कोरोना वायरस की वैक्सीन की ट्रायल में जरूरत थी 100 लोगों की पहुंचे हजार लोग

एम्स में कोरोना के एंटी वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में शामिल होने के लिए लोों में होड़ लग गई है। AIIMS की आचार समिति ने COVID-19 के स्वदेश विकसित टीके Covaxin  के मानव पर परीक्षण की शनिवार को अनुमति दे दी थी इसके बाद अस्पताल ने लोगों से वॉलंटियर्स बनने की अपील की थी। AIIMS की अपील के बाद कुछ ही घंटों में हजारों लोगों ने आवेदन भर दिया था। जबकि एम्स में फेज वन के इस ट्रायल में सिर्फ 100 लोगों को ही शामिल किया जा सकता है। एम्स में COVID वैक्सीन प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर व कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि ट्रायल के लिए वॉलंटियर्स बनने के लिए जो फोन नंबर जारी किया गया था, उस पर लगातार कॉल आ रही हैं और लोग इसके साथ जुड़ने के लिए कह रहे हैं।

लोगों का उत्साह देखने लायक
प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि जिस तरह से लोग संपर्क कर रहे हैं और इस ट्रायल से जुड़ना चाहते हैं उनका उत्साह हमारे लिए भी किसी जोश से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि कई लोग ईमेल व वॉट्सऐप के जरिए भी संपर्क कर रहे हैं और हमारी कोशिश है कि हर किसी को जवाब दें।

वॉलंटियर्स की लिस्ट तैयार होगी
डॉ. संजय राय ने कहा कि हम पहले वॉलंटियर्स की लिस्ट तैयार करेंगे, उसके बाद एक-एक करके सभी को सैंपल देने के लिए बुलाया जाएगा। ट्रायल में शामिल होने वाले सभी की कोरोना जांच होगी, निगेटिव पाए जाने पर ही उन्हें ट्रायल में शामिल किया जाएगा। मतलब जिन्हें पहले से कोविड हुआ है या जो संक्रमित हैं उन्हें इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। इसके अलावा कई और प्रकार की जांच होगी, जिसके लिए उनके ब्लड सैंपल लिए जाएंगे। सभी रिपोर्ट सही पाए जाने के बाद भी ट्रायल में शामिल किया जाएगा। Covaxin के मानव पर पहले और दूसरे चरण के परीक्षण के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने दिल्ली स्थित एम्स समेत 12 संस्थानों का चयन किया है।