पिछले साल देश में हुई नोटबंदी के बाद लोगों का ध्यान अब कैशलैस सर्विस की ओर काफी बढ़ा है। वहीं मोबाइल पेमेंट सर्विस के क्षेत्र में भारत में कई मोबाइल वॉलेट ने दस्तक दी है। जिनमें भारतीय कंपनी पेटीएम काफी लोकप्रिय है। वहीं इसके अलावा व्हाट्सएप, अमेजन और सैमसंग सहित कई ग्लोबल कंपनियां जल्द ही अपनी पेमेंट सर्विस शुरू करने की तैयारी में हैं। वहीं अब खबर है कि गूगल भी इस श्रेणी में शामिल होने वाला है। उम्मीद है कि गूगल जल्द ही मेड इन इंडिया पेमेंट एप ‘Tez’ की घोषणा कर सकता है।
The Ken की रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल द्वारा पेमेंट सर्विस को ‘तेज’ नाम दिया गया है। यह एप यूपीआई आधारित होगा जैसे कि व्हाट्सएप की आने वाली सर्विस P2P सर्विस होगी। इसके लिए गूगल कई प्राइवेट और पब्लिक इंडियन बैंक से समझौता करने के लिए बात कर रहा है।
गूगल की आने वाली पेमेंट सर्विस तेज के नाम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह भारत के लिए लॉन्च की जाएगी और इसका पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क के लिए किए गए आवेदन को पिछले दिनों ट्विटर पर देखा गया था। यह आवेदन जून के अंत में किया गया था और इसमें कई सर्विसेज को शामिल करने की बात चल रही है जिसमें कॉन्टेक्टरहित पेमेंट सर्विस, डेबिट/क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन प्रोसेस, वायरलैस वॉलेट, लॉयल्टी कार्ड पेमेंट और एनएफसी सर्विस शामिल हैं।
Google Inc’s application for ‘Tez’ in the Controller General of Patents, Design and Trademarks. More here. https://t.co/3gg2TPYDyw pic.twitter.com/jvsSQrgR0p
— Venkat Ananth (@venkatananth) September 14, 2017
हालांकि गूगल द्वारा इस बारे में कोई आॅफिशियल जानकारी नहीं दी है किंतु रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी से उम्मीद है कि वह पेमेंट को डिवाइस से ट्रांसेक्ट करने के लिए बहु-आयामी रणनीति तैयार कर रही है। इसके अलावा यह अपनी यूपीआई-आधारित सेवा के अलावा पेटीएम, मोबिक्विक आदि सहित कई थड्र पार्टी पेमेंट एप को एकीकृत करेगा।
गूगल द्वारा पहली बार यूपीआई आधारित पेमेंट सर्विस के बारे में इस साल जनवरी में संकेत दिया गया था जबकि कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई भारत आए थे। उन्होंने कहा था कि गूगल मुद्रीकरण के बाद यूपीआई-आधारित सेवाओं को पेश करने के तरीकों की तलाश कर रहा था जब देश में 86 प्रतिशत से अधिक कैश रातों रात अनोपयोगी हो गया था। पिचई ने स्थानीय मीडिया को बताया, “गूगल समझ रहा है कि यूपीआई क्या है और इसे बनाए गए स्टैक की शक्ति … [और हम] यूपीआई के शीर्ष पर गूगल से सेवाएं ले सकते हैं जो भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए चीजें बेहतर बनाती हैं।”