नामांकन के अंतिम दिन कानपुर में रेला, आचार संहिता की धज्जियां उडी

नगर निगम में महापौर और पार्षद पद के लिए नामांकन के अंतिम दिन कानपुर के मोतीझील में रेला उमड़ आया। सभी प्रमुख दलों के नामांकन जुलूसों से कानपुरवासी जाम से कराह उठे। मोतीझील जाने वाली हर सड़क पर लोग जाम से जूझते नजर आए। भाजपा में सत्ता की हनक दिखी, नेताओं आचार संहिता की धज्जियां उड़ा दीं।

सोमवार को सभी दलों के अधिकृत प्रत्याशियों के अलावा बागियों ने भी पर्चा दाखिल करने में अपनी ताकत दिखाई। एक साथ सैकड़ों वाहन मोतीझील की सड़कों में घुस जाने से सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गयीं। भाजपा और सपा के महापौर पद के प्रत्याशियों ने जुलूस की शक्ल में बेनाझाबर रोड पर अलग-अलग खड़े होकर दमखम के प्रदर्शन किया। पुलिस ने सुरक्षा के बंदोबस्त जरूर किए मगर जाम को नहीं रोक पायी।

भाजपाइयों ने औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और सत्यदेव पचौरी के सामने नामांकन के दौरान सारे नियम तोड़ डाले। नियमानुसार महापौर प्रत्याशी के साथ चार लोग भीतर जा सकते थे मगर दोनों मंत्रियों के साथ विधायक महेश त्रिवेदी, नीलिमा कटियार, नगर अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी, पूर्व विधायक सलिल विश्नोई, पूर्व राज्य मंत्री बालचंद्र मिश्रा, पूर्व महापौर रविन्द्र पाटनी, पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया , दक्षिण जिलाध्यक्ष अनीता सिंह समेत कई नेता नामांकन कक्ष में घुस गए। इस पर दूसरी पार्टियों ने विरोध किया।

 

read more at-