कानपुर नगर. मेरा गांव मेरा गौरव है अतः इसके चौमुखी विकास की आवश्यकता है भारत सरकार सबका साथ सबका विकास के साथ-साथ स्वच्छता पर भी ध्यान दे रही है खेती के विकास के साथ-साथ किसानों की उपज का वास्तविक मूल्य दिलाने के लिए कृषि क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं जैसे भंडारण हेतु गोदाम, फ़ूड प्रोसेसिंग , रेफ्रीज जनरेशन सिस्टम तथा सड़क का होना आवश्यक है कृषि तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए कृषि वैज्ञानिको द्वारा कृषि अनुसंधान में ध्यान देकर उन्नति बीज का उत्पादन एवं फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है | छात्रों को चाहिए कि वह अपने गुरुजनों का सम्मान करें और उनसे मार्गदर्शन भी प्राप्त करे ।
उक्त अभिव्यक्ति भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने चंद शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के कैलाश भवन में 19वे दीक्षांत समारोह में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये ।उन्होंने कहा कि कृषि को लाभदायक बनाने के लिए आवश्यक है कि उसके महत्व को छात्रों एवं जनता में बताएं बताया जाए इसके साथ ही कृषि एवं भारत की संस्कृति को छात्रों में जानकारी के लिए देने के लिए आवश्यक है कि हमें पाठ्यक्रम में रखना चाहिए| कृषि भारत की परंपरागत व्यवसाय कृषि संस्कृति है | देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक है वैज्ञानिक नई नई खोज करें ताकि नए उत्तम बीजों का उत्पादन हो सके अगले 5 वर्ष में किसानों की कुल आय को दोगुना किया जा सके कृषि उपज को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है कि नए कोल्ड स्टोरेज गोदाम एवं नवीन टेक्नोलॉजी की व्यवस्था करना सरकार का भी दायित्व है इसके लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है। हमें अपने देश की संस्कृति एवंसभ्यता को कायम रखना है तथा मातृ भाषा को महत्व देने की आवश्यकता है इसके लिए हम अपनी मातृभाषा ही प्रयोग करें रूस चीन एवं फ्रांस आदि देशो के राष्ट्र अध्यक्ष भी अपनी भाषा में बात करते हैं अब तो देश के लोग विदेश जाना भी पसंद नहीं करते क्योंकि देश के अंदर ही वही सुविधाएं भी मिलती है जो विदेशों में मिलती है।
देश की गुलामी से पहले जीडीपी 27 प्रतिशत थी और विदेशियों ने हमारे को खूब लूटा है क्योंकि हमारे देश में अपार संपदा थी आज गांव गांव में सड़क होना आवश्यक है ताकि किसान का सामाजिक विकास हो सके वर्तमान सरकार का उद्देश्य हर स्थिति में किसानों को लाभ पहुंचाना है उन्होंने कहा कि मां, जन्म भूमि, मातृ भाषा एवं मात्र भूमि को कभी ना भूलें | भारत की संस्कृति की विशेषता है विविधता में एकता है और लोकतंत्र में सभी को बोलने बोलने लिखने का अधिकार है पर इसका मतलब यह नहीं कि किसी को आपकी लेखनीय या अभिव्यक्ति से कष्ट हो दूसरों की रोटी मत छीनो यह हमारी संस्कृति नहीं है। किसानों के विकास के लिए भारत सरकार ने विभिन्न योजनाएं चलाई है ताकि हर स्थिति में किसानों की आय बढ़ाई जा सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माननीय राज्य पाल श्री राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का पहला प्रदेश है जिसके विश्व विद्यालयों में परीक्षाओ एवं दीक्षान्त समारोहों का समय से आयोजन किया जा रहा है यह विश्व विद्यालय चंद्र शेखर आजाद के नाम से जुड़ा है, उन्होंने चंद्र शेखर जी को नमन करते हुए कहा कि छात्रों के जीवन में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन है जब वह अपनी किताबी पढ़ाई खत्म करने के बाद जीवन के संघर्ष को प्रारम्भ कर रहे है उन्होंने कहा कि ज्ञानार्जन का कार्य भविष्य में भी जारी रखें तथा जो लक्ष्य तय करें उसको प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रमाणिकता एवं पारदर्शिता आवश्यक है , असफलताओं से हिम्मत नहीं हारे| उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत जीवन में कार्य करते समय देश और समाज के हित एवं लक्ष्य को भी ध्यान रखना चाहिए | उन्होंने छात्रों की अपेक्षा छात्राओं को अधिक संख्या में गोल्ड मेडल मिलने पर शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को और आगे बढ़ने एवं सफलता प्राप्त करने की नसीहत दी |
इसके पश्चात उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिसद नई दिल्ली के उप महा निदेशक (कृषि रक्षा ) डा ० एन ० एस ० राठौर एवं प्रोफेसर डा ० एम ० पी ० पाण्डेय रांची व इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर को डाक्टर आफ सांइस की मानध उपाधि से अलंकृत किया |इस अवसर पर मा ० उप राष्ट्रपति जी एवं राज्यपाल महोदय द्वारा 7 छात्र छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण पदक (गोल्ड मैडल) , 7 छात्र छात्राओं को सिल्वर (silver) मैडल, 7 को छात्र छात्राओं को ब्रोंज़े (bronze) मैडल तथा 10 छात्र छात्राओं को स्पांसर गोल्ड मैडल प्रदान किये | कार्यक्रम में विश्व विद्यालय के कुल पति डा ० सुशील सोलोमन द्वारा वर्ष 2017 में उत्त्रीण विभिन्न कृषि संकायों में 424 विद्यार्थियों को उपाधिया प्रदान की जिनमें 28 विद्यार्थियों को विभिन्न विषयो में पी ० एच ० डी ० की उपाधि से विभूषित किया गया |
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप साही , मा ० सांसद मुरली मनोहर जोशी , विधायिका कल्याणपुर नीलिमा कटियार , मण्डलायुक्त श्री पी ० के ० महान्ति , जिलाधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह सहित विश्व विधालय के कुल सचिव सहित छात्र छात्राये अन्य गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित थे |
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माननीय राज्य पाल श्री राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का पहला प्रदेश है जिसके विश्व विद्यालयों में परीक्षाओ एवं दीक्षान्त समारोहों का समय से आयोजन किया जा रहा है यह विश्व विद्यालय चंद्र शेखर आजाद के नाम से जुड़ा है, उन्होंने चंद्र शेखर जी को नमन करते हुए कहा कि छात्रों के जीवन में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन है जब वह अपनी किताबी पढ़ाई खत्म करने के बाद जीवन के संघर्ष को प्रारम्भ कर रहे है उन्होंने कहा कि ज्ञानार्जन का कार्य भविष्य में भी जारी रखें तथा जो लक्ष्य तय करें उसको प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रमाणिकता एवं पारदर्शिता आवश्यक है , असफलताओं से हिम्मत नहीं हारे| उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत जीवन में कार्य करते समय देश और समाज के हित एवं लक्ष्य को भी ध्यान रखना चाहिए | उन्होंने छात्रों की अपेक्षा छात्राओं को अधिक संख्या में गोल्ड मेडल मिलने पर शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को और आगे बढ़ने एवं सफलता प्राप्त करने की नसीहत दी |
इसके पश्चात उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिसद नई दिल्ली के उप महा निदेशक (कृषि रक्षा ) डा ० एन ० एस ० राठौर एवं प्रोफेसर डा ० एम ० पी ० पाण्डेय रांची व इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर को डाक्टर आफ सांइस की मानध उपाधि से अलंकृत किया |इस अवसर पर मा ० उप राष्ट्रपति जी एवं राज्यपाल महोदय द्वारा 7 छात्र छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण पदक (गोल्ड मैडल) , 7 छात्र छात्राओं को सिल्वर (silver) मैडल, 7 को छात्र छात्राओं को ब्रोंज़े (bronze) मैडल तथा 10 छात्र छात्राओं को स्पांसर गोल्ड मैडल प्रदान किये | कार्यक्रम में विश्व विद्यालय के कुल पति डा ० सुशील सोलोमन द्वारा वर्ष 2017 में उत्त्रीण विभिन्न कृषि संकायों में 424 विद्यार्थियों को उपाधिया प्रदान की जिनमें 28 विद्यार्थियों को विभिन्न विषयो में पी ० एच ० डी ० की उपाधि से विभूषित किया गया |
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप साही , मा ० सांसद मुरली मनोहर जोशी , विधायिका कल्याणपुर नीलिमा कटियार , मण्डलायुक्त श्री पी ० के ० महान्ति , जिलाधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह सहित विश्व विधालय के कुल सचिव सहित छात्र छात्राये अन्य गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित थे |