समाजवादी पार्टी के मुख्य अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के समर्थन में संसद में दिया जोरदार भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक नए किस्म के आंदोलनजीवी वाले बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को संसद में कहा कि राष्ट्र ने आंदोलन के जरिए स्वतंत्रता प्राप्त की। आंदोलन के माध्यम से असंख्य अधिकार प्राप्त हुए। महिलाओं को आंदोलन के माध्यम से मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ। महात्मा गांधी राष्ट्र के पिता बने क्योंकि उन्होंने अफ्रीका, देश और विश्व में आंदोलन किया।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आंदोलन के बारे में क्या कहा जा रहा है? वे लोग आंदोलनजीवी हैं। मुझे उन लोगों को क्या कहना चाहिए दो दान लेने के लिए बाहर जाते हैं? क्या वे चंदा जीवी संगठन के सदस्य नहीं है? अखिलेश यादव ने कहा कि कल मैंने एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा सुना। यह सिर्फ भाषण में है लेकिन जमीन पर नहीं। किसानों के यह नहीं मिल रहा है। मैं आंदोलनकारी किसानों को बधाई देता हूं कि उन्होंने पूरे भारत के किसानों के जगाया है।

अखिलेश यादव ने कहा कि यदि सरकार कहती है कि कानून किसानों के लिए हैं, अगर किसान इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं तो इसे वापस क्यों नहीं लिया जा रहा है। आखिर सरकार को कौन रोक रहा है? अखिलेश ने आगे कहा कि ऐसे आरोप हैं कि सरकार ने कॉरपोरेट्स के लिए कारपेट बिछाया है। बता दें कि प्रधानमंत्री ने राज्य सभा में कहा कि पिछले कुछ समय से इस देश में आंदोलन जीवियों की एक नई जमात पैदा हुई है जो आंदोलन के बिना जी नहीं सकती।