अराजकतत्वों ने धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कि कोशिश

रायबरेली। थाना क्षेत्र के कस्बा खीरों में दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया है । खीरों के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है कि ईद मीलादुन्नवी त्योहार के अवसर पर सभी मुस्लिमो ने हर गली कूचे को सजाया था। लेकिन 30 नवम्बर की रात कस्बे के कुछ अराजक तत्वों द्वारा सड़क के किनारे झंडों को गिरा कर पैरों से कुचला गया और धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की गई । देखते ही देखते खीरों चैराहे पर एक समुदाय की भारी भीड़ जमा हो गई । सभी लोगों के अन्दर झण्डा गिराए जाने को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला । इसकी खबर खीरों पुलिस को मिलते ही पुलिस ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी ।खीरों पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुये दूसरे समुदाय के कुछ आरोपी युवकों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ करना शुरू कर दिया है ।

जबकि थाने लाये गए युवकों का कहना है कि झण्डा जानबूझकर नहीं गिराया गया । बल्कि बाइक से जाते समय धक्का लग जाने से झण्डा गिर गया । व्यर्थ में मामले को तूल दी जा रही है । धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से झण्डा नहीं गिराया गया । पुलिस द्वारा युवको को थाने लाकर बैठाने की बात दूसरे समुदाय के लोगों को भी नागवार गुजरी । इस मामले को लेकर कुछ भाजपाई भी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों में आपसी सुलह समझौते का प्रयास किया । समाचार लिखे जाने तक दोनों समुदायों में तनाव बरकरार था । दोनों पक्षों में सुलह समझौते के प्रयास किए जा रहे थे । थानाध्यक्ष खीरों संजय सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है । मैं इस समय चुनाव ड्यूटी में हूँ । थाने पहुँचकर मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी । किसी भी कीमत पर धार्मिक सौहार्द नहीं बिगड़ने दिया जाएगा ।