बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मैंग्रोव वनों में भ्रमण कर पौधे लगाए

PM with G-20 leaders at the Mangrove Forest, in Bali, Indonesia on November 16, 2022.

नयी दिल्ली,6 नवंबर 2022,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 के अन्य नेताओं के साथ आज बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर ‘तमन हटन राया नगुराह राय’ मैंग्रोव वनों का दौरा किया और वहां पौधे लगाए।

मैंग्रोव वैश्विक संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत इंडोनेशिया की जी-20 अध्यक्षता के तहत मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट (एमएसी), जोकि इंडोनेशिया और यूएई की संयुक्त पहल है, में शामिल हो गया है।

भारत में 5000 वर्ग किलोमीटर में फैली मैंग्रोव की 50 से अधिक प्रजातियां पाई जा सकती हैं। भारत मैंग्रोव के संरक्षण और उनकी बहाली पर जोर दे रहा है, जो जैव विविधता के समृद्ध स्थल हैं और प्रभावी कार्बन सिंक के रूप में काम करते हैं।

आइये आपको बताते चले की मैंग्रोव वन में ऐसे मैंग्रोव क्षुप व वृक्ष होते हैं जो खारे पानी या अर्ध-खारे पानी में पाए जाते हैं। अक्सर यह ऐसे तटीय क्षेत्रों में होते हैं जहाँ कोई नदी किसी सागर में बह रही होती है, जिस से जल में मीठे पानी और खारे पानी का मिश्रण होता है। मैंग्रोव वनों का पारिस्थिकि में बहुत महत्व है, क्योंकि यह तटों को स्थिरता प्रदान करते हैं और बहुत प्राणी, मछली और पक्षी जातियों को निवास व सुरक्षा प्रदान करते हैं। मैंग्रोव वन व झुरमुट विश्व के उष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में मिलते हैं। भारत में पश्चिम बंगाल,गुजरात और अंडमान- निकोबार आदि तटीय क्षेत्र में पाए जाते है।

@ फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम