बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती के पिता की जेल में मौत

लखनऊ/उन्नाव: उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाने वाली उन्नाव की युवती के पिता की सोमवार सुबह तड़के करीब तीन बजे संदिग्ध हालात में मौत हो गई.

आरोप लगाने वाली 18 वर्षीय युवती ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया था. युवती का आरोप था कि घटना के एक साल होने के बावजूद भी पुलिस विधायक के दबाव के चलते मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है.

एबीपी न्यूज़ की खबर के अनुसार मामले के तूल पकड़े जाने के बाद पुलिस हरकत में आ गयी है. प्रशासन ने इस मामले में थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है. आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हालांकि, उनके 4 समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है.

पीड़िता ने विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दे दिये गये हैं.

दैनिक जागरण की खबर के अनुसार उन्नाव में करीब पांच दिन पहले किशोरी के पिता को विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई और उसके गुर्गों ने न्यायलय में लंबित चल रहे मुकदमे को वापस लेने से इनकार करने पर वहां पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था. इसके बाद माखी थाना क्षेत्र पुलिस ने उसके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर उसको जेल भेज दिया था, जबकि काफी दबाव के बाद किशोरी की मां की तरफ से दी गई तहरीर में विधायक के भाई का नाम पुलिस ने दर्ज नहीं किया था.

पीड़िता का आरोप है कि विधायक के दबंग भाई और उनके साथी असलहे के बल पर उसके पिता को घर से घसीटते ले गए. जिसके बाद उन्हें पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा गया था. उसके बाद उन्हें पुलिस की मिलीभगत से हवालात में बंद कर दिया गया, जहां इलाज अभाव में उसकी मौत हो गई.

पीड़िता का कहना है कि जल्द ही उसे भी मौत के घाट उतार दिया जाएगा. उन्नाव जिले के बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सिंह पर आरोप है कि विधायक के भाई और गुर्गो ने माखी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार को घर मे घुसकर 3 अप्रैल को जमकर मारपीट की थी. आरोप है कि बेटी को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म करने की शिकायत के बाद भाजपा विधायक के भाई ने परिजनों को जमकर पीटा था.

पीड़िता ने बताया कि उसके पिता और चाचा को बुरी तरह से इस गुंडे अतुल ने पीटा था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं उल्टा पीड़ित परिवार के खिलाफ ही मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया.

अमर उजाला की खबर के अनुसार पीड़ित के पिता को 4 अप्रैल को आर्म्स एक्ट और मारपीट के आरोप में जेल हुई थी. उन्नाव जेल प्रशासन के मुताबिक, रविवार देर रात उसके पेट में दर्द उठा था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई.

उन्नाव जिला अस्पताल के डॉ अतुल ने का कहना है कि पीड़ित को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसे पेट में दर्द और उल्टियां हो रही थीं.

हालांकि सूत्रों का कहना है कि उसके शव पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं. पीड़ित परिवार ने भाजपा विधायक और उसके भाई अतुल सिंह सेंगर पर हत्या का आरोप लगाया है.

उन्नाव के माखी थानाक्षेत्र की रहने वाली युवती ने विधायक कुलदीप पर आरोप लगाया कि जून 2017 में उन्होंने उसे बंधक बनाकर कई बार रेप किया. यहीं नहीं, उन्होंने अपने गुर्गों से भी रेप कराया.

पीड़िता ने थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ तहरीर दी, तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उसे टाल दिया. इसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले को लेकर पीड़िता का परिवार कई बार लखनऊ में पुलिस के उच्चाधिकारियों से भी मिला. एक बार मुख्यमंत्री से जनता दरबार में गुहार लगाई, लेकिन जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया गया.

उन्नाव प्रकरण डीआईजी प्रवीण कुमार ने कहा, ‘जुडिशल कस्टडी में अंतर्गत एक मृत्यु हुई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है, सीआरपीसी प्रावधानों के तहत इसमें जुडिशल इंक्वायरी कराई जाएगी.’

पीड़िता के पिता का जेल में मौत मामले में गृह विभाग ने जेल प्रशासन और जिला प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तलब की है. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने इस संबंध डीजी जेल और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है.

रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर किया था आत्मदाह की कोशिश

लखनऊ के गौतमपल्ली थानाध्यक्ष विजयसेन सिंह ने बताया कि 18 साल की एक लड़की ने मुख्यमंत्री आवास के पास गोल्फ क्लब गेट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसकी कोशिश को नाकाम कर दिया.

सिंह ने बताया कि लड़की का आरोप है कि बांगरमऊ से भाजपा विधायक सेंगर ने जून 2017 में उससे बलात्कार किया था लेकिन तमाम गुहार के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

उन्होंने बताया कि बाद में वह लड़की अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण के सामने पहुंची और उनसे शिकायत की. कृष्ण ने पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिये हैं.
सिंह ने बताया कि अगर लड़की तहरीर देती है तो मामला दर्ज किया जाएगा.

भाजपा विधायक सेंगर ने आरोप से इनकार किया और कहा कि यह उनकी छवि धूमिल करने का एक षड्यंत्र है.

विधायक का कहना है, ‘यह मेरी छवि और प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा रचा गया एक षड्यंत्र है. मुझे जांच से कोई समस्या नहीं है. जांच होने दीजिए और दोषी को कड़ी सजा होनी चाहिए. जांच में यदि मैं दोषी पाया जाता हूं तो मैं सजा का सामना करने के लिए तैयार हूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)