अलीगढ़ : जब गोली चलाने वाले हाथों ने थामा चरखा…

एन्काउंटर करते पुलिसकर्मियों को तो सभी ने देखा होगा, लेकिन एक पुलिसकर्मी जब गांधी जी का चरखा चलाये तो वह तारीफ़-ए-काबिल है। एन्काउंटर स्पेशलिस्ट माने जाने वाले एसएसपी राजेश पांडेय ने जब गांधी जयंती के अवसर पर चरखा (Charkha) चलाया तो सभी अधिकारीगण और जिलाधिकारी तो दंग रह गए क्योंकि एसएसपी बहुत सही तरह से सूत काट रहे थे।

एसएसपी राजेश पांडेय ने चलाया चरखा

अलीगढ़ के श्रीगाँधी आश्रम बन्नादेवी में दो दिन से सूतयज्ञ चल रहा है। जिसमें आने के लिए डीएम और एसएसपी को आमंत्रित किया गया था। सोमवार दोपहर सभी अधिकारीगण आश्रम में पहुंच गए।

 

जिस वक्त सभी अधिकारी इधर-उधर घूम रहे थे उस वक्त जब एसएसपी राजेश पांडेय ने चरखा चलाया तो सभी अधिकारी खुद को रोक नहीं पाए और चरखा चलाने लगे। सभी लोग पहली बार चरखा चला रहे थे जिस वजह से उन्हें सूत कातने में दिक्कत हो रही थी। लेकिन सभी के चेहरों पर ख़ुशी साफ झलक रही थी।

अपने जीवन के 9 साल तक काता है सूट

एसएसपी राजेश पांडेय तो जैसे सूत कातने के एक्सपर्ट निकले। जहाँ बाकी के अधिकारी चरखे के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे थे वही दूसरी तरफ एसएसपी ने सूत की कई बत्तियां कात दी। जब उनसे इस बात का राज पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इलाहाबाद में उनके पिता जी के दोस्त सुरेश रामभाई थे जो गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे, उन्ही के घर पर सूत काटा जाता था।

एसएसपी साहब ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन के 9 साल तक वहां सूत काता है। इतना ही नहीं आज भी उनके इलाहाबाद वाले पैतृक निवास पर चरखा रखा हुआ है। चरखा चलाने में निपुण कप्तान ने बताया कि यह काम उन्हें अच्छा लगता है। गांधी जी के पदचिन्हों पर वो भी चलते है।

 

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