तो एआईडीएमके कोटे से सरकार में शामिल होने वाले एम थंबीदुरई ने भी शाह से मुलाकात की है। एआईडीएमके की ओर से सरकार में शामिल होने वाले नेताओं में दूसरा नाम वी मैत्रेयन का है।
उमा, कलराज, बालियान, रूडी , महेंद्र पांडेय, निर्मला सितारमन और गिरिराज ने सौंपे इस्तीफे!
सूत्र बताते हैं कि मोदी सरकार के करीब आधा दर्जन मंत्रियों उमा भारती, कलराज मिश्र, राजीव प्रताप रूडी , निर्मला सितारमन और गिरिराज सिंह सरीखे मंत्रियों ने अपने इस्तीफे संगठन महामंत्री राम लाल को सौंप दिए हैं।
हालांकि राजीव प्रताप रूडी और महेंद्र पांडे के इस्तीफे का औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। बाकी लोगों के इस्तीफे की प्रक्रिया को अभी पार्टी ने गोपनीय रखा है। इस्तीफा देने वाली एक मंत्री ने अमर उजाला को बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार से बाहर होने वाले मंत्रियों को अलग-अलग मिलने के लिए बुलाया था।
शाह ने इस्तीफा देने वाले एक मंत्री से कहा कि आप मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिजिए। इसपर उक्त मंत्री ने कहा कि कब देना है। इसके बाद शाह ने बगल में बैठे संगठन महामंत्री राम लाल से पूछा कब इस्तीफा लेना है।
राम लाल ने कहा कि 1 घंटे के अंदर दे दिजिए। उक्त मंत्री ने तत्काल इस्तीफा लिखते हुए संगठन महामंत्री को सौंप दिया। शाह और राम लाल की ऐसी ही चर्चा करीब उन सभी मंत्रियों से हुई जिनसे इस्तीफा मांगा गया है।
पिछले दफे भी मोदी मंत्रिमंडल में हुए विस्तार से चंद घंटे पूर्व अमित शाह ने सरकार में शामिल होने और बाहर जाने वाले नेताओं को बुलाकर पीएम की मंशा से उन्हें अवगत कराया था।
इसके अलावा चौधरी बीरेंद्र सिंह को शाह पहले ही सरकार से बाहर जाने के संकेत दे चुके हैं। तो यूपी भाजपा का अध्यक्ष बनाए गए महेंद्र पाण्डे ने भी मंत्रीपद से इस्तीफा देकर सरकार से बाहर का रास्ता पकड़ लिया है। प्रदेश के ब्राहण समीकरण को साधने के लिए शाह ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बैठाया है।
इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर और डा जितेंद्र सिंह के विभागों में बदलाव हो सकता है। वैसे इन दोनों नेताओं पर भी मंत्रिमंडल से बाहर जाने की तलवार लटकी हुई है। बिहार से जदयू कोटे से आरसीपी सिंह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। तो सरकार में ओम माथुर और बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह का मंत्री बनना तय है।
मगर सूत्र बताते हैं कि शाह अपने कार्यक्रम में बदलाव कर सकते हैं। शाह के अलावा गृृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी 2 से 3 सितंबर के बीच वृृंदावन में संघ की समन्वय बैठक में रहना है। लेकिन शपथ ग्रहण समारोह की औपचारिकता तय होने के बाद उन्हें भी कार्यक्रम में तबदीली किए जाने को कहा जा सकता है।
जिस तरह से शाह ने सरकार से बाहर किए जाने वाले मंत्रियों को तलब कर इस्तीफे मांग लिए हैं। उससे माना जा रहा है कि अगले 72 घंटो में मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है। 1 सितंबर को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बालाजी दर्शन के लिए तिरूपति जा रहे हैं। वहां उनका एक आम नागरिकों के जरिए अभिनंदन का भी कार्यक्रम है। उनके 2 सितंबर को दोपहर तक लौटने की संभावना है।
इसलिए कहा जा रहा है कि मंत्रीमंडल का विस्तार 2 सितंबर की शाम या 3 सितंबर की सुबह होगा। 3 सितंबर दोपहर 12 बजे के करीब पीएम मोदी को चीन यात्रा के लिए रवाना होना है। यदि शाह के प्रस्तावों पर संघ ने मुहर लगा दी तो मोदी का मंत्रिमंडल विस्तार अगले 72 घंटो में संपन्न हो जाएगा। वैसे कवायद अंतिम दौर में है।