नगर निगम द्वारा गलत जगह लगाए गए व् गलत रास्तो को दर्शाते लोहे के साइनबोर्ड, न्योता दे रहें हे दुर्घटनाओं को

हरियाणा। पानीपत(रवि कुमार )  आप पब्लिक की गाढ़ी टेक्स की कमाई से बनाये गए साइनबोर्ड , ठेकेदार की मनमानी ऊपर नगरनिगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कालोनियों में गलत जगह पर लगा दिए गए हैं जिसके कारण जिस मकसद के कारण यह साइनबोर्ड बनवाये गए थे वह पूरा नहीं हो रहा क्योकि कालोनियों की पहचान बताने वाले यह बोर्ड में रास्तों पर ना लगाकर या तो दीवारों के साथ छुपाकर लगाए गए हे या बिजली के खम्बो की ओट में और कुछ बोर्ड तो सरेआम दुर्घटनाओं को न्योता देते दिखाई दे रहे है क्योकि यह बोर्ड बिजली के ट्रांसफार्मो के साथ स्टे हुए है जहां पर अक्सर बिजली के फ्यूज की चिंगारियां निकलती हैं और बिजली की वायर टूटकर लटकती जिससे कहीं भी जनहानि हो सकती है।

मुख्यतय नगरनिगम के वार्ड 4 को ही लें जो नगर निगम का सबसे जनसंख्या के हिसाब से बड़ा वार्ड है मुख्य देवीमंदिर मार्ग पर शहर की सबसे बड़ी कालोनी देशराज कालोनी का साइनबोर्ड गलत साइड विजय नगर की तरफ बिजली के ट्रांसफार्मर के साथ सटा कर लगाया गया यहां कभी कोई दुर्घटना हो सकती है। विजय नगर का बोर्ड भी बिजली के खम्बे से सटा कर लगाया गया हे जिसको सिर्फ एक तरफ से पढ़ा जा सकता हे। उसी तरह ग्रीन पार्क का बोर्ड भी मुख्य मार पर ना लगाकर कुछ दुरी पर बिजली खम्बे और बिजली ट्राँफार्मर के बिच लगाया गया है उसी तरह तहसील टाउन के में इलाके पटेल नगर का बोर्ड भी गली के अंदर जाकर दीवार के साथ सटा कर लगाया गया हे उसी प्रकार टाउन के मेन बाजार से जुड़े अशोक नगर का बोर्ड जमीन पर धूल फांक रहा हे क्योकि लोगो ने उसे ठेकेदार को रोड पर लगाने के लिए कहा लेकिन ठेकेदार बोर्ड को गली के अंदर दीवार के साथ लगाने की जिद कर रहा था तो वो उसे वही छोड़ कर चला गया।


इस तरह नगरनिगम द्वारा कालोनियों के रास्तो पर साइनबोर्ड लगाने का मकसद पूरा होता दिखाई नहीं देता जिसके लिए पार्षदों ने हाउस में लम्बी जद्दोजहद कर इन्हे इस लिए पास करवाया ताकि बाहर से आने वाले आगुन्तको को शहर में दाखिल होने पर साइनबोर्डों के सहारे अपनी मंजिल आसानी से मिल सके और अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए किसी वाहन चालक की ठगी का शिकार ना हो। जब इस विषय में नगर निगम की दीप्ती मेयर सीमा पाहवा से सम्पर्क किया गया तो उसके पति राजू पाहवा ने बताया की जहां जहां भी गलत जगह पर बोर्ड लगे हुए हैं उसे ठेकेदार से कहकर ठीक करवाया जाएगा जब उनसे पूछा जहाँ आपका दफ्तर है वह जवाहर नगर है लेकिन आपके दफ्तर के पास ही लगा साइन बोर्ड नेहरू नगर के रास्ते को दर्शाते हुए जवाहर नगर का साइनबोर्ड लगाया गया इससे तो आने वाला व्यक्ति भर्मित होगा। जब इस मामले को लेकर नगरनिगम के कमिश्नर से बात की गई तो उन्होंने भी वही रटा रटाया जवाब दिया की ठेकेदार को कहकर ठीक करवा दिया जायेगा। जहां जहां नगरनिगम के क्षेत्र में बोर्ड लगाए जाने है इसके लिए अधिकारियों की कमेटी बनी हुई है और ठेकेदार को पूरा ब्योरा दिया गया है इसका मतलब यह है ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहा है और अधिकारी अपनी आँखे मूंदे बैठे है. नगरनिगम अभियंता से जितनी बार साइंनबोर्डों की संख्या और इनकी लागत बारे में जानने की बात की वह टालमटोल करते दिखे अब आप ही अंदाजा लगा सकते हे की किस तरह टेक्स की गाढ़ी कमाई को व्यर्थ बहाया जा रहा हे।