सिर्फ ट्विटर ट्विटर खेलते है पुलिस के अधिकारी , ज्यादातर घटनाक्रमों में थाना चौकियों का रहा है यही हाल, पुलिस विभाग द्वारा ट्वीटर पर मिलती है तुरन्त अपडेट, पर जमीनी हकीकत कुछ और

कानपुर। (सर्वोत्तम तिवारी ) कानपुर के थाना कोतवाली क्षेत्र में दबंगो द्वारा महिला से मारपीट की गई थी| महिला ने डायल 100 पर शिकायत की थी| थानाध्यक्ष कोतवाली ने इस प्रकरण में जो उचित कार्यवाही की वो किसी को हजम होने वाली नहीं है| थानाध्यक्ष कोतवाली ने महिला बुलाने पर मदद को पहुँचे भाई के ऊपर और आरोपियों की तरफ से एक व्यक्ति के ऊपर शांति भंग की कार्यवाही की है और पीड़ित महिला के मामले को दबा दिया| जबकि महिला का कहना था कि जिस बन्दे ने हमें बीच चौराहे मारा वो रात भर थाने में क्यों नही बैठा|

आरोपियों की तरफ से किसी अन्य को थाने में बैठाया जाना चकेरी थाना की चौकी शिव गोदावरी चौकी इंचार्ज देव नारायण द्विवेदी की चाल है|
जिस बन्दे को कल कोतवाली में बैठाया गया है उसकी तरफ से कोतवाली थाने पहुंची मुहल्ले की महिलाओं ने महिला से थाने के अंदर मारपीट करने की कोशिश की थी| उनका कहना था निर्दोष को क्यों फँसाया जबकि यह बन्दा पुलिस देवनारायण द्विवेदी चौकी इंचार्ज के कहने पर पुलिस पकड़ कर लायी थी| महिलायें बार बार ये भी कह रहीं थी कि यह को आज कोटवालीमे बैठा है जानती हो कौन है इसकी रिस्तेदारी या रिलेशन किसी बड़े अधिकारी से हैं| महिलायें बार बार अकेली पीड़ित महिला को धमकी दे रहीं थीं अब पता चलेगा तुझे|
सोंचने वाली बात ये है कि-

– आखिर 3 4 से दर दर भटक रही इस महिला के मामले को किसी अधिकारी ने गंभीरता से क्यों नहीं लिया|
– बड़े चौराहे पर मारपीट करने वाले असली आरोपी को कोतवाली पुलिस ने क्यों नहीं बैठाया|
– महिला के पुराने मामले जिसपर आरोपियों ने मारपीट की उसपर ध्यान न देकर कोतवाली पुलिस ने अपनी बला टालने के लिये दोनों पक्षों पर शांति भंग की कार्यवाही क्यों कर दी|
– कचहरी जाते समय महिला के साथ मारपीट की सूचना महिला द्वारा डायल 100 पर की गई पुलिस को सूचित करने के बाद महिला ने भाई को फोन करके बुलाया पुलिस ने मदद को पहुँचे महिला के भाई को ही बलि का बकरा क्यों बना दिया|

आखिर पुलिस तो पुलिस ही है|
और ट्वीटर पर अपडेट है-
उपरोक्त प्रकरण में थानाध्यक्ष कोतवाली द्वारा आवश्यक कार्यवाही की गई है|

अगर यूपी पुलिस की नजरों में उपरोक्त प्रकरण जैसे गंभीर मामलों यही उचित और आवश्यक कार्यवाही है तो सलाम है पुलिस की ऐसी कार्य प्रणाली को|