योगी आदित्यनाथ के यूपी में पुलिस को लगा एनकाउंटर का चस्का, अब तक 18…

उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नई व्यवस्था के तहत अपराध नियंत्रण पर आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक योगी सरकार के 180 दिनों के कार्यकाल में पुलिस और अपराधियों के बीच 420 एनकाउंटर हुए. इनमें 15 कुख्यात अपराधी भी शामिल हैं.

आखिरी के जो 15 एनकाउंटर हुए उनमें पुलिस ने 10 अपराधियों को मार गिराया. खास बात ये है कि ये आंकड़े 14 सितंबर तक जुटाए गए. यानी बीते 48 दिनों में पुलिस ने 10 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया. इससे जाहिर होता है कि उत्तर प्रदेश में हर पांचवें दिन एक अपराधी मौत के घाट उतार दिया गया.

दो दिन बाद 17 सितंबर को मुज़फ्फरनगर में…

उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण पर आधिकारिक आंकड़े जारी होने के महज दो दिन बाद यानी 17 सितंबर को पुलिस ने मुज़फ्फरनगर में जान मोहम्मद नाम के एक अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया. पुलिस का कहना है कि जान मोहम्मद ने पुलिस पर फायरिंग की थी.

तीन दिन बाद 18 सितंबर को इटावा में…

वहीं 18 सितंबर को इटावा में सुंदर यादव नाम के बदमाश ने भी पुलिस पार्टी पर फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे भी ढेर कर दिया.

चार दिन बाद 19 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में…

19 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में बविंद्र नाम के अपराधी को एनकाउंटर में मार दिया गया. यहां भी वही रटी-रटाई दलील दी गई कि अपराधी ने पुलिसवालों को देखकर फायरिंग शुरू कर दी थी, लिहाजा मजबूरी में पुलिस को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी.

एनकाउंटर को लेकर जोश में यूपी पुलिस

एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों खूब जोशो-खरोश में है. ऐसा लग रहा है कि अपराधियों को मारने के लिए पुलिस को लाइसेंस वापस मिल गया है. शायद यही वजह है कि एनकाउंटर के बहाने पुलिस लोगों को मनमाने ढंग से मौत के घाट उतार रही है. हालांकि पुलिस इन्हें हत्या नहीं मानती, बल्कि इनके लिए वो कानूनी तौर पर साफ-सुथरे और मर्दानगी से भरे शब्दों का इस्तेमाल करती है.

 

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