फिर एक पत्रकार की गई जान- त्रिपुरा में टीवी पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या

नई दिल्ली- एक लोकल टीवी चैनल के पत्रकार की बुधवार को हत्या हो गई। पुलिस का कहना है कि, पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या कथित तौर पर आदिवासी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की है।

हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक नागेंद्र देव वर्मा ने प्रेस क्रांफेंस में कहा कि,  त्रिपुरा राजेर उपजाति गण मुक्ति परिषद (टीआरयूजीपी) के समर्थक जीएमपी की एक रैली में भाग लेने के लिए अगरतला जा रहे थे और खोवई में बस स्टैंड पर इकट्ठा हुए थे। वहां इंडीजिनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के कार्यकर्ताओं का एक समूह भी मौजूद था, जिन्हें रैली के बारे में पता चला और वे कथित रूप से भड़क गए।

लोहे की राड और डंडों से किया हमला 

उन्होंने बताया कि, तब बीच-बचाव कर मामला शांत किया गया। ताकि बात आगे न बढ़ सके। लेकिन जैसे ही बस छानखोला गांव से कुछ दूरी पर आगे बढ़ी। तब जंगल में छिपे आईपीएफटी के कुछ कार्यकर्ताओं ने वाहन पर हमला कर दिया। खबर है कि जीएमपी कार्यकर्ताओं पर लोहे की राड और डंडों से हमला किया था।

फिर एक पत्रकार की गई जान

मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला। इसी घटना के दौरान आईपीएफटी के कार्यकर्ताओं ने 28 वर्षीय पत्रकार शांतनु भौमिक को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार, भौमिक अपनी टीम के साथ इस घटना को कवर करने गए थे। यह पहली घटना नहीं है जब किसी पत्रकार को किसी बनाया हो। अभी कुछ दिन पहले ही कन्नड़ की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की कुछ बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

 

read more at-