देश में उपचुनाव उप्र ,बिहार ,हिमांचल और गुजरात विधान सभा चुनाव का 2024 पर क्या असर होगा ?

(अरुण सिंह चंदेल,चीफ एडिटर ,फोर्थ इंडिया न्यूज़)

नयी दिल्ली, 09 दिसंबर 2022, गुजरात में विधान सभा चुनाव अभी संपन्न हुए है ,वह भारतीय जनता पार्टी अच्छी बढ़त के साथ वापस आयी,लकिन आप पार्टी ने भी घुसपैठ बना ली ,साथ ही राष्ट्रिय पार्टी के दर्ज़े पर जाने का रास्ता साफ़ कर लिया। कांग्रेस की गिरती साख ,आने वाले समय के लिए खतरे के संकेत हैपर हिमांचल में कांग्रेस सफल हुई। कुल 68 सीटों में से हिमाचल में कांग्रेस 40 सीटें जीत कर सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। पहली बार हिमाचल में चुनाव लड़ रही आप का खाता तक नहीं खुला, जबकि तीन सीटें निर्दलियों के खाते में भी गयी है। इस वजह से कांग्रेस पूरी तरह साफ़ हो जाएगी यह ख्याल विपक्षियों के दिमाग से तो निकल गया पर कांग्रेस केंद्र में सरकार बनाने तक पहुंचेगी कि नहीं यह समय ही बातयेगा।

इधर दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में उप चुनाव के अंतर्गत मैनपुरी में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव 288461 वोटों से जीतीं, भाजपा प्रत्याशी की करारी हार हुई। डिंपल यादव ने भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को हराया ,जो कि भाजपा का मजबूत प्रत्याशी बताया जा रहा था । सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को 617625 वोट मिले हैं, जबकि रघुराज सिंह के खाते में 329489 वोट मिले। सपा अपना ग्राफ बढ़ाने पर लगी हुई है। 2024 में क्या गुल खिलाएगी और किसके साथ बैठाएगी उसने अभी पत्ते नहीं खोले है। खास बात यह है कि 1996 मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और इसके बाद अब तक सपा कभी इस सीट से नहीं हारी। वह पांच बार 1996, 2004, 2009 ,2014 और 2019 में संसद रहे थे। उनके देहांत के बाद सीट खाली थी। फिर डिंपल यादव उनकी बहु को उतरा गया। वह भी अच्छी बढ़त के साथ जीती।

पूर्वांचल में सपा को उपचुनाव रामपुर विधानसभा में बीजेपी ने बड़ा कड़ा झटका दिया ,बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने आजम खान के करीबी असिम रजा को 34112 वोटों से हरा कर झंडा गाड़ा।रामपुर में मुस्लिम समाज का झुकाव बी जे पी में भी देखा गया ,यह सपा ,कांग्रेस और आप के लिए सोचनीय विषय है।

बिहार में 2024 लोकसभा चुनाव के पहले कुढ़नी विधान-सभा उपचुनाव को बिहार की राजनीति में प्रिलोकसभा के रूप में देखा जा रहा है। खतौली में हारी बीजेपी ,आरएलडी उम्मीदवार मदन भैया बीजेपी की राजकुमारी को 22,143 वोट से हरा दिया,वही बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने एक कड़े मुकाबले के बाद जीत हासिल की। इस सीट पर बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता मैदान पर थे और आखिर तक उनका मुकाबला जनता दल यूनाइटेड के मनोज सिंह से होता रहा, आखिर में बीजेपी उम्मीदवा ने एक कड़े मुकाबले में 3,649 वोट से जेडीयू उम्मीदवार को हराया। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में बीजेपी की किस्मत बिहार कुढ़नी विधानसभा सीट जैसी नहीं रही,इन तीनों राज्यों में बीजेपी को मुँह की कहानी पड़ी ,अर्थात हार का सामना करना पड़ा और इन तीनों जगह पर उसी दल को विजय हुई।

देश की नब्ज़ वाले चुनाव गुजरात में आप पार्टी के वोट शेयर में काफी बढ़त हुई है,आप- 12.89 फीसदी वोट गुजरात में मिला, आपको बताते चले कि किसी भी रानीतिक दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त करने की जरूरत होती है और इसके लिए उसे कम से कम दो सीट जीतने या विधानसभा चुनाव में 6 फीसदी वोट हासिल करने की जरूरत होती है, आम आदमी पार्टी की दिल्ली और पंजाब में सरकार है, इसके अलावा गोवा विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था, ऐसे में आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए गुजरात में 6 फीसदी वोट प्राप्त करने की आवश्यकता थी और अब आप पार्टी ने हासिल कर ली है। लेकिन गुजरात में भाजपा को शिक़स्त देना कठिन तो है ही इसका असर 2024 लोक सभा चुनाव में भी पड़ेगा।चुनाव आयोग ने लोक सभा चुनाव, मई 2024 या इससे से पहले 18 वीं लोकसभा के सदस्यों का चुनाव करने के लिए निर्धारित किया है। 

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