कानपुर : आपसी रंजिश के बीच खूनी संघर्ष, 3 गिरफ्तार

कानपुर के बिपौसी गांव महाराजपुर में पूर्व प्रधान के सिपाही बेटे और वर्तमान (current) प्रधान के बेटे के बीच शुक्रवार को खूनी संघर्ष हो गया। जिसमे दोनों पक्षों में बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग भी हुई। घटना में आधा दर्जन लोग घायल भी हुए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

दोनों पक्षों में हुई फायरिंग

शुक्रवार की सुबह बिपौसी गांव में प्रमुख सचिव के आने से पहले गांव की प्रधान सुशीला सिंह के बेटे अखिलेश अपने दल बल और लाइसेंसी असलहों के साथ कार्यक्रम में जा रहा था। तभी गेट पर पूर्व प्रधान राम किशोर सिंह का बेटा धनंजय जो कि पुलिस में सिपाही है वह रास्ते में मिल गया। गुरुवार को दोनों के बीच पहले भी विवाद हो चुका था। एक दूसरे के सामने आते ही अखिलेश का धनंजय से विवाद हो गया। उसी दौरान मौके पर पूर्व प्रधान रामकिशोर सिंह भी अपने समर्थकों और असलहों के साथ पहुंचे।

 

मौके पर पहुंची पुलिस

गुरुवार को हुए विवाद को छेड़ते हुए दोनों गुटों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। जिसके बाद दोनों पक्षों के परिजनों में जमकर मारपीट हुई और कई बार फायरिंग भी हुई। फायरिंग से वहां पर दहशत फैल गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया और राम किशोर सिंह, अखिलेश व निखिल को हिरासत में लिया। वहीं पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मामला भी दर्ज किया। घटना में छह लोग घायल हो गए।

दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज 

वहीं पूर्व प्रधान राम किशोर ने अखिलेश, उसके भाई अभिषेक, पिता विनोद सिंह और चाचा दिलीप सिंह के खिलाफ जान से मारने के प्रयास की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराया है। वहीं, दूसरी ओर अखिलेश ने भी रामकिशोर, उनके बेटे धनंजय, जय किशोर, सुमित, आकाश, अमित, साहिल, अजय व निखिल के खिलाफ इन्ही धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले में कार्यवाई कर रही है।

एसपी ग्रामीण जेपी सिंह ने बताया कि सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। वह एडीजी भर्ती बोर्ड कार्यालय लखनऊ में तैनात है। उसके खिलाफ कार्यालय में रिपोर्ट भेज दी गई है। बाकी मामले में आरोपियों की तलाश जारी है।

 

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