प्लेन और बुलेट ट्रेन भी फेल होगी इसके आगे – सबसे तेज़ हो सकेगी hyperloop से यात्रा करना

 

hyperloop एक तकनीकि है जिसके आगे प्लान और बुलेट ट्रेन सब बेकार लगेंगे। महज़ कुछ ही समय में मीलों का सफर तय किया जा सकेगा। दुनिया के 2600 शहरो में भारत के चार शहरों को hyperloop प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है.
क्या है Hyperloop?

आने वाले वक्त में ट्रेन के सफर के तरीके और समय में बड़ा बदलाव आ सकता है. ये संभव होगा हाइपरलूप तकनीक से. Hyperloop एक ऐसा माध्यम है जिसे लंबी दूरी मिनटों में तय की जा सकती है. अमेरिकी कंपनी टेस्ला और स्पेस एक्स ने मिलकर इसे शुरू किया है.

हाईपरलूप में एक सील की ट्यूब की सीरीज होती है जिसके जरिए किसी भी घर्षण और हवा के रूकावट के बिना लोगों को एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा कराई जा सकती है. इसमें ट्रेन जैसे ही लोगों के लिए जगह होगी.
पांच देशों के इन 10 जगहों में भारत भी शामिल है. इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, मैक्सिको और कनाडा जैसे देश शामिल हैं जहां हाइपरलूप का ट्रैक तैयार किया जा सकता है. गौरतलब है कि 26 आवेदन में सिर्फ 10 जगहों को चुना गया है.

कंपनी ने पहले 2,600 जगहों को चुना जहां हाइपरलूप ट्रैक लगाना संभव हो और आखिरकार 10 को चुना गया है. इस कॉन्टेस्ट में दुनिया भर के वैज्ञानिक, इंजीनियर और इनोवेटर्स ने लूप्स के लिए अपने आवेदन दिए हैं. लूप उस टनल को कहा जाता है जो जिसके जरिए हाइपरलूप वन अपने पॉड्स भेजेगा जिसमें यात्री होंगे.

जिन 5 देशों के 10 जगहों को इसके लिए चुना गया है अब इनके प्रतिनिधि और टीम अब हाइपरलूप वन के साथ काम करेंगी और इन 10 जगहों पर ट्रैक बनाने के लिए गहन अध्यन करेंगी. क्योंकि इस प्रोपोजल को असलियत में लाने के लिए काफी कुछ किया जाना बाकी है.

 

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