लखनऊ : जालसाजों के गिरोह का खुलासा, 2 महिला सहित 6 अरेस्ट

एसएसपी दीपक कुमार

प्रॉपर्टी को लेकर लोगों की दिलचस्पी इन दिनों काफी बढ़ रही है। लोग जल्दी से जल्दी प्रॉपर्टी खरीद कर अपना मकान और बिजनेस सेटल करने को लेकर काफी उहापोह मची रहती हैं। लेकिन जल्दबाजी के चक्कर जालसाझ लोगों को अच्छी प्रॉपर्टी का लालच देकर करोड़ों रुपये को लेकर चुना लगा दे रहे हैं। लखनऊ पुलिस ने ऐसे ही एक गैंग के महिलाओं सहित छह सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। इस गैंग ने केवल राजधानी लखनऊ में करीब चार करोड़ रुपये की फर्जी प्रॉपर्टी लोगों को बेच दी। इस पर लोग अपना घर बना कर रह भी रहे हैं। लेकिन असलियत का खुलासा होने पर सभी के होश उड़ गए।

राजधानी में जालसाजों का कहर बरकरार है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक ये लोग अब तक कई लोगों गुमराह कर करोड़ों रूपए हड़प चुके हैं। एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स व सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर आनन्द प्रकाश शुक्ला की टीम ने विपुलखंड गोमतीनगर निवासी मनोज कुमार सिंह, गंगानगर इलाहाबाद निवासी जियालाल उर्फ मिंटू, विकासखंड गोमतीनगर निवासी राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सेक्टर एम अलीगंज कृति दिवेदी,  कैंट इलाहाबाद निवासी लक्ष्मी उर्फ स्नेह व राजापुर कैंट इलाहाबाद निवासी शशि उर्फ प्रतिभा चन्द्रा को बुधवार को गिरफ्तार किया है।

महिलाएं करती थी गिरोह में अहम रोल

पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी शातिर किस्म के जालसाज हैं और इनका एक संगठित गिरोह है जिनका तार यूपी के कई जिलों तक जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि पकड़ी गई दोनो महिलाएं इस काम को अंजाम देने के लिए अहम रोल अदा करतीं थीं। बताया गया कि यह लोग एलडीए के खाली प्लाटों पर नजर रखकर उसकी रजिस्ट्री क्लोन कापी गाजियाबाद व नोएडा में बनवाते थे और प्लाट के आसपास के जमीनों के बारे में पूरी जानकारी एकत्र कर ग्राहक तलाशने के बाद उसे अपनी जमीन बताकर बेचने के लिए तैयार करते थे।

 

सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए जालसाजों ने बजाया कि मूल रजिस्ट्री क्लोन रजिस्ट्री देखने के बाद ग्राहक इन लोगों पर भरोसा जताने लगते थे। यही नहीं पकड़ी गई तीनों महिलाएं एक आफताब नाम केशस के साथ मिलकर जाल दस्तावेज बनाकर ग्राहकों के बैंक में खाता खोल लेते थे। सीओ के मुताबिक यह लोग रजिस्ट्री क्लोन इतना सटीक कराते थे कि उसे देख कोई भी सही मान कर भरोसा कर लेता था और यह लोग अपने नापाक मंसूबों में कामयाब होकर लोगों से करोड़ो रूपये ऐंठ लेते थे।

आरोपी महिला ने डीजी की रिश्तेदार होने के बात बताई

एसएसपी का कहना है कि पकड़ी गई शशि उर्फ प्रतिभा अपने आप को डीजी सुभाष चंद्रा का रिश्तेदार बता रही है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किये गये आरोपियों के तार प्रदेश के औऱ अन्य जिलों से जुड़े हो सकते है। पुलिस इन आरोपियों के रिकार्ड को खंगाल रही है।

पुलिस ने बताया की आरोपियों के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थाने में तीन केस दर्ज हैगिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक आनंद प्रकाश शुक्ला, एसआई ओंकार नाथ यादनव, एसआई कृष्णबली सिंह, एसआई सतेन्द्र विक्रम सिंह, एसआई उमेश सिंह, कॉन्स्टेबल सुमित सिंह पवार, कॉन्स्टेबल सुनील कुमार पांडेय, कॉन्स्टेबल रविन्द्र कुमार, कॉन्स्टेबल इन्द्रेश कुमारी शामिल थे।

 

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