लखनऊ में समाजवादी पार्टी का 8वां राज्य अधिवेशन शुरू हो गया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तिरंगे की बजाय समाजवादी पार्टी का झंडारोहण किया. इसके बाद राष्ट्रगान भी हुआ. इसमें मुलायम सिंह यादव शामिल नहीं हुए. इसकी वजह पिता-पुत्र के बीच तनाव माना जा रहा है. खबर यह भी है कि मुलायम ने अखिलेश से राजनीतिक रिश्ते तोड़ लिए हैं.
माना जा रहा है कि 25 सितंबर को मुलायम सिंह यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोई नया ऐलान कर सकते हैं. वहीं, अधिवेशन में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने सूबे की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जीएसटी के बाद व्यापारी बर्बाद हो गये. कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ मजाक हुआ. इस दौरान अखिलेश यादव को अपने पिता मुलायम सिंह की कमी खली. उन्होंने कहा कि नेता जी हमारे पिता हैं और वो हमेशा पिता तो रहेंगे ही, लेकिन अगर वो आशीर्वाद और साथ दें तो आदोलन और मजबूत होगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने इतने कम समय में मेट्रो का निर्माण कर दिया, लेकिन बीजेपी की सरकार अब किसी शहर में मेट्रो नहीं शुरू कर पाएगी. हमारी सरकार बनती तो गरीब बुजुर्ग महिलाओं के लिये हमने पेंशन शुरू की थी, वो मिलती, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के कर्ज माफी करने के नाम पर किसानों का कहना है कि कर्ज माफी के नाम पर उनके साथ मजाक हुआ है. किसी को एक पैसे का तो किसी को 20 पैसे का सार्टिफिकेट दिया गया. प्रदेश की सरकार ने किसानों के हित में कोई फैसला नहीं लिया. किसानों को कोई सुविधाएं नहीं दी गईं.