नयी दिल्ली ,03 जनवरी 2023, नोट बंदी को लेकर एक रिट सुप्रीम कोर्ट में लगाई गयी थी। अब फैसला आया है। सुप्रीम कोर्ट इस तरह बताया कि नोटबंदी से पहले केंद्र और आर बी आई के बीच सलाह-मशविरा हुआ, इस तरह के उपाय को लाने के लिए केंद्र सरकार और आर बी आई दोनों के बीच संवाद हुआ ,एक समन्वय था। कोर्ट ने कहा है कि नोटबंदी की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। आर बी आई के पास विमुद्रीकरण लाने की कोई स्वतंत्र शक्ति नहीं है और केंद्र और आर बी आई के बीच परामर्श के बाद यह निर्णय लिया गया। संविधान पीठ में पांच जजों रहे वो इस प्रकार है -बीआर गवई, जस्टिस एस अब्दुल नजीर, एएस बोपन्ना, वी रामसुब्रमण्यम और जस्टिस बीवी नागरत्ना शामिल थे।
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