसकी पीठ और कमर में गंभीर चोटों के निशान पड़ गए। विवेक ने बताया कि वह जिस फ्लैट पर रहता है, उस पर दरोगा के रिश्तेदार की नजर है। वह उसमें जबरन कब्जा करना चाहता है। दरोगा के रिश्तेदार ने मुझे परिवार समेत फ्लैट छोडऩे की धमकी दी, लेकिन मैं नहीं डरा तो उसने कृष्णपाल के जरिए मेरी पिटाई करवा दी।
सीओ ने भी नहीं सुनी फरियाद
दरोगा ने विवके को एक दिन तक चौकी में बंद रखा और उसकी पिटाई की। जब उसके परिजन पड़ोसियों को लेकर चौकी पहुंचे तो उसने उन्हें डरा-धमकाकर भगा दिया। दरोगा की शिकायत लेकर परिजन सीओ कैंट से मिले तो उन्होंने आश्वासन देकर उन्हें टरका दिया। दरोगा को इसकी भनक लगी तो उसने विवेक के खिलाफ धारा 151 की कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया। विवेक ने मंगलवार को अपनी जमानत कराई और बुधवार को एसएसपी कानपुर आकाश कुलहरी से न्याय की गुहार लगाने उनके आफिस पहुंच गया। इस दौरान पीडि़त विवेक ने एसएसपी को अपने कपड़े उतार कर शरीर में आई चोटों से अवगत कराया।
कल्याणुर में भी थानेदार की करतूत हुई थी उजागर। चार दिन पहले एक दबंग ने एक युवक को उसके घर से बाहर करने के लिए पहुंचा। जहां पर दबंग ने युवक की पहले जमकर पिटाई की और फिर मकान से उसका सारा सामान फेंक दिया। पीडि़त शिकायत लेकर कल्याणपुर पहुंचा। यहां पर इंस्पेक्टर ने एफआईआर लिखने के बजाय समझौते का दबाव बनाया। जब पीडि़त नहीं माना तो उसे फर्जी मुकदमें में जेल भेजने की धमकी दी। पीडि़त ने पूरे प्रकरण को लेकर एसएसपी के दरबार पर फरियाद लगाई। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। लेकिन धमकी देने वाले खाकीधारी इंस्पेक्टर पर कार्रवाई नहीं की गई।

 

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