बीएच लोया की मौत को संदेहास्पद मानने से उनके साथी जजों के इनकार सहित आज की प्रमुख सुर्खियां द इंडियन एक्सप्रेस | अमर उजाला | दैनिक जागरण | द एशियन एज | द हिंदू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को आपसी जरूरतों को समझते हुए अपने दायरे में काम करना चाहिए. इस खबर को आज के अधिकतर अखबारों ने पहले पन्ने पर जगह दी है. रविवार को राष्ट्रीय विधि दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अपनी-अपनी कमजोरियां हम जानते हैं. अपनी-अपनी शक्तियों को भी पहचानते हैं. लेकिन क्या हम अपनी मर्यादा के दायरे में हैं?’ उन्होंने आगे कहा कि 68 वर्षों से संविधान ने एक अभिभावक की तरह हमें सही रास्ते पर चलना सिखाया है.

बीएच लोया की मौत संदेहास्पद नहीं है : बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश

2005 के सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे सीबीआई जज बीएच लोया की मौत को बॉम्बे हाई कोर्ट के दो न्यायाधीशों ने संदेहास्पद मानने से इनकार कर दिया है. ये दोनों- न्यायाधीश भूषण गवई और न्यायाधीश सुनील शुकरे घटना के वक्त बीएच लोया के साथ मौजूद थे. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक न्यायाधीश भूषण गवई ने बताया कि बीएच लोया ने एक दिसंबर, 2014 की सुबह चार बजे तबीयत बिगड़ने की बात कही थी, जिसके बाद उन्हें कार से तीन किलोमीटर दूर दांडे अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने इससे साफ इनकार किया कि बीएच लोया को ऑटो रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया गया था.

उधर, अखबार की पड़ताल के मुताबिक दांडे अस्पताल में बीएच लोया का ईसीजी किया गया था. इससे पहले बीते हफ्ते ‘द कैरैवैन’ की रिपोर्ट में लोया की बहन के हवाले से कहा गया था कि दांडे अस्पताल में मरीज का ईसीजी नहीं किया गया था. इसके अलावा पोस्टमार्टम के बाद उनका शव हासिल करने वाले डॉ. प्रशांत राठी ने बताया कि शव को दो अधिकारियों और पुलिस के एक सिपाही के साथ एंबुलेस से गाटेगांव (लातूर) भेजा गया था. दूसरी ओर, ‘द कैरैवैन’ की रिपोर्ट में न्यायाधीश बीएच लोया की बहन का कहना है कि जब शव को गाटेगांव पहुंचाया गया था तो उस वक्त एंबुलेस में केवल ड्राइवर ही था.

केंद्र के वार्ताकार से कश्मीर के युवाओं ने शिक्षा सुधार और रोजगार की मांग की

कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए नियुक्त किए गए केंद्र सरकार के वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा से घाटी के युवाओं ने शिक्षा सुधार और रोजगार मुहैया करवाने की बात कही है. अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक दिनेश्वर शर्मा रविवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा पहुंचे थे. बताया जाता है कि आतंकवाद से सबसे अधिक ग्रस्त पुलवामा में वार्ताकार से 12 प्रतिनिधिमंडलों ने मुलाकात की और अपनी मुश्किलों को उनके सामने रखा. साथ ही, उन्होंने इन मुश्किलों को केंद्र सरकार के सामने रखने की अपील की. दिनेश्वर शर्मा पुलवामा से पहले दो दिन के जम्मू दौरे पर थे.

मध्य प्रदेश : 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले में फांसी की सजा तय करने की तैयारी

मध्य प्रदेश में 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले में फांसी की सजा तय करने की तैयारी की जा रही है. दैनिक जागरण के पहले पन्ने पर प्रकाशित एक खबर के मुताबिक राज्य की भाजपा सरकार इसके लिए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इससे जुड़े कानून में संशोधन के लिए विधेयक लाएगी. इस संबंध में रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें इस पर मुहर लगी. बताया जाता है कि इससे पहले भी इस बारे में हुई कैबिनेट की बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया था. हालांकि, पिछली बैठक में रखे गए सुझावों को शामिल करते हुए तय किया गया है कि समुचित जांच के बिना दुष्कर्म के मामले दर्ज नहीं किए जाएंगे.

पाकिस्तान : पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में छह की मौत

पाकिस्तान के इस्लामाबाद, रावलपिंडी और कराची में पुलिस और तहरीक-ए रसूल अल्लाह (टीएलवाई) के प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में छह लोगों की मौत हो गई जबकि 200 से अधिक लोगों के घायल होने की भी खबर है. द एशियन एज ने इस खबर को मुख्य पृष्ठ पर जगह दी है. अखबार के मुताबिक सरकार द्वारा मदद की मांग किए जाने के बाद भी पाकिस्तानी सेना ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. बताया जाता है कि टीएलवाई चुनाव कानून में बदलाव को लेकर कानून मंत्री जाहिद हमीद के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. टीएलवाई का कहना है कि चुनाव सुधार के लिए लाए गए विधेयक में कुछ प्रावधान इस्लाम की बुनियादी मान्यताओं के खिलाफ हैं.

आज का कार्टून

पद्मावती फिल्म के विरोध पर द हिंदू में प्रकाशित आज का कार्टून :

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