बाहुबली अनंत सिंह की हत्या की साजिश का खुलासा, मुख्तार अंसारी पर शक की सूई

बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी। पटना पुलिस ने समय रहते इस साजिश का खुलासा कर दिया है। बिहार की सियासत में ‘छोटे सरकार’ के नाम से पैठ बनाने वाले अनंत सिंह को मारने की साजिश में पूर्वांचल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का हाथ होने की आशंका है। ईटीवी की खबर के मुताबिक अनंत सिंह की हत्या के लिए बिहार के मशहूर सोनपुर मेले को चुना गया था। सोनपुर मेला जानवरों की खरीद-बिक्री के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। घोड़ों और अजगर पालने के शौकीन अनंत सिंह हर साल इस मेले में शिरकत करते हैं और घुड़दौड़ में शामिल होते हैं। पटना पुलिस ने यह खुलासा कुख्यात बदमाश मोनू सिंह से पूछताछ के बाद किया है। मरांची थाना के जलालपुर गांव के रहने वाले अपराधी मोनू और बिहारशरीफ के नीलेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मोनू ने पुलिस को बताया कि उसने अनंत सिंह की हत्या की सुपारी ली थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुख्यात अपराधी मोनू और उसके साथी मुखिया पद के प्रत्याशी की हत्या की फिराक में है। पुलिस ने इन्हें पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया।

मोनू ने 8 सितम्बर 2017 को पटना से सटे बाढ़ कोर्ट परिसर में गुड्डू सिंह की हत्या की थी। पुलिस ने इनकी तलाशी में कई जगह छापेमारी की इस दौरान इन्हें दाहौर ग्राम के पास पुलिस ने घेर लिया, इसके बाद इन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई में इन्हें घुटने पकड़े। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया। मोनू ने दावा किया कि इसका संबंध उत्तर प्रदेश के बाहुबली मुख्तार अंसारी से है। रिपोर्ट के मुताबिक मोनू का भाई सोनू उसका शागिर्द है और उसकी शह पर वारदातों का अंजाम देता है। पुलिस इस मामले की जांच करने में लगी। पुलिस अब इस दावे की सच्चाई जानने में लगी है कि क्या मोनू ने सच में मुख्तार अंसारी से अनंत सिंह को मारने की सुपारी ली थी।

लगभग एक महीने पहले ही अनंत सिंह ने अपनी हत्या का अंदेशा जताया था। इसके बाद पुलिस सतर्क थी। अब पटना पुलिस के सामने इस मामले के तह तक पहुंचने की चुनौती है।