लखनऊ। 2015 पुलिस भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न कराए जाने की मांग को लेकर बुधवार की सुबह हजारों की संख्या में अभ्यर्थी (candidates) चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। यहां पर कई थानों की फोर्स, पीएसी को तैनात किया गया था। नारेबाजी करते अभ्यर्थियों ने सरकार से जल्द से जल्द मेडिकल और नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग की। करीब साढ़े ग्यारह बजे के आसपास सुरक्षा के बीच युवाओं को चारबाग से लक्ष्मणमेला मैदान के लिए भेजा गया।
अचानक दायर हुई थी न्यायलय में याचिका
कई जिलों से आए अभ्यर्थियों ने बताया कि पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने 2015 में 28916 पुरूष 5800 महिला आरक्षी और पीएसी के पदों पर भर्ती निकाला था। इसे निश्चित अवधि के अंदर पूरा भी किया जाना था। भर्ती प्रक्रिया सही ढंग से चल रही थी कि कुछ लोगों ने अचानक ही न्यायालय में याचिका दायर कर दी। न्यायालय ने 27 मई 2016 को आदेश देते हुए पुलिस भर्ती पर रोक लगा दी। अब प्रदेश सरकार के अधिवक्ताओं की लापरवाही के कारण न्यायालय में पैरवी ही नहीं की जा रही है जिससे भर्ती पदों पर नियुक्तियां ठप हो गईं हैं।
मऊ जिले से आयी महिला अभ्यर्थी प्रेमलता ने योगी सरकार से मांग की है कि आप हम लोगों का भविष्य बनाने में मदद करें क्योंकि हमारी अधिकतम आयु सीमा पार हो रही है। प्रेमलता का कहना है कि अगर आप चाहें तो हम लोगों का भविष्य बना सकते हैं और आप चाहें तो हम लोगों का भविष्य अंधेरे में डाल सकते हैं। प्रेमलता ने योगी सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर आप हम लोगों की मदद नही करेंगे तो हम 34 हजार अभ्यर्थी गोरखपुर जाकर गोरखनाथ मठ पर आत्महत्या कर लेंगे।
अमेठी से आए राहुल अग्रहरि ने सरकार पर पैरवी ना करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जब नियम बनाने वाला दोषी नहीं है तो नियम का पालन करने वाला कैसे दोषी हो गया। जो नियमावली विज्ञापन में निकली थी उसी के अनुरूप हम लोग प्रक्रिया में शामिल हुए फिर अचानक क्या हो गया कि भर्ती प्रक्रिया ही रुक गई। अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द भर्ती शुरू कराने की मांग की जिससे उन्हें रोजगार मिल सके। हालांकि कई अभ्यर्थी तो इतना ज्यादा नाराज थे कि जान देने तक को तैयार थे। उन्होंने कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो इस बार लड़ाई आर-पार की होगी।