योगी जैसे लोग सबको लेकर नहीं चल सकते, उन्होंने सिर्फ़ एक जाति को आगे बढ़ाया: पूर्व भाजपा सांसद

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नई दिल्ली: लोकसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के भीतर से विरोध के सुर उठने लगे हैं. इस बार नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी अपनों के निशाने पर है. साथ में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी नेता मोर्चा खोल रहे हैं.

आजमगढ़ से भाजपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

मुख्यमंत्री योगी पर सीधा हमला बोलते हुए रमाकांत यादव ने कहा, ‘पूजा-पाठ करने वाले लोग क्या जानें सरकार चलाना, कितने दिन सरकार चलाएंगे. योगी जैसे लोग सबको साथ लेकर नहीं चल सकते. जब योगी सीएम बने तो मुझे लगा था कि वो सबको साथ लेकर चलेंगे, लेकिन उन्होंने केवल एक जाति को आगे बढ़ाने का काम किया, इससे दूसरी जातियों और पूरे प्रदेश में गलत संदेश गया.’

पूर्व सांसद रमाकांत ने कहा कि यह प्रदेश का चुनाव है, इसमें हार की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नहीं, बल्कि प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री की है. अगर इसी तरह दलित और पिछड़ों की सरकार में उपेक्षा हुई तो 2019 में भी बीजेपी का यही हाल होगा.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में रमाकांत यादव ने कहा, ‘पिछड़े और दलितों को जिस तरह से फेंका जा रहा है, उसका परिणाम आज सामने आ गया. मैं आज भी अपने दल को कहना चाहता हूं कि अगर आप दलितों और पिछड़ों को साथ लेकर चलेंगे तो 2019 में संतोषजनक स्थिति बन सकती है.’

सबसे कड़ा हमला पार्टी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने किया है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मोदी को नसीहत और विपक्षी नेताओं को बधाई दी.

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं लगातार कहता रहा हूं कि अहंकार, गुस्सा और अति आत्मविश्वास राजनीति में सबसे बड़े दुश्मन हैं. चाहे यह ट्रंप, मित्रों या विपक्षी नेताओं की ओर से हो. जय हिंद’

शत्रुघ्न सिन्हा ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘आगे कठिन समय है. सर, यूपी-बिहार के उपचुनाव के नतीजों ने आपको और हमारे लोगों को सीटबेल्ट बांधने का संदेश दिया है. उम्मीद है कि भविष्य में हम इस संकट से निपट सकेंगे. ये नतीजे राजनीतिक भविष्य के बारे में भी बताते हैं, इसे हल्के में नहीं हम ले सकते.’

सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘सच कहूं तो मैं युवा और डायनेमिक नेता अखिलेश यादव, मास लीडर मायावती और महान नेता लालू प्रसाद को बधाई देना चाहता हूं. मनमोहक व्यक्तित्व के साथ उभरते राजनीतिक यूथ आइकन तेजस्वी यादव के लिए यश और बधाई.’

वहीं, एक अन्य ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने योगी आदित्यनाथ के लिए दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा है कि मित्र योगी जी के लिए काफी दुखी महसूस कर रहा हूं, जो अपने गृह क्षेत्र में ही हार गए. अतिआत्मविश्वास के कारण यह हार हुई.

दूसरी तरफ, भाजपा सांसद सुब्रमनियन स्वामी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा, ‘ऐसे नेताओं को बड़ा पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है, जो नेता अपनी सीट पर जीत नहीं दिला सकते. मैं समझता हूं कि इन सब चीजों को ठीक करने के लिए अब भी समय है.’

बीजेपी को उपचुनाव में हार के बाद सहयोगी दल शिवसेना के हमलों का भी सामना करना पड़ा है. पार्टी नेता संजय राउत ने राम का अपमान करने वाले नरेश अग्रवाल को पार्टी में लिए जाने को हार के कारण बताया.