BHU विवादः ‘कैंपस में छेड़खानी आम बात, सपोर्ट में बोलने के लिए प्रशासन का दबाव’

पिछले कई दिनों से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय सुर्खियों में है. तमाम आरोप-प्रत्यारोप के बीच सियासी दल के नेता भी अपनी रोटी सेकने में लगे हैं. प्रधानमंत्री का क्षेत्र होने के चलते बनारस ने कई कारणों से खूब सुर्खियां बटोरी है.

इस पूरे सियासी शोरगुल में कहीं ना कहीं उन छात्रों की आवाज दब के रह गई है जो लगातार 3 दिन तक एक पीड़िता के साथ हुई छेड़खानी के लिए धरना दे रहे थे. आज उनको लगता है कि उनका वजूद खतरे में है, लेकिन जो बवाल सड़कों पर उतर कर आया वह कोई एक दिन की 1 महीने की या 1 साल की पीड़ा नहीं है. यह उफ़ान है कई सालों का है. देखते-देखते बीएचयू हैवानियत का एक गढ़ बन गया. रात के अंधेरे में हो, शाम के साए में हो या फिर सुबह की चकाचौंध में मनचलों के लिए तो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का विशाल कैंपस एक स्वर्ग सा बन गया.

 

read more at-