रायबरेली एम्स का निर्माण अधर में होने के कारण थर्मल पावर की दुर्घटना के पीडितों को कराना पडा बाहर इलाज

रायबरेली। (संदीप मौर्या ) कांगे्रस विधायक अदिती सिंह ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उनके सदर विधान सभा क्षेत्र में निर्माणाधीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) चल रहा होता तो उचाहार थर्मल पावर में हुई दुर्घटना में झुलसे मजदूरों को वेहतर इलाज इसी जिले में मिल जाता। उन्होंने प.कारों से कहा कि सांसद सोनिया गांधी के प्रयास से 2009 में एम्स के निर्माण की मंजूरी यूपिए सरकार ने दी थी। और समुचित बजट भी दिया था 2012 में जमीन मिली और आंसिक निर्माण भी हुआ और अभी भी जमीन का अधिग्रहण बांकी है। जुलाई 2015 में मोदी सरकार ने इस सम्स के लिये बहुत कम बजट दिया। रायबरेली एम्स का निर्माण पूरा नहीं हुआ फिर भी मोदी सरकार ने गोरखपुर में एम्स काषिलान्यास कर दिया। रायबरेली एम्स के निर्माण को सुरू कराने के लिये वह जनता के साथ सडक पर उतरेंगी। सदर विधायक ने प्रदेष सरकार से मामले की न्यायिक जांच की मांग की। दुर्घटना में दिवंगत हुये मजदूरों के प्रति उन्होंने सम्वेदना भी व्यक्त की।