प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू एंड कश्मीर के नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में बैठक संपन्न हुई ,

(अरुण सिंह चंदेल,एडिटर इन चीफ,फोर्थ इंडिया न्यूज़ )

नयी दिल्ली,24 जून 2021, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली बैठक जम्मू-कश्मीर के 8 दलों के 14 नेताओं के साथ करीब साढ़े तीन घंटे चली,यह दिल्ली में पी एम निवास थी,प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू एंड कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ चर्चा आज संपन्न हुई। जम्मू एंड कश्मीर के विकास और लोकतंत्र को मजबूत करने का प्रयास मोदी द्वारा किया जा रहा है । सम्पूर्ण बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूर्ण हुई। समस्त नेताओ ने भारत के लोकतंत्र और संविधान के प्रति पूर्ण निष्ठां दिखाई। गृहमंत्री अमित शाह ने जे एंड के की स्थिति, परिस्थिति और बेहतर होते हालात से सभी नेताओं को परिचित कराया। मोदी ने पूरी गंभीरता के साथ हर पक्ष, हर तर्क, हर सुझाव को सुना और इस बात को सराहा कि समस्त प्रतिनिधियों ने साफ़ और खुले मन से अपनी-अपनी बात कही।

प्रधानमंत्री ने बैठक में दो बड़ी बातों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा जे एंड के में लोकतंत्र को ग्रासरुट तक ले जाने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। दूसरा,जे एंड के में सम्पूर्ण विकास हो, हर इलाके, हर समुदाय तक विकास पहुंचे, इसके लिए साझेदारी हो और जनभागीदारी का एक माहौल बनाया रखा जाए, ये जरूरी है। प्रधानमंत्री ने इस बात को भी रखा कि जे एंड के में पंचायती राज से लेकर दूसरे स्थानीय निकायों से जुड़े सभी चुनाव सफलतापूर्वक हो चुके हैं। सुरक्षा से जुड़े हालात भी बेहतर हो रहे हैं। पंचायत चुनावों के बाद करीब बारह हजार करोड़ रुपये सीधे-सीधे पंचायतों के पास पहुंचे हैं। इससे गांव में विकास की रफ्तार को गति मिली है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जे एंड के में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जुड़े अगले महत्वपूर्ण कदम, यानि विधानसभा चुनाव की तरफ हमें मिलकर जाना है। इसके लिए डिलिमिटेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करना होगा। ताकि हर क्षेत्र, हर वर्ग को पर्याप्‍त राजनीतिक प्रतिनिधतीय विधानसभा में प्राप्‍त हो सके। विशेष रूप से दलितों, पिछड़ों, जनजाति क्षेत्रों के साथियों को एक उचित प्रतिनिधित्य देना आवश्यक है।

डिलिमिटेशन की इस प्रक्रिया में सभी की हिस्‍सेदारी हो, इसको लेकर के बैठक में विस्तार से बातचीत हुई। बैठक में मौजूद सभी दलों ने इस प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए सहमति जताई है। बैठक में प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि जे एंड के को शांति और समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए ऐसे ही सभी जे एंड के विकास के हिस्सेदारो को मिलकर साथ चलना होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जे एंड के हिंसा के कुचक्र से बाहर निकल कर स्थिरता की तरफ बढ़ रहा है। जे एंड के की जनता में एक नयी आशा जगी है, नया आत्मविश्वास आया है। पीएम यह भी बोले कि हमें इस आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए, इस भरोसे को और मजबूत करने के लिए दिन-रात मेहनत करनी होगी, साथ मिलकर काम करना होगा। आज की यह बैठक में जे एंड के लोकतंत्र को मजबूती देने और जे एंड के के विकास और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। मैं आज की इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी राजनीतिक दलों का आभार प्रकट करता हूँ।पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के विकास समेत परिसीमन और अन्य मुद्दों पर स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा की, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बैठक में हमने कांग्रेस की तरफ से सरकार के सामने 5 बड़ी मांगें सरकार के सामने रखी. हमने मांग की है कि सरकार राज्य का दर्जा जल्दी बहाल करे. उन्होंने कहा कि हमने बैठक में कश्मीरी पंडितों को घाटी में बसाने की बात भी कही. केंद्र सरकार जल्द से जम्मू-कश्मीर में चुनाव करवाएं।
बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला,उमर अब्दुल्ला,कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद,पीडीपी की महबूबा मुफ्ती,बीजेपी के निर्मल सिंह, कवींद्र गुप्ता और रविंद्र रैना,पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन,पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह,सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी,जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी नेता मौजूद थे। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद थे,बैठक खत्म होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सभी नेताओं को जम्मू-कश्मीर में विकास के कार्यक्रमों की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए कटिबद्ध है।

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