प्लंबर, ड्राइवर, घरेलू नौकरों के काम की भी रेटिंग करेगी सरकार

नई दिल्ली- आप कैसे पता करते हैं कि पाइप को ठीक करने आया प्लंबर अच्छा काम करता है? या बिजली मिस्त्री एसी लगाने में एक्सपर्ट है? अब आप किसी अन्य प्रफेशन की तरह ऐसे लोगों का रिकॉर्ड भी चेक कर सकते हैं। भारत स्किल को लेकर पहल के तहत रेटिंग का पैमाना बनाने की तैयारी है। इसके तहत प्लंबर, ड्राइवर और घरेलू कामगारों को भी एंप्लॉयबिलिटी 1-10 के बीच ग्रेडिंग दी जाएगी।

2019 तक लागू करने की कोशिश
एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि स्किल डिवेलपमेंट मिनिस्ट्री नैशनल स्किल्स क्वॉलिफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF ) को अंतिम रूप देने में जुटी है और इसे 2019 तक अपनाने की बात है। इसके तहत एंप्लॉयबिलिटी बेंचमार्क बनाने का प्रस्ताव है। अधिकारी ने कहा, ‘इससे हमें कुशल लोगों की पहचान करने में मदद मिलेगी और एंप्लॉयर सूचना के आधार पर विकल्प चुन सकता है।’

100 से भी ज्यादा देश तैयारी में

NSQF के लिए 2013 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था। यह क्वॉलिटी के बारे में आश्वासन देने वाला ढांचा है, जिसके लिए स्किल्स डिवेलपमेंट मिनिस्ट्री ने सभी तरह की स्किल ट्रेनिंग (सरकारी या प्राइवेट) के लिए 5 साल की समयसीमा तय की है। फिलहाल, 100 से भी ज्यादा देश नैशनल क्वॉलिफिकेशन फ्रेमवर्क विकसित करने की तैयारी में हैं। इसके बाद भारत सरकार और केंद्र सरकार की PSU में NSQF लेवल के लिहाज से भर्ती की योग्यता तय करने के लिए भर्ती नियमों में संशोधन किया जाएगा।

डिग्री का दायरा देगा NSQF
राज्य सरकारों और उनके PSU को इस आधार पर भर्ती नियमों में संशोधन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। NSQF योग्यता संबंधी फ्रेमवर्क है, जो जानकारी, स्किल और ऐप्टिट्यूड के लिहाज से सभी योग्यताओं को तय करता है। ये लेवल 1 से 10 तक ग्रेड के रूप में होते हैं और योग्यता के हिसाब से इसे मुहैया कराया जाता है। NSQF ऐसी डिग्री का दायरा मुहैया कराएगा, जिसमें वोकेशनल और जनरल एजुकेशन के बीच हिसाब से बदलाव की सहूलियत हो। यह देशभर में ट्रेनिंग के स्टैंडर्ड और राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य नतीजों की भी राह मुहैया कराते हुए भारत से स्किल्ड वर्कफोर्स के ग्लोबल स्तर पर मूवमेंट में मदद मुहैया कराएगा। NSQF की तरह इंटरनैशनल संस्थानों की मदद के जरिये इसे अंजाम दिया जाएगा।

2018 के बाद होगा अनिवार्य

NSQF में 5 साल के अमल का कार्यक्रम मुहैया कराया गया है। इसके तहत 3 साल के बाद ऐसी किसी भी ट्रेनिंग, एजुकेशनल प्रोग्राम या कोर्स के लिए सरकारी फंडिंग उपलब्ध नहीं होगी, जो NSQF कंप्लायंट नहीं हो। इसके अलावा, सरकारी फंडिंग वाले सभी ट्रेनिंग और शैक्षिक संस्थानों में NSQF के स्तर से योग्यता की शर्तें तय होंगी। 2018 के बाद सभी ट्रेनिंग/एजुकेशनल प्रोग्राम कोर्स के लिए NSQF कंप्लायंट होना जरूरी होगा।

 

Read More- NBT