जनपद में धूमधाम से मनाया गया 69वां गणतन्त्र दिवस

रायबरेली।(संदीप मौर्या ) गणतन्त्र दिवस की शुभ बेला में जनपद के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कलेक्टेªट में ध्वजारोहण कर उपस्थित लोगों को 69वें गणतन्त्र दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपद के स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को फूलमाला एवं शाल पहनाकर सम्मानित किया।

जिलाधिकारी ने इस शुभ अवसर पर कहा कि आज यह बड़े सौभाग्य का अवसर है कि हम सब लोग यहां एकत्रित होकर इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े हर्षोल्लास से मना रहे हैं। गणतन्त्र का अर्थ समझाते हुये उन्होंने कहा कि गण का मतलब हम सब भारतवासी और तन्त्र का मतलब हमारा शासनतन्त्र। इस प्रकार गणतन्त्र का अर्थ हुआ हम सब भारतवासियों का अपना शाासन। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने हमारे संविधान के माध्यम से उन आर्दशों और संकल्पों को लिपिबद्ध किया है, जिसका हमारे स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों ने सपना देखा था। उन्होंने सपना देखा था कि हमारे यहां लोकतन्त्र की स्थापना होगी और सरकार जनता के माध्यम से ही चुनी जायेगी। हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा जो सामाजिक आर्थिक एवं राजनैतिक तीनों दृष्टि से सही होगा।

श्री खत्री ने कहा कि विचार और अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का सदैव संविधान के माध्यम से समर्थन किया गया है। इसी वजह से हमारा लोकतन्त्र आज तक जीवित है। भारत के आस-पास जिन देशों ने स्वतन्त्रता पायी थी बहुत सारे देशों में लोकतन्त्र विफल हुआ लेकिन हमारे देश में लोकतन्त्र इसलिए सफल है क्योकि सारे देशवासियों ने सम्पूर्ण देश में समानता स्थापित करने का दृढ संकल्प किया था।कार्यक्रम में ए0डी0एम0 (न्यायिक), ए0डी0एम0 (प्रशासन), ए0डी0एम0 (एफ0आर0), नगर मजिस्टेªट एवं वरिष्ठ कोषाधिकारी ने गणतन्त्र दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये। स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों अमित मिश्रा एवं जय सिंह सेगर ने भी अपने भावपूर्ण विचार लोगो के सम्मुख रखंे। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी अवधेश शर्मा ने स्वरचित गीत ‘सृजन के गीत गाता चल’ कविता सुनायी। कार्यक्रम का सफल संचालन रामेन्द्र मिश्रा ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार द्वारा भी अपने कार्यालय विकास भवन में ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात महात्मागांधी सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि हमारा देश प्रजातांत्रिक देश है। प्रजातांत्रिक देश होने का मतलब है कि समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति की पहुँच भी शासन तक हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियो/कर्मचारियों को मेहनत एवं इमानदारी से कार्य करने तथा अपनी विश्वसनीयता बनाये रखने हेतु प्रेरित किया।