कानपुर :गैंगरेप पीड़िता के पिता को ट्रक ने रौंदा

एक सनसनीखेज घटना में कानपुर के सजेती गैंगरेप पीड़िता के पिता की बुधवार को ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। सीएचसी में वह पुलिस के साथ ही था और सुबह चाय पीने के लिए निकला था। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने देर शाम दुष्कर्म के आरोपी व उसके दारोगा पिता समेत चार के खिलाफ हत्या और साजिश की एफआईआर दर्ज कर ली।

सुबह दुर्घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण सड़क पर उतर आए और हंगामा शुरू कर दिया। कानपुर-सागर राजमार्ग पर जाम लगा दिया। पांच घंटे तक वाहनों की रफ्तार थमी रही। परिजनों ने पुलिस पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि पुलिस मंगलवार सुबह 10:30 बजे से लेकर बुधवार सुबह 6 बजे तक सभी को हिरासत में रखे थी। तरह-तरह के सवाल किए गए, इससे पीड़िता के पिता काफी आहत थे। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

सजेती में किशोरी से गैंगरेप में दरोगा के बेटे दीपू और उसके साथी गोलू पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने गोलू को तो गिरफ्तार कर लिया पर दीपू फरार है। दरोगा के दूसरे पुत्र सौरभ  को भी आरोपी बनाया गया है। मंगलवार शाम को एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीड़िता को सीएचसी भेजा, वहां से कांशीराम अस्पताल लाया गया। यहां मेडिकल कराने के बाद पुलिस किशोरी, उसके माता-पिता और पिता के चाचा को सजेती थाने ले आई। रात 11:30 बजे सीओ के बुलावे पर पुलिस सभी को घाटमपुर थाने ले गई।

वहां उच्चाधिकारियों ने पूछताछ की और रात दो बजे पुलिस अभिरक्षा में पीड़िता के साथ माता-पिता को सीएचसी भेज दिया। बुधवार सुबह 6 बजे पिता को ट्रक ने मौत की नींद सुला दिया। अहम बात है कि हादसे के बाद पुलिस पीड़िता के पिता को लेकर हैलट रवाना हो गई, जबकि बगल में सीएचसी में जाकर प्राथमिक उपचार कराना उचित नहीं समझा गया। इसी को लेकर पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं।

गैंगरेप की घटना में आरोपी गोलू  को गिरफ्तार किया गया है। स्वाट, सर्विलांस समेत पुलिस की पांच टीमें दीपू और सौरभ की तलाश कर रही हैं। सीएचसी में मेडिकल के दौरान चाय पीने निकले किशोरी के पिता की हादसे में मौत हुई है। इसमें अलग से मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

आलोक तिवारी, डीएम

सजेती की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने विवेकाधीन कोष से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की है। कृषक दुर्घटना बीमा के तहत भी पीड़ित परिवार को पांच लाख और जमीन का पट्टा दिया जाएगा। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रासुका लगाने पर विचार किया जा रहा है।