उत्तर प्रदेश, कानपुर,30 सितम्बर 2021,प्रॉपर्टी डीलर व्यवसायी मनीष हत्या कांड की कहानी परत दर परत खुलती जा जा रही है। कानपुर के रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता गत सोमवार को गुरुग्राम के दो दोस्तों के साथ हरवीर सिंह और प्रदीप कुमार के साथ गोरखपुर घूमने गए थे । थाना रामगढ़ताल पुलिस जांच के लिए आई काफी रात में पहुंची। मनीष के दोस्तों ने यह आरोप लगाया है कि जांच के नाम पर ही पुलिस कर्मियों उन लोगो की पिटाई की और मनीष के काफी चोट लगने के बाद मौत हो गई। मनीष के दोस्तों का कहना है कि उन लोगो के द्वारा आई डी दिखाने और समस्त जानकारी देने के बाद भी पुलिस वालो ने बेरहमी से मारा। इसी मारपीट में मनीष चल बसे।
परिवार वालो ने शरू से ही पुलिस की कहानी में छेद की बात कही थी। मनीष के गिरने से चोट लगने और उससे मौत को गोरखपुर पुलिस कहानी बना कर केस को रफा दफा करने की फ़िराक में लगी रही। गंभीर चोटें जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आयी तब पुलिस की कहानी की पोल खुली और यही से अनेक सवालों उठने लगे । पोस्टमार्टम से जुड़े लोगो का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट गंभीर चोट लगने से मौत की बता रही है।मनीष की पत्नी ने भी कई सवाल खड़े किये है ,तकिया में खून के निशान,होटल का कमरा साफ़ किया गया ,आदि। वही होटल मालिक सुभाष शुक्ला ने कहना है कि कमरे की चाबी पुलिस के पास ही थी, मेरे स्टाफ ने कमरे के अंदर कुछ भी नहीं किया है।होटल के मालिक की बात की सच्ची क्या है?यह भी जांच का विषय है।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी नृतक मनीष के पीड़ित परिवार से मुलाकात कर आश्यासन दिया। @फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम
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