नमामि गंगे” परियोजना के तहत, हम “स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय मिशन”

(संजय मौर्या वरिष्ठ स्वतन्त्र पत्रकार)

कानपुर”नमामि गंगे” परियोजना के तहत, हम “स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय मिशन” (एनएमसीजी) की छत्रछाया में “स्वच्छ और अविरल गंगा” के उद्देश्य को प्राप्त करने के करीब हैं।नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत संचालित परियोजनाये जिलों में 45 योजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिसमें 21 पूर्ण हैं,19 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा हैं। 5 परियोजनाएं निविदा प्रक्रिया में हैं। गंगा नदी बेसिन में विभिन्न स्थानों पर भारत सरकार द्वारा सैकड़ों मेगा परियोजनाएं लागू की जा रही हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सीवर और औद्योगिक अपशिष्ट गंगा में प्रवाहित न हों।

नमामि गंगे परियोजना के तहत कई मेगा परियोजनाओं में से एक “पंका में नया 30 एमएलडी एसटीपी” बनाया जा रहा है।इस परियोजना की लागत लगभग रूपए 100 करोड़ है और इसमें 30 एमएलडी सीवर को संसाधित करने की क्षमता होगी।यह लगभग 18 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करेगा और पनकी, स्वराज नगर, गंगागंज, रतनपुर, महावीर योजना, जवाहर पुरम योजना, कांशीराम कॉलोनी आदि सहित दक्षिण कानपुर के लगभग 85000 परिवारों की सीवर लाइनों को जोड़ने में मदद करेगा।आज आयुक्त ने कार्य स्थल का भ्रमण किया और कार्य प्रगति की समीक्षा की।
जीएम जल निगम, परियोजना प्रबंधक और एनएमसीजी के अभियंता भ्रमण में साथ थे।अभी तक कार्य की भौतिक प्रगति लगभग 50% है। पहले इसे अक्टूबर 2021 तक पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड कर्फ्यू के कारण इसमें 2 महीने की देरी हो जाएगी।आयुक्त ने नमाई गंगे टीम एवं निर्माणकर्ता एजेन्सी को इस वर्ष दिसम्बर तक पूर्ण करने का निर्देश दिया ताकि परियोजना का लाभ क्षेत्र के लोगों तक जल्द से जल्द पहुंचाया जा सकेl

कमिश्नर ने परियोजना के जीएम और पीएम को रेलवे विभाग और एनएचएआई की एनओसी में तेजी लाने और अगले 3 से 4 महीनों में इस परियोजना को स्वतंत्र 24 घंटे समर्पित बिजली आपूर्ति प्राप्त करने की कार्य में भी तेजी लाने का भी निर्देश दिया ताकि प्रोटेक्ट को इस साल दिसंबर तक पूरा किया जा सके। आयुक्त ने जीएम जल निगम और पीएम परियोजना को इस सीजन (जुलाई और अगस्त) में वृक्षारोपण अभियान के तहत सैकड़ों पेड़ लगाने का निर्देश दिया ताकि नमामि गंगे के तहत प्रकृति के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सुनिश्चित किया जा सके l

Be the first to comment

Leave a Reply