डॉ. भीमराव अंबेडकर की 66वीं पुण्यतिथि पर देश भर में मनाया गया ‘महापरिनिर्वाण दिवस’

नयी दिल्ली , 06 दिसंबर 2021,’आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के प्रमुख स्मरणोत्सव के हिस्से के रूप में पूरे देश के साथ, भारत सरकार ने 6 दिसम्‍बर, 2021 को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया। डॉ. बी.आर. अम्‍बेडकर की 66वीं पुण्यतिथि के अवसर पर, माननीय राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और विभिन्न मंत्रालयों के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ संसद भवन में बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धम्म पूजा की गई। तत्पश्चात सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के गीत एवं नाटक प्रभाग ने डॉ. अम्बेडकर की स्मृति में विशेष गीत प्रस्तुत किए।

केन्‍द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक, नई दिल्ली का दौरा किया और डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जहां बौद्ध भिक्षुओं ने धम्म पूजा की। डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन ने भी इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली परिसर में एक पूरे दिन का कार्यक्रम आयोजित किया। केन्‍द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे और केन्‍द्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर विशिष्ट अतिथि थे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव श्री आर. सुब्रमण्यम, सचिव और यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह भी अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव आर. सुब्रमण्यम ने गर्मजोशी के साथ दिए गए भाषण से दर्शकों का स्वागत किया। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह ने अपने संबोधन में समाज के उत्थान के लिए शिक्षा के अपने दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन की भूमिका को रेखांकित किया। उसके बाद, डॉ अम्बेडकर फाउंडेशन ने बाबा साहब से जुड़े पंचतीर्थों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक वृत्तचित्र फिल्म प्रदर्शित की। इसके बाद केन्‍द्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर का भाषण हुआ। श्री किशोर ने कहा “जो लोग बाबा साहब का सम्मान करते हैं, वे अपनी जाति और रंग के आधार पर दूसरों को नहीं आंकते,”।

इस अवसर को यादगार बनाने के लिए डॉ. वीरेंद्र कुमार ने डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित एक विशेष पुस्तक का विमोचन किया, जिसका नाम है “सोशल जस्टिस एंड एम्‍पावरमेंट : रिफलेक्‍शन्‍स फ्रॉम डा. अम्‍बेडकर चेयर्स”। उन्होंने डॉ. अम्बेडकर के पंचतीर्थों पर एक पुस्तिका जारी की और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए योजनाओं और छात्रवृत्ति का भी विमोचन किया।

इसके अलावा, केन्‍द्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने ‘श्रेष्ठ योजना’ और राष्ट्रीय फैलोशिप प्रबंधन और शिकायत निवारण पोर्टल का शुभारंभ किया। उन्होंने बाबा साहब को याद करते हुए अपने भाषण में महापरिनिर्वाण दिवस के महत्व को रेखांकित किया। श्रेष्ठ योजना ’प्रतिष्ठित निजी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण आवासीय शिक्षा प्रदान करके अनुसूचित जाति के छात्रों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान और समग्र विकास में सहायता करेगी।

अगले 5 वर्षों में, मंत्रालय ने लगभग 300 करोड़ रुपये की मदद से अनुसूचित जाति के 24800 मेधावी छात्रों को सहायता देने का निर्णय लिया है, जिससे शैक्षिक रूप से पिछड़े जिलों और राष्ट्रीय औसत पर अनुसूचित जाति समुदाय की आबादी वाले जिलों में नीति आयोग द्वारा चिन्हित आकांक्षी जिलों के प्रतिष्ठित निजी आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक गुणवत्तापूर्ण आवासीय शिक्षा प्रदान की जाएगी। वीरेंद्र कुमार ने क्षेत्र आधारित विकास दृष्टिकोण को सक्षम करने की दृष्टि से फैलोशिप प्रबंधन और शिकायत निवारण पोर्टल सॉफ्टवेयर भी शुरू किया। इस पहल का उद्देश्य अनुसूचित जाति बहुल गांवों का एकीकृत विकास करना है।

धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर एंड फाउंडेशन के निदेशक विकास त्रिवेदी ने कहा, “स्वतंत्र भारत के निर्माण में हमें बाबा साहब के अपार योगदान को याद रखना चाहिए।”@फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम

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