कोरोना के नए मामलों में कमी आते ही राज्यों द्वारा पाबंदियों में दी गई ढील के बाद लोगों की लापरवाही सामने आ रही है जो महामारी की तीसरी लहर को दस्तक दे सकती है। हिल स्टेशनों और अन्य पर्यटन स्थलों पर कोरोना नियमों की उड़ रही धज्जियों के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से बयान आया है कि अभी देश से कोरोना की दूसरी लहर का भी संकट टला नहीं हैं। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने हिल स्टेशनों और अन्य पर्यटन स्थलों पर कोरोना संबंधी नियम नहीं अपनाए जाने के मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि महामारी की दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गृह सचिव ने हिल स्टेशनों और पर्यटन स्थलों पर कोरोना को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की। बैठक में गोवा, हिमाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड तथा पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के हालात और टीकाकरण के प्रबंधन पर चर्चा की गई। विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक में यह संदेश दिया गया कि देश में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में दूसरी लहर अलग-अलग स्तर पर है और कुल मिलाकर संक्रमण दर में गिरावट आई हो सकती है, लेकिन राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश में संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से अधिक है, जो चिंता की बात है। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और राज्यों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षित तरीकों को अपनाने के संदर्भ में तय प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना चाहिए। वहीं राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न बाजारों में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर हाईकोर्ट की स्वत: संज्ञान कार्यवाही के संबंध में केंद्र से सवाल-जवाब तलब किए।