आंशिक सूर्य ग्रहण ,ऐसे करे बचाव.

नयी दिल्ली,25 अक्तूबर, मंगलवार को साल का आखिरी सूर्यग्रहण, दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई सालों बाद देखने को मिल रहा है।  ज्योतिष शास्त्रीयो के अनुसार 1300 साल बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहार के बीच पड़रहा है साथ ही बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि में भ्रमण करेंगे । यह साल का आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण भारत के कई भागों में दिखाई देगा। ज्योतिष गढ़ना के अनुसार सूर्यग्रहण दिखाई देने से पहले इसका सूतक काल लागु होता है । वैज्ञानिकों के अनुसार लोग इस ग्रहण को नंगी आँखों से न देखे ,किसी फिल्म/रील से देख सकते है ,अच्छे सोलर रेडिएशन प्रूफ चश्मे से देख सकते है।  ,

भारत में सूर्य ग्रहण की शुरुवात 04 :22 शाम से सूर्य अस्त 05 :42 तक समाप्त होगी।आपको बताते चले कि सूर्य ग्रहण को हिंदू धर्म में एक प्रमुख खगोलीय घटना माना जाता है ,पंडित व शास्त्रियों का मानना है कि भारत में सूतक काल सुबह 04 :00 बजे से लागू  हो जायेगा। पूजा अर्जना निषेध हे ,गर्भवती स्त्री बहार न निकले ,पेट में बचाव के लिए गेरू का लेप करे। सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं किसी भी नुकीली चीजों का प्रयोग तो बिल्कुल भी न करें, ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने पर अंदर पल रहे बच्चे पर  विकृति असर आ सकता है। जैसे सिलाई-कढ़ाई का भी कोई कार्य न करें, सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती औरते को कपड़े की सिलाई करना,सब्जी काटना और नुकीले सामान के काम से दूरी बना कर रखनी चाहिए, बच्चे को शारीरिक दोष से बचाया जा सकता है।

.@ फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम  

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