कोबरा पोस्ट ऑपरेशन 136 पार्ट 2 – इंडिया टुडे , दैनिक जागरण ,भारत समाचार , पेटीएम , के न्यूज़ कानपुर आदि कई मीडिया समूहों की खुली पोल

TV Today Network 

हिशाम अली खान, मैनेजर, इंडिया टुडे इंपैक्ट; जय कुमार मिस्त्री, जनरल मैनेजर इंपैक्ट, इंडिया टुडे; आकांक्षा सिंह, डिप्टी मैनेजर, इंडिया टुडे, अनीता खन्ना, असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट, टीवी टुडे ग्रुप; राहुल कुमार शॉ, चीफ़ रेवेन्यू ऑफिसर, टीवी टुडे; कल्ली पूरी Vice Chairperson, इंडिया टुडे ग्रुप

टीवी टुडे नेटवर्क हिन्दी और इंग्लिश न्यूज़ टेलिविजन नेटवर्क है। BSE और NSE में listed टीवी टुडे नेटवर्क के आजतक, इंडिया टुडे टेलीविजन, तेज़ और दिल्ली आजतक जैसे कई न्यूज़ चैनल है। व्यापक रूप से टीवी टुडे नेटवर्क का स्वामित्व अरुन पूरी नियंत्रित Living Media Inc के पास है जो इंडिया टुडे, बिज़नस टुडे मैगज़ीन भी पब्लिश करती है। Magazines, newspapers, books, television, printing और Internet जैसे कई क्षेत्रों में ये कंपनी व्यापार कर रही है। इसके अलावा Cosmopolitan, मेल टुडे में भी कंपनी का joint venture है। क्या मीडिया में पैसों के दम पर खास agenda या propaganda चलाया जा सकता है? क्या paid न्यूज़ का वास्तव में कोई अस्तित्व है? सच्चाई जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा श्रीमद् भागवद गीता प्रचार समिति के प्रचारक बनकर इंडिया टुडे इम्पैक्ट के मैनेजर हिशम अली खान से मिले। पुष्प ने इन्हे बताया कि वो चुनाव के मद्देनजर इनके नेटवर्क पर हिंदुत्व के एजेंडाके साथ पॉलिटिकल satire और फ़ायर ब्रांड हिन्दू लीडर्स का प्रमोशन करना चाहते है। बातचीत के दौरान इंडिया टुडे इम्पैक्ट के मैनेजर हिशम अली खान ने कहा, my only motive is, my only vision is, my only objective is that BJP has to come in power”( मेरा एकमात्र उद्देश्य है, मेरा एकमात्र दृष्टिकोण है, मेरा एकमात्र उद्देश्य यह है कि बीजेपी को सत्ता में आना है।)

जब पुष्प ने हिशाम से aggressive और पॉलिटिकल rivals की thrashing की बात की तो हिशम ने जवाब दिया,“आपने एक हाथ बढ़ाया सर मैं दो हाथ बढ़ाऊंगा सर”   

पत्रकार पुष्प शर्मा की टीवी टुडे नेटवर्क के अधिकारियों से एक और मुलाक़ात मुंबई में भी हुई। इस मुलाक़ात में India Today के General Manager Impact Jay kumar Mistry; India Today की Deputy Manager Akanksha Singh से हुई। पुष्प के अपना हिन्दुत्व का agenda समझने के बाद Jaykumar Mistry ने कहा, This would be a theme पर उसके अलग अलग creatives होंगे अलग अलग रूप होंगे….”। अपने नेटवर्क पर agenda चलाने के लिए India Today के General Manager Impact Jay Kumar Mistry ने कहा कि payment advance में ही आती है और बोले, “तो ये cash में होगा या cheque में होगा”

मुंबई में पत्रकार पुष्प शर्मा की मुलाक़ात टीवी टुडे की असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट Assistant Vice President अनीता खन्ना से भी हुई। इस मुलाक़ात में अनीता के साथ India Today के जनरल मैनेजर Impact Jay Kumar Mistry भी थे। मुलाक़ात के दौरान Anita ने पुष्प को पूरा plan बताते हुए कहा, आपने points दिए हैं उसके हिसाब से अलग property create करेंगे।  

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात हुई टीवी टुडे के Chief Revenue Officer राहुल कुमार शॉ से। राहुल को पुष्प के एजेंडा के बारे में मुंबई की टीम पहले ही ब्रीफ़ कर चुकी थी। पुष्प से बातचीत के दौरान राहुल ने बताया कि वो very very pro government है। I say I must tell you I am very very pro very pro to the government”(मैं कहता हूं कि मुझे आपको बताना होगा कि मैं सरकार के लिए बहुत समर्थक हूं)

पत्रकार पुष्प शर्मा की इंडिया टुडे ग्रुप की Vice Chairperson कल्ली पुरी से भी मुलाक़ात हुई। बातचीत में पुष्प ने कल्ली को अपना एजेंडा विस्तार से बताया।  देखिए कैसे करोड़ों की रकम को देखते हुए कल्ली पुरी कैसे पुष्प के हिंदुत्व के एजेंडा इंडिया टुडे ग्रुप के सभी platform पर चलाने को तैयार हो जाती है। बातचीत के दौरान जब पुष्प ने कहा कि वो कैम्पेन को पॉलिटिकल gains के लिए इस्तेमाल करेंगे तो कल्ली का जवाब था, Agree But at the same time if you are doing some infield activities that we don’t agree with editorially we will be criticizing you”( सहमत हैं लेकिन साथ ही यदि आप कुछ अंतर्निहित गतिविधियां कर रहे हैं कि हम संपादकीय से सहमत नहीं हैं तो हम आपकी आलोचना करेंगे) पुष्प ने आगे जब कल्ली से polarization की बात कही तो कल्ली ने कहा, But you will have to separate all two things right I stand by being a friend of yours but we don’t necessary agree on everything”( लेकिन आपको सभी दो चीजों को सही तरीके से अलग करना होगा। मैं तुम्हारी दोस्त बनकर खड़ी हूं लेकिन हम सब बातों पर सहमत नहीं हैं)

बातचीत में कल्ली ने पुष्प से संगठन के लोगो को उनके program में लाने की भी गुजारिश की। कल्ली ने कहा, it would be very good if you would like to engage some of those people in the program because it’s a platform” (यदि आप कार्यक्रम में उन लोगों में से कुछ को शामिल करना चाहते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा क्योंकि यह एक मंच है)

मुलाक़ात के बाद टीवी टुडे के chief revenue officer Rahul Kumar Shaw ने 17 february 2018 को email के जरिये 275 करोड़ रुपए plus applicable taxes का advertising proposal भी भेजा जिसमें India Today Group के कई verticals शामिल है। पत्रकारिता के सिद्धांतों से किस स्तर तक समझौता किया गया इसका अंदाज़ा आप खुद ही लगा लीजिये। इस network से देश और विदेश में करोड़ों लोग जुड़े हुए है ऐसे में ये समझ पाना मुश्किल नहीं है कि कोई भी agenda या propaganda किस हद तक लोगों की सोच को प्रभावित या भ्रमित कर सकता है।


NETWORK 18

अयान भट्टाचार्य, सीनियर मैनेजर सेल्स, ETV न्यूज़; हर्षवर्धन द्विवेदी, नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हैड, न्यूज़ नेटवर्क 18; धीरज सारस्वत, सीनियर मैनेजर, नेटवर्क 18 नेटवर्क; ETV न्यूज़ नेटवर्क; Edwine Crasto, एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट सेल्स, न्यूज़ 18, नेटवर्क; प्रियंका दत्ता, Executive वाइस प्रेजिडेंट, न्यूज़ 18 नेटवर्क; जॉय चक्रबोर्ती, CEO Forbes एंड प्रेजिडेंट रेविन्यू, नेटवर्क 18; दीपक लूथरा, नेशनल एड सेल्स हैड, वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड; परोमा, एड सेल्स डिपार्टमेंट, वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड

नेटवर्क 18 ग्रुप, media और entertainment group है जिसके broadcasting, digital, movies, e-commerce, magazines और  mobile content में व्यापार है। 15 भाषाओं और 26 राज्यों के साथ news channels में देश का ये सबसे बड़ा समूह है। CNBC-TV18, CNN News18 और News18 इनके प्रमुख न्यूज़ चैनल हैं। साल 2014 में Reliance Industries Limited ने Network18 को take over किया और इसके बाद 2015 में Network 18 ने ETV Network को take over किया। इसके अलावा Viacom18 Motion Pictures, moneycontrol.com,firstpost.com, news18.com, cnbctv18.com, bookmyshow.com, Yatra, Forbes India, Overdrive, Better Photography और Better Interiors भी इस ग्रुप के ventures है। क्या नेटवर्क 18 ग्रुप में भी मोटी funding लेकर पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है? क्या यहाँ भी पेड न्यूज़, एजेंडा या फिर propaganda का कोई अस्तित्व है? हकीकत जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा श्री मद भागवत गीता प्रचार समिति के प्रचारक बनकर नेटवर्क 18 ग्रुप के लोगों से मिले और उनसे मोटी funding के बदले हिंदुत्व का एजेंडा चलाने की बात की ताकि elections के दौरान इसका फ़ायदा लिया जा सके। इसी सिलसिले में पुष्प की सबसे पहले मुलाक़ात होती है कोलकाता में ETV न्यूज़ के सीनियर मैनेजर सेल्स आर्यन भट्टाचार्य से। पुष्प इनसे कहते हैं कि हमारा न्यूज़ वाला understanding है उसमें हमारे पैनल डिस्कशन जो होंगे तो वो कैसे होगा,…इसपर जवाब में भट्टाचार्य चैनल को बीजेपी सपोर्टर बताते हैं और कहते हैं कि अभी हम आपको 80% सपोर्ट दे रहे हैं मैं बोल दूंगा तो 90% सपोर्ट करने लगेंगे। भट्टाचार्य कहते हैं कि “देखिए वो पूरा एडिटोरियल का पार्ट है, वो पहले बात करना है और आपका जो पैनल डिस्कशन है आप जो बोल रहे हैं न वो हम लोग नहीं कर सकते… मगर मैं आपको बोल रहा हूं कि और जो आपको भी पता है कि मेरा जो चैनल है वो बीजेपी को ही सपोर्ट करता है… लेकिन मैं बात करके अलग से बोल दूंगा कि इसको थोड़ा देखें… जो कर रहे हैं, 80% कर रहे हैं तो 90% करने के लिए…”

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है दिल्ली में नेटवर्क 18 के नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हैड नेटवर्क 18 हर्षवर्धन द्विवेदी से। पुष्प हर्षवर्धन को अपने हिंदुत्व के agenda के बारे में बताते है जिस पर हर्षवर्धन कहते है, “आप मुझे strong हिन्दू आदमी समझिए… वो समझिए जो अंदर से, दिल से राष्ट्रवादी बात करता है…”।  पुष्प नीमच और मंदसौर जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए political rivals को thrash करने की बात करते है जिस पर हर्षवर्धन  कहते है, “जहां भी होगा, जो भी इस तरह की चीजें होंगी वहां हर जगह मैं involve रहुंगा…”। पुष्प हर्षवर्धन से पश्चिम बंगाल और odisha में elections के मद्देनज़र खास तौर पर perception building और hammering की बात करते हैं जिस पर हर्षवर्धन कहते है,ठीक है…

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है चंडीगढ़ में News 18 Network के सीनियर मैनेजर धीरज सारस्वत से। पुष्प धीरज से हिंदुत्व के एजेंडा और thrash my political rival की बात करते हैं। इसके अलावा FCT की भी बात होती है जिस पर धीरज सलाह देते हैं, “धीरे धीरे धीरे डालो…वो हो जाता है…” Fire brand Hindu leaders के digital और social media में promotion के साथ साथ supportive team members द्वारा favor में tweet करने की बात पर धीरज कहते है, “कोई दिक्कत नहीं है…”।  चंडीगढ़ में News 18 Network के Senior Manager Dheeraj Saraswat पुष्प को चक्रव्यूह program में बुलाने का आश्वासन देते हुए कहते है, आप से question तीखे भी होंगे वो पहले से आपको बता देंगे…

पुष्प शर्मा आगे मिलते है मुंबई में Network 18 के Associate Vice President Sales Edwine Crasto से। पुष्प इन्हे अपने हिंदुत्व के agenda, fire brand Hindu leaders के promotion और thrashing to my political rivals की planning के बारे में बताते है। तमाम बातें सुनने के बाद Edwine Crasto कहते हैं, “I will brief Priyanka so tomorrow we will have a meeting…”

पत्रकार पुष्प शर्मा की मुंबई में अगली मुलाक़ात होती है नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता और जॉय चक्रबोर्ती से जो CEO-Forbes के साथ साथ प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 भी हैं।  पुष्प इन से अपने हिंदुत्व के एजेंडा के साथ साथ सेमी पॉलिटिकल और thrashing to our political rivals की बात करते है जिस पर प्रियंका, “sure, sure…” कहकर अपनी सहमति देती है। आगे जब बात polarization की आती है तब प्रियंका कहती है, “Absolutely…”        

बातचीत में CEO-Forbes के साथ साथ प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 जॉय चक्रबोर्ती प्रियंका दत्ता को निर्देश देते हुए कहते है, “This deal only you and me will get involve, not anybody of team because I don’t want anybody come to know…” (इस सौदे में केवल आप और मैं शामिल होंगे, टीम का कोई और इसमें शामिल नहीं होगा, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि किसी को पता चल जाए …”)

पुष्प की मुंबई में नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता से एक और मुलाक़ात होती है। प्रियंका बताती है कि उन्होने agenda को लेकर teaser भी तैयार कराया है।

नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता से पुष्प एक बार फिर मिलते है।बातचीत में प्रियंका बताती है, “कुछ होगा Part जो हमको uncomfortable लग रहा है तो we can balance it out. उसको देखेंगे कि कैसे उसको neutralize कर लें…”। प्रियंका आगे बताती है कि उन्होने  CEO-Forbes एंड प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 जॉय चक्रबोर्ती को सब बताया हुआ है।

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नेशनल एड सेल्स हैड दीपक लूथरा से । इस मुलाक़ात में दीपक के साथ उनके department की Paroma भी साथ थी। पुष्प इन से हिंदुत्व के agenda के साथ साथ political satire के जरिये विपक्षी दलों पर निशाना साधने और चुनाव में polarization की बात करते है। दीपक पुष्प की सभी बातों पर सहमत दिखते है उन्हे ऐसा करने में कोई ऐतराज नहीं। हमारे यहां है third party vendor आपको मिला देंगे आप उनके साथ content create करो और हमें दो we will put it on TV and promote it everywhere”

बातचीत में आगे जब पुष्प कहते है कि rivals को एंटी नेशनल दिखाना है तो वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के एड सेल्स हैड डिपार्टमेंट की परोमा कहती है, “दिखाना है I will mention that”( मैं इसका जिक्र करूंगी)

Network 18 group देश के सबसे बड़े media group में से एक है। दर्जनों चैनल के साथ विश्व के कई देशों में इसकी पहुँच है। अच्छी ख़ासी funding के एवज में Network 18 से जुड़े बड़े पदों पर आसीन लोग एक खास agenda चलाने को तैयार हो गए ताकि elections में माहौल बनाकर एक खास पार्टी को फ़ायदा पहुंचाया जा सके। ऐसे में सवाल उठता है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया कितना निष्पक्ष रह गया है? जवाब हम सबको ढूँढना है?


DAINIK JAGRAN

वैभव गुप्ता, सीनियर मैनेजर (एड सेल्स), रेडियो सिटी, चंडीगढ़; मयंक श्रीवास्तव, सीनियर मार्केटिंग मैनेजर और अनुराग गुप्ता, जनरल मैनेजर, दैनिक जागरण, देहरादून; अनिल रेड्डी, सेल्स मैनेजर, रेडियो सिटी, हैदराबाद; राजेश कुमार महाशा, एडवरटाइजिंग मैनेजर और रजनीश, दैनिक जागरण, कांगड़ा, हिमाचल; मनोज वालिया, जनरल मैनेजर(मार्केटिंग), दैनिक जागरण, दिल्ली और रवि कुमार पांडेय, असोसिएट वाइस प्रेजिडेंट (मार्केटिंग), दैनिक जागरण, नोएडा, अनिल गुप्ता, रीजनल सेल्स हेड, रेडियो सिटी, दिल्ली

दैनिक जागरण निस्संदेह सबसे बड़ी हिंदी दैनिक समाचार पत्रों में से एक है। हर दिन चार लाख प्रतियां बेची जाती हैं। उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार, झारखंड, पंजाब, जम्मू, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल से अलग संस्करणों के साथ नौ प्रमुख शहरों से एक साथ प्रकाशित होने वाला ये हिंदी दैनिक समाचार बड़ा नाम बनकर उभरा है। ऑपरेशन 136 के पहले भाग में, हमने संजय प्रताप सिंह का खुलासा किया था, जो बिहार के क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में इस पेपर के साथ काम करते हैं। सिंह न केवल पुष्प के एजेंडे को अपने अख़बार में उपयुक्त विज्ञापन बनाने और इसके लिए अपनी रचनात्मक टीम (creative team) को तैनात करके इस अभियान में भाग लेने पर सहमत हुए, बल्कि पश्चिम बंगाल में हिंदुत्व की हवा फूंकने में मदद करने के लिए भी सहमत हुए थे। उन्होंने कहा- हां हां कर देंगे आप निश्चिंत रहिए, हम आपको बंगाल का भी रिलीज कर देंगे.. ठीक है, तो उससे क्या होगा? हम जो आपको बोलेंगे वो वहां पर लोग लिख के आर्टिकल भी दे देंगे आपको time to time न्यूज़ भी देते रहेंगे

इतना ही नहीं ये न केवल अपने ग्राहक पुष्प शर्मा के लिए हर हद तक जाने को तैयार दिखे, बल्कि उन लोगों के बड़े नेटवर्क को तैनात करने के लिए तैयार थे, जो ममता बनर्जी सरकार को लक्षित करे और फिर बंगाल सरकार की निंदा अपने अखबार में करें ममता बनर्जी tarnish हो? सबसे पहले तो अपने जो stronghold हैं जो हिंदू होल्ड हैं वहां पे आपके लोग घूमें वहां की social life में mix करें वहां पे धीरे-धीरे देखिए सारा खेल perception का है आज एक player top player होता है कल नीचे चला जाता है और perception रहता है उसमें मीडिया क्या करता है उन चीजों को reassess करती है बढ़ाती है और साथ-साथ articles लिखना ये सब चीज में लोगों को रैली-वैली इन सब चीज में लोगों को involve करना

पत्रकार पुष्प के साथ दैनिक जागरण क्षेत्रीय प्रमुख (regional head) और रेडियो सिटी के उपाध्यक्ष (vice president) जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत कम खुलासा करने वाली नहीं थी। दैनिक जागरण अखबार और इसी ग्रुप के रेडियो सिटी स्टेशन में senior sales manager वैभव गुप्ता प्रिंट और रेडियो दोनों में पुष्प द्वारा प्रस्तावित दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने के लिए सहमत हुए इतना ही नहीं ये पेमेंट की राशि को आधे से ज्यादा कैश में लेने पर भी राजी हुए। बशर्ते की दोनों के बीच थर्ड पार्टी की मदद से ये काम किया जाए।

चूंकि पुष्प शर्मा ने जागरण के कार्यालय में वैभव से मुलाकात की, उन्होंने उन्हें अपने एजेंडे के पहले दो महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी। पुष्प ने बताया कि हमारे हिंदुत्व के एजेंड को चलाने के बाद, हम चाहते हैं कि हमारे प्रतिद्वंदियों को पप्पू जैसे उपनामों (nicknames) का इस्तेमाल करके सार्वजनिक रूप से उनकी छवि खराब की जाए। वैभव पुष्प की बात को तुरंत समझ जाते हैं। वो कहते हैं कि “Everybody knows [who] you are … targeting,” (हर कोई जानता है आप किसे target कर रहे हैं”)

पुष्प कहते हैं कि इस तरह के उपनामों पर किसी का पेटेंट थोड़े ही है। इसपर पुष्प की प्रशंसा करते हुए वैभव आगे कहते हैं कि “I mean … would say targeting the rivals in [a] sophisticated [way].”  (मेरा मतलब है … प्रतिद्वंदियों को लक्षित करना)

इसके बाद दोनों के बीच इस बात पर सहमति बनती है कि ये अभियान जागरण के अलग-अलग वर्टिकल्स में चलाना होगा। इसपर वैभव कहते हैं कि मैं premium position कहूंगा… Premium position तो हम आपको तीनों verticals में दे सकते हैं, प्रिंट, FM, digital के बारे में बात करते हुए. FM में हम क्या कर सकते हैं ad break start होते हैं। सबसे पहला ad आपका होगा तो प्रवृत्ति के बारे में बात नहीं कहेंगे सारी add breaks को हर कोई सुनता है लेकिन एक दो ad तो सारे ही सुन लेते हैं l”

पत्रकार ने कुछ दिनों बाद वैभव से मुलाकात की और अभियान के पहले महीनों के लिए उनके प्रस्ताव को लेकर वैभव से बजट के बारे में पूछा। इसपर वैभव ने बताया कि ये three months को जो मैंने आपको propose किया है टेक्स के साथ 2 करोड़ 8 लाख 9 लाख पुष्प पूछते हैं कि क्या हमारा अभियान FM रेडियो पर भी चलाया जाएगा, जवाब में वैभव कहते हैं कि “FM and जो मैंने आपको digital का दिया था that is also again 18 percent” इसके बाद पुष्प एक बार फिर वैभव से पूछते हैं कि हमारे एजेंडा का क्या हुआ, क्या आपने इसके बारे में अपने सीनियर अधिकारियों से विचार विमर्श किया। वैभव कहते हैं कि  मैंने प्रिंट एड जो आपने मुझे sample रेडियो का दिया था अपने बॉस को भी सुना दिया था if we can carry this or not और वो मैंने यहां पर भी अपना सबको सुना दिया था। This is the message which is going to be floated … Majorly it is about Hindutva only, indirectly  targeting the opposition in this case targeting the state government only” (ये वो संदेश है जो चलने जा रहा है … मुख्य रूप से यह केवल हिंदुत्व के बारे में है, अप्रत्यक्ष रूप से इस मामले में विपक्ष को लक्षित करने के लिए राज्य सरकार को लक्षित करना है)

पुष्प पूछते हैं कि क्या आप सब हमारे एजेंडा को चलाने में सहज हैं, जवाब में वैभव कहते हैं  हां इस बातचीत से ये तो स्पष्ट हो चुका था कि दैनिक जागरण की टीम पैसों के लिए पुष्प के घृणास्पद एजेंडा को चलाने के लिए तैयार थी। पुष्प ने वैभव से सवाल किया कि पेमेंट के बारे में क्या बात हुई। क्या आपने इस बारे में अपने सीनियर अधिकारियों से चर्चा की। जवाब में वैभव कहते हैं कि पैसे का मैंने चैक किया था. I mean what is your comfortable mode of payment”(मेरा मतलब है कि भुगतान का आपका आसान तरीका क्या है)  पुष्प इन्हें बताते हैं कैश, इसपर वैभव कहते हैं कि   कैश हां हम ले लेंगे..but we will be routing it through some agency, (लेकिन हम इसे कुछ एजेंसी के माध्यम से रूट करेंगे) direct तो हम ले नहीं सकते we will be routing(हम उसे रूट करेंगे) हां लेकिन वो कर लेंगे अपने level पे आगे पुष्प एक बार फिर इनसे पूछते हैं कि आपका मतलब है कि आप नकद में 50 प्रतिशत भुगतान स्वीकार कर सकते हैं? वैभव पुष्प को आश्वस्त कराते हैं कि कैसे पूरा लेनदेन कैश में लेकर उसे काले से सफेद किया जाएगा। वो हम कर सकते हैं क्योंकि हमें तो चैक ही आएगा payment but we will route it through other sources.(लेकिन हम इसे अन्य स्रोतों के माध्यम से रूट करेंगे) Agencies होती हैं trade partners होते हैं तो हम उनके through route करते हैं पुष्प इनकी नब्ज़ टटोलते हुए पूछते हैं कि इस तरह के रूटिंग कैश के लिए आपके पास सरोगेट साझेदार हैं? इसपर वैभव पुष्प को समझाते हैं कि  “Surrogate partner जितने भी होते हैं उनके through कर लेते हैं inhouse उससे हमारा सारा का सारा …” आगे पुष्प इनसे पूछते हैं कि क्या ऐसा करना सुरक्षित रहेगा। वैभव पुष्प का आश्वस्त कराते हैं और बताते हैं कि नहीं नहीं हमारे को मतलब billing सारी  white में दिखानी है तो अपने level पर उसको adjust करेंगे जैसे करेंगे

जब शर्मा ने जागरन के देहरादून कार्यालय का दौरा किया, तो उन्होंने सीनियर मार्केटिंग मैनेजर मयंक श्रीवास्तव और उनके मालिक महाप्रबंधक अनुराग गुप्ता से मुलाकात की। इस दौरान पुष्प ने प्रिंट और डिजिटल दोनों में अपने दुर्भावनापूर्ण मीडिया अभियान चलाने की बात कही। हैरत की बात ये है कि ये दोनों ही ऐसा करने लिए काफी इच्छुक थे। यहां, पत्रकार ने पहले मयंक से मुलाकात की और उन्हें अपने एजेंडे के बारे में विस्तार से बताया। पुष्प ने मयंक को एजेंडे से जुड़े सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखने के लिए कहा, मतदान परिदृश्य के ध्रुवीकरण और कट्टर हिंदुवादी नेताओं के डिजिटल प्रचार समेत उन सभी बिंदुओं के बारे में बताया, तो मयंक ने उन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए एक-एक शब्द का पालन करने की बात कही। जब पुष्प उन्हें बताते हैं कि हिंदुत्व के चरण के बाद अर्द्ध राजनीतिक चरण (semi political phase) का पालन करेंगे, मयंक ने समझौते में जवाब दिया: semi political । अब पुष्प फायरब्रांड हिंदुत्व के नेताओं के डिजिटल प्रचार पर वापस आकर मोहन भागवत, उमा भारती, विनय कटियार और राजू भाई जैसे फायरब्रांड हिंदुवादी नेताओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चलाने के लिए कहा। आगे पुष्प इन्हें बताते हैं कि मेरे एजेंडे का अगला बिंदु हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को झुकाना है। पप्पू जिंगल का जिक्र करते हुए पुष्प इन्हें बताते हैं कि ये जिंगल्स पहले से ही रेडियो पर चल रहे हैं, लिहाजा आप इन्हें अखबार में कैसे चलाएंगे। इसपर मयंक कहते हैं कि प्रिंट में innovative creative आप बना सकते हैंमयंक पुष्प को कार्टून का आईडिया देते हुए बताते हैं कि “Caricature आप बना सकते हैंआगे मयंक कहते हैं कि उसपे best idea जो दिया इसने अमूल का करंट अफेयर में जो चल रहा है उसमें रिलेट करके आप बना सकते हो तो वो जल्दी recall हो जाता है।

पुष्प इनसे कहते हैं कि जब मैं अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को झुकाने की बात करता हूं तो इस तरह के कार्टिकेशंस कांग्रेस, जनता दल, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को लक्षित करेंगे। मयंक कहते हैं कि यहां पर तो कांग्रेस ही मिलेगी mostly तो

मयंक ने इस सौदे को विस्तार से जानने के बाद पुष्प को अपने मालिक अनुराग गुप्ता से मिलने के लिए कहा। पुष्प ने इस अभियान को चलाने के लिए जागरण को 1.5 करोड़ का बजट बताया। पुष्प ने इन्हें ये भी बताया कि पैमेंट का कुछ हिस्सा वो चैक या RTGS से देंगे जबकि बाकी का पैसा दूसरे माध्यम से दिया जाएगा।  इसपर जागरण के जनरल मैनेजर कहते हैं कि “[You mean]In cash,” (आपका मतलब कैश से है) वो कहते हैं That is not an issue(वो कोई मुद्दा नहीं है) कोई दिक्कत नहीं है पुष्प इनसे पूछते हैं कि 1.50 करोड़ में से आप कितना पैसे कैश में ले सकते हैं। अपने बॉस की तरफ देखकर मयंक कहते हैं कि उसमें सर का point ये भी है कि बिल कम का ही चाहिए होगा पुष्प कहते हैं कि हम आपको 50 फीसदी रकम RTGS के माध्यम से देंगे जिसपर GST भी लगेगा जबकि बाकी का पैसा कैश में देंगे। जवाब में मयंक कहते हैं कि ठीक है” “चलिए देख लेंगे वो तो  once it takes forward, we will see(एक बार यह आगे बढ़ने के बाद, हम देखेंगे)

पुष्प शर्मा का अगला पड़ाव हैदराबाद था जहां वह अनिल रेड्डी से मिले जो जागरन के रेडियो सिटी में बिक्री प्रबंधक(sales manager) के रूप में काम करते थे। उन्हें अपने एजेंडा पर ब्रीफ करते हुए, पुष्प ने उनके सामने पप्पू जिंगल्स भी बजाए। पुष्प ने रेड्डी को बताया कि श्रीमद् भगवद् गीता के उपदेशों का उपयोग करके हिंदुत्व को बढ़ावा देना है, लेकिन इसमें कहीं भी हमारे संगठन का नाम अभियान के प्रायोजक के रूप में नहीं आना चाहिए। इसे इस तरह से पैकेज करें ताकि हम दोनों एक सुरक्षित पक्ष पर हों। रेड्डी इसपर जवाब देते हैं कि “Yes, yes … We are on a safer side.( हाँ, हाँ … हम एक सुरक्षित पक्ष पर हैं) हमारे एजेंडे का दूसरा बिंदु राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को झुकाना है, पुष्प ने रेड्डी को उन जिंगल्स की तर्ज पर काम करने के लिए बताते हैं। रेड्डी इसका जवाब ओके कहकर देते हैं। व्यापार का बढ़िया मौका देखकर रेड्डी सीधे बिजनेस की बात करते हैं कि और कहते हैं कि तो हम लोग एक काम करते हैं स्वामी जी we can play Hindi jingle also we can change Hindi jingle which is also direct of Hindi jingle So, let us do it this way Swamiji. (हम हिंदी जिंगल भी चला सकते हैं, हम हिंदी जिंगल को बदल भी सकते हैं जो हिंदी जिंगल का ही सीधा होगा, तो हम इसे इस तरह से करें स्वामीजी) पुष्प रेड्डी की बात पर खुशी जाहिर करते हुए कहते हैं यही तो हमें चाहिए। We direct conversation also we do it and now getting to commercial parts and all. We need to know how many days and all, generally we do. I will tell you this is not for political rate. (हम सीधी बातचीत भी करते हैं और हम commercial parts और ये सब करते हैं। हमें यह जानने की जरूरत है कि कितने दिन और ये सब, आम तौर पर हम करते हैं। मैं आपको बता दूं कि यह राजनीतिक दर के लिए नहीं है।)

रेड्डी हमें बताते हैं कि 2014 के चुनावों के दौरान, रेडियो सिटी पर विज्ञापनों की दर 600 रुपये प्रति सेकंड थी। लेकिन वे इसे रुपये के लिए कर सकते हैं। इस बार 550 प्रति सेकेंड। पुष्प इनसे कहते हैं कि आप जो भी चार्ज करेंगे, हम उसके साथ सहज हैं। बशर्ते कि आप ये सौदा पेपर पर नहीं दिखाएंगे। आप दिखा सकते हैं कि यह एक सामाजिक कारण के लिए किया जा रहा है। सहमति जताते हुए रेड्डी कहते हैं कि “Free kind of publicity(मुफ्त प्रकार का प्रचार), just to लोगों को जागरूक करने के लिए पुष्प इन्हें सलाह देते हैं कि इसके लिए हम थर्ड पार्टी का इस्तेमाल करेंगे। रेड्डी कहते हैं कि समझ में आ गया  understood

अब पुष्प इनसे पूछते हैं कि क्या आप पैमेंट का कुछ हिस्सा कैश में ले सकते हैं इसपर रेड्डी कहते हैं कि “Cash? Yes, will take for sure,” (नकद? हाँ, निश्चित रूप से ले जाएगा) आगे रेड्डी कहते हैं कि “Now ये आपके points और ये जो  jingles हैं… forward कर देंगे और उसके ऊपर ये मेजर रहेगा पैसा जो आप देंगे इसी का देंगे पुष्प कहते है कि हम केवल इस चरण के खिलाफ पेपर पर भुगतान दिखाएंगे। हम आपको राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ अभियान के लिए भुगतान करेंगे लेकिन हम इसे कागज पर नहीं दिखाएंगे। पेपर पर नहीं आएगा that come other way (वह दूसरे तरीके से आते हैं)… Okay”

आखिरकार दोनों पार्टियों के बीच 1.20 करोड़ में सौदा तय हो जाता है। पुष्प इन्हें बताते हैं कि अगर सब ठीक से काम करता है तो वे इसे आगे ले जाएंगे। पुष्प इनसे कहते हैं कि क्या वे पैमेंट का 50 प्रतिशत भुगतान कैश में ले सकते हैं। इसपर रेड्डी कहते हैं ऐसे कर सकते हैं

बातचीत खत्म करने से पहले पुष्प रेड्डी से पूछते हैं कि क्या वो उनके एजेंडा के बारे में सबकुछ समझ गए हैं। इसपर रेड्डी एजेंडा के सभी बिंदुओं को एक-एक करके दोहराते हैं। यह सुनना दिलचस्प है कि वह आगे क्या कह रहा है I am very much clear… one is Hindutva ka packaging hona hai aur jo bhi packaging karoonga that and with Shrimad Bhagwad Gita Prachar Samiti ke through hee jana hai … sangathan ko nahi ana hai. Number2 in funny or humorous way creative’s banaana … political rivals ko thrash karna hai (मैं पूरी तरह स्पष्ट हूं पहले है कि हिंदुत्व का पैकेजिंग होना है और जो भी पैकेजिंग करूंगा वो श्रीमद भगवत गीता प्रचार समिति के जरिए ही जाना है..संगठन को नहीं आना है, नंबर दो हास्य तरीके से क्रिएटिव बनाना..राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को झुकाना है)

आगे पुष्प कहते हैं कि हम एक एजेंडा पर काम कर रहे हैं और इस एजेंडा को इस तरह से चलाने की जरूरत है कि सांप्रदायिक तनाव हो क्योंकि यह हमारे लिए अधिक वोट प्राप्त करता है। रेड्डी इसके जवाब में कहते हैं कि “It’s a agenda okay … okay, okay और jingles पर आप कुछ घटिया बात नहीं कर रहे to be very frank जो बात है वही कह रहे हैं

आगे पुष्प इनसे अपने एजेंडा का RJ mentions द्वारा प्रचार कराना चाहते हैं। इसपर रेड्डी कहते हैं कि यहां पर ले गए RJ आएगा बीच बीच में mentions होगा” “मेरे को तो बड़ा study करके आपने

इसके बाद पुष्प शर्मा ने हिमाचल में कंगड़ा में जगरन के कार्यालय का दौरा किया। यहां उन्होंने मार्केटिंग मैनेजर राजेश कुमार महाशा और उनके सहयोगी रजनीश से मुलाकात की। जैसे ही पुष्प ने अपने अभियान के पहले चरण यानी हिंदुत्व के एजेंडा पर चर्चा शुरू की। इसी बीच रजनीश पूछते हैं आपके पास ये proposal बनाया है क्या है? पुष्प इन्हें बताते हैं कि हिंदुत्व एजेंडा इस अभियान का पहला चरण होगा जो मार्च 2018 तक पहले तीन महीनों तक चलता रहेगा। पुष्प इन्हें इस अभियान के पीछे छिपे असली उद्देश्य के बारे में भी बताते हैं, अब वो उनके साथ भुगतान के तरीके पर चर्चा करने के लिए आगे बढ़ते हैं। पुष्प इन्हें बताते हैं कि हमें दान में ज्यादातर कैश मिलता है। यदि आप कैश में भुगतान स्वीकार कर सकते हैं तो यह बेहतर होगा। इसपर रजनीश कहते हैं कि कैश में कोई दिक्कत नहीं है वो कैसे भी आप कर सकते हैं महाशा आश्वासन देते हुए कहते हैं कि  कर सकते हैं वो कोई नहीं है ऐसी problem” ये तय हो जाने के बाद पुष्प इनसे कहते हैं कि वो उम्मीद करते हैं कि जागरण के ये अधिकारी 2019 के चुनावों के संबंध में हमारी दृष्टि को बढ़ावा देंगे। राजेश ने स्पष्ट रूप से कोई संदेह नहीं छोड़ा इसका करेंगे इसका एक बार ना rate discuss करके

अब, ये जानकर कि हिंदुत्व एजेंडा का ख्याल रखा जाएगा, पत्रकार मुद्दे को आगे बढ़ाते हैं और इनसे कहते हैं कि बीजेपी और उसके खिलाफ नेताओं से जुड़ी खबरों को फ्रंट पेज पर प्रकाशित ना करके अंदर के पन्नों में जगह दी जाए। महाशा इसका जवाब ठीक है कहकर देते हैं। आगे महाशा कहते हैं कि आप देखते होंगे कि अखबार में बीजेपी के पक्ष में ही होता है कभी भी इसमें कोई दूसरा नहीं आता आप देखते होंगे बल्कि हमारे जो owner हैं संजय गुप्ता जी उनका खुद का Sunday को आता है उसी के ऊपर वो भी उसी के ऊपर आधारित होता है कि उसमें मोदी जी highlight होंयानी daily मैं देखता रहता हूं ये है तो ऑफिस से चला हुआ है यहां भी ऐसे ही रखते हैं हम हिमाचल में भी same उसी pattern के ऊपर अब अखबार है हमें न्यूज़ तो पब्लिश करनी पड़ेगी opposition की भी करनी पड़ेगी नहीं तो लोग भी पसंद नहीं करते इस करके ये है आगे राजेश कहते हैं कि  किसका ज्यादा करना है किसका कम करना है वो कर लेते हैं हम

अब तक, शर्मा ने उन प्रबंधकों से बात की थी जो समाचार पत्र के पदानुक्रम में ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं थे। इसके लिए, वरिष्ठ प्रबंधन के साथ अपने एजेंडे पर चर्चा करने के लिए पुष्प आगे बढ़ते हैं और जागरण के नोएडा कार्यालय में General Manager (Marketing) मनोज वालिया और Associate Vice President (Marketing)  रवि कुमार पांडे से मिलते हैं। पुष्प इन्हें बताते हैं कि उनके अभियान का पहला बिंदु हिंदुत्व एजेंडा होगा, पत्रकार वालिया से सभी बिंदुओं को नोट करने के लिए कहते हैं। हालांकि जब वालिया ऐसा करने से इनकार करते हैं, तो पत्रकार उन्हें बताते हैं कि उनके अभियान के तीन मुख्य बिंदु हैं। अभियान को एक नए तरीके से पैकेज करने के लिए उन्हें उनके समर्थन की जरूरत है। पुष्प ने इन्हें बताया कि कांग्रेस, बसपा और सपा जैसे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को रेडियो पर झुकाना बहुत आसान है क्योंकि आरजे स्क्रिप्ट के अलावा कहानी में अपना इनपुट भी जोड़ देते हैं। हालांकि प्रिंट में ऐसा करना मुश्किल हो जाता है। अब पुष्प इनसे पूछते है कि आप इसे कैसे करेंगे। ताकि हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के घोटालों की पोल खोलकर उन्हें झुकाया जा सके। वालिया पुष्प को बताते हैं कि वे रचनात्मक (creative) समर्थन को बढ़ाने में सक्षम नहीं होंगे क्योंकि उनके पास ऐसा अनुभव नहीं है इस काम के लिए हमें किसी थर्ड पार्टी की मदद लेनी चाहिए। आगे वालिया दैनिक जागरण और बीजेपी के बीच नजदीकियों को उजागर करते हुए कहते हैं कि  आप जानते ही हैं दैनिक जागरण जो ग्रुप है वो थोड़ा हम लोग support तो बीजेपी को करते हैं उसमें कोई दो राय नहीं और हम लोग जुड़े ही हैं उनके साथ पुराने समय से वहीं से राज्यसभा के MP बनते रहे हैं यहां के डायरेक्टर्स तो ये तो एक बात उसमें मैं चाह रहा था कि आप बता रहे थे आपको कि ये clear cut हो जाएगी आपका एजेंडा थोड़ा क्रिएटिव को डाल दिया attachment में जाए इस टाइप का हम रन करें मान लीजिए quarter page quarter page आप समझते हैं

पुष्प इनसे कहते हैं कि हमने आपके अखबार के लिए 20 करोड़ का बजट रखा हुआ है। वालिया “Okay” कहकर पुष्प की बात का समर्थन करते हैं। अपने संभावित ग्राहक पुष्प को ये जाहिर करने के लिए कि दैनिक जागरण पूरी तरह इनके साथ है वालिया पुष्प को अपने बॉस रवि कुमार पांडेय से मिलवाने की बात कहते हैं। अपने एजेंडे को दोहराते हुए, पत्रकार पुष्प शर्मा समूह के प्रिंट, रेडियो और डिजिटल के सभी तीनों वर्टिकल में अपने अभियान के लिए समर्थन मांगते हैं। पांडेय ने आश्वासन दिया है कि पूरी तरह से समझते हैं कि उनके ग्राहक को क्या चाहिए। हां प्रिंट हमारा flagship है एक बार प्रिंट में हम लोगों एक understandingपे आ गए कि ये advertisement, ये creative, ये advertorial तो मेरे को नहीं लगता कि digital में या रेडियो में कहीं पर भी ऐसे complication आंएंगी

पांडे आगे कहते हैं कि हां जब हम प्रिंट दिमाग में तो वो हमारे लिए issue नहीं है हमारे और आपके बीच में जितना मेरे को समझ आ रहा है या जो छत्रपाल साहब का अभी issue भी होगा ये होगा कि the kind of advertorial he wants to go … give whether that can go as it is या it needs certain modification … the kind of creatives could be he wants to get released that require certain modification (वह किस तरह का विज्ञापन चाहते हैं … दे दो या तो वो वैसा का वैसा ही जा सकता है या उसमें कुछ संशोधन की जरूरत होगी … क्रिएटिव की तरह वह रिलीज करना चाहते हैं जिसके लिए कुछ संशोधन की आवश्यकता है)

पांडे कहते हैं कि वो इस एजेंडा को बढ़ावा देने के लिए हर मुमकिन कदम उठाने को तैयार हैं। यह सुनना दिलचस्प है कि पांडे क्या कह रहे हैं इसके अंदर मैं clear कर देता हूं और मैं एक step आगे जाकर as far as marketing, sales perspective is concern obviously these are things getting revenue also as a revenue centre I don’t see  there would be large format challenges. Challenge kahan par aayega when it goes completely against the organization guidelines and ethics … (sales perspectiveचिंता का विषय है कि ये revenue प्राप्त कर रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि बड़ी प्रारूप चुनौतियां होंगी। चैलेंज कहां पर आयेगा जब यह संगठन दिशानिर्देशों और नैतिकता के खिलाफ पूरी तरह से चला जाता है) जागरण के इन वरिष्ठ अधिकारियों के मुंह से Ethics की बात सुनना हैरान कर देने वाला था। क्योंकि एक तरह हर हद तक एजेंडा को चलाने की बातें कह रहे थे और दूसरी तरफ Ethics का जिक्र हो रहा था।

लेकिन जब कोई समस्या हो तो समाधान भी होना चाहिए। जैसा कि पांडे ने हमें इस बात पर फिर से आश्वस्त करने के लिए कहा है कि उसके लिए there is a team also for editorial also तो normal case पर भी challenge रहता है हमें तो किसी भी  advertisement को लेकर आज भी बड़ी सारी चीजें आती-जाती रहती हैं तो there is a team of our … हां हा advertorial, editorial, brand के साथ इनके साथ combine meeting हो जाती है और उसके basis पर we go ahead तो I don’t see there would be some such challenges and your requirement would be require in all these department or may be other vertical also. Once we received communication for जैसे मनोज जी ने कहा ये communication है इसके बाद में जो आपकी expectation है in terms of creatives ये सारी चीजें clear कर देते हैं We can immediately let’s say within 24 hours we are in position to get back to you कि हां ठीक है this is …”

बाकी वरिष्ठ अधिकारियों से उनकी मंशा के बारे में जानकर अब पत्रकार पुष्प शर्मा रेडियो सिटी दिल्ली के Regional Sales Head अनिल गुप्ता से मिलते हैं। जैसा ही पुष्प ने अपने हिंदुत्व के एजेंडे के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा शुरू की, गुप्ता बताते हैं कि हालांकि एक माध्यम के रूप में उसका रेडियो स्टेशन संभावित ग्राहक प्रस्तावित नहीं कर सकता है, फिर भी इसे करने के तरीके हैं। पुष्प उन्हें पहले ही  जिंगल्स सुना चुके होते हैं। अनिल गुप्ता कहते हैं कि “Radio as a medium cannot promote or … any policy and all but yes there are ways on FCT में encapsulate करके चला सकते हैं वैसे कर सकते हैं उसको  पुष्प इनसे पूछते हैं कि क्या आपका मतलब विज्ञापन के रूप में इसे चलाने से है। इसपर अनिल कहते हैं कि  हां वैसे कर लेंगे वो दिखाई वैसे दे content है पर content हो ना हो वैसा कर लेंगे सुनाई दे कि content में जा रहा है लेकिन content ना हो  FCT बोला अभी

रेडियो सिटी के विभिन्न स्टेशनों पर अभियान चलाने के तरीके के बारे में चर्चा करने के बाद, गुप्ता दोहराता है कि उसे क्या करने के लिए कहा गया है। ठीक है तो तीसरा मोहन भागवत जी की जो दशहरे वाली speech है encapsulate करके उससे हम कैसे चला सकते हैं… Multiple जैसे on air रहे या digital platform के ऊपर है बस हम आपके content को कैसे advertorial wise not directly but advertorial wise content में उसको portray कर सकते हैं. फिर आपने बताया किसी श्लोक को लेकर भी हम एक को बताया फिर वहां से हमने relate कर दिया

पुष्प कहते हैं कि इस तरह आप उन श्लोकों को राजनीति से जोड़ सकते हैं जैसे आजतक चैनल पर “So Sorry” में किया जाता है। आप भी वही तरीका अपना सकते हैं। आखिरकार गुप्ता करेंगे करेंगे correct  कहकर पुष्प को उनके एजेंडे का चलाने का आश्वासन दे देते हैं और 20 करोड़ के डील के साथ ये मुलाकात यहीं खत्म हो जाती है। तहकीकात के दौरान जिन वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत हुई और जिस तरह उन्होंने पुष्प शर्मा के एजेंडा को चलाने के लिए हामी भरी वो वाकई पत्रकारिता के मूल सिद्धतों के खिलाफ जाता है।

 


PAYTM

सुधांशु गुप्ता, वाईस प्रेजिडेंट; अजय शेखर शर्मा, सीनियर वाईस प्रेजिडेंट, पेटीएम, नोएडा

पेटीएम ने 2010 में अपनी मोबाइल ऐप आधारित भुगतान सुविधा के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। इसकी स्थापना वन79 कम्यूनिकेशन के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने की थी। 2016 में इसका सबसे बड़ा ब्रेक आया जब 8 नवंबर को बीजेपी सरकार ने नोटबंदी की घोषणा की, जिसमें तत्काल प्रभाव से 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया। नोटबंदी का प्रभाव ऐसा पड़ा कि रातोंरात ये कंपनी मशहूर हो गई, हालांकि नोटबंदी के दौरान पेटीएम को पैसा कमाने का खूब मौका मिला। अनुमान है कि मार्च 2017 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में कंपनी ने 813 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, उपयोगकर्ता आधार के हिसाब से कंपनी के व्यापार में 150 मिलियन से 200 मिलियन तक भारी वृद्धि देखी गई, जबकि आम नागरिकों की कड़ी मेहनत के पैसे बेकार हो गए और उन्हें घंटों तक बैंकों की कतार में खड़े रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुराने नोट जमा कराने के लिए। इस दौरान 50 दिनों में करीब 150 लोगों ने अपनी जानें गंवाईं। इस दौरान किराना तक का सामान लेने के लिए सरकार ने digital modes of payment को खूब बढ़ावा दिया। देश के करोड़ो नागरिक उस वक्त सकते में पड़ गए जब एक वीडियों में उन्होंने पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा को जनता के दर्द और मौतों पर मजाक उड़ाते देखा। एक प्रोग्राम में विजय को ये कहते देखा गया था कि हम हत्यारे हैं, हम हत्यारे हैं … जो हमारे साथ नहीं है वो रोएंगेएक साल में वो किया जो उन्होंने दस साल में नहीं किया… कलेजा दिया, खून दिया, जान दी, सब कुछ लागा दिया बहनचोद

देश भर में 7 मिलियन से अधिक पंजीकृत व्यापारियों और 200 मिलियन से अधिक वॉलेट उपयोगकर्ताओं के साथ, पेटीएम अब एक बहुत ही विविध ई-कॉमर्स कंपनी है, जो भारतीय खरीदारों के लिए अनिवार्य हो रही है, फ्लिपकार्ट के बाद दूसरा नंबर इसी का है।

वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा ने यह जांचने का फैसला किया कि क्या पेटीएम भी अपने ऐप पर उनके एजेंडे को बढ़ावा दे सकता है। हैरानी की बात है कि पुष्प अपनी इस कोशिश में निराश नहीं हुए। जब वो उपाध्यक्ष सुधांशु गुप्ता और सीनियर उपाध्यक्ष अजय शेखर शर्मा से पेटम के नोएडा कार्यालय में मिले थे। पुष्प के साथ हुई उनकी ये मुलाकात काफी चौंकाने वाली साबित हुई, क्योंकि टॉप लेवल के इन अधिकारियों ने न केवल आरएसएस के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों का खुलासा किया बल्कि यह भी स्वीकार किया कि वे अपने लाखों ऐप उपयोगकर्ताओं को केंद्र सरकार के साथ साझा करने के लिए कबूल कर सकते हैं।

पुष्प शर्मा की पहले मुलाकात सुधांशु गुप्ता से होती है इससे पहले कि पुष्प अपने एजेंडा के बारे में इन्हें बता पाते सुधांशु पुष्प को संघ और सरकार से अपने नजदीकियों को बताने में लग जाते हैं। पुष्प को एक पेटीएम ऐप दिखा कर वो कहते हैं कि “By the way मैं आपको एक चीज़ और दिखाता हूं in case you should obviously know our political affiliation … this is our Paytm app. Nowdays Mr.Modi is right here. उनकी book आई है अभी extra Exam Warriors. We are … We are actually promoting this book …

ये पुष्प को आगे बताते हैं कि इनके e-format में पीएम की बुक भी है, आगे सुधांशु कहते हैं कि “So मेरे को ना what I will have to do is I really have to understand how do you want to propagate and what is your content(मुझे क्या करना होगा मुझे वास्तव में समझना है कि आप प्रचार कैसे करना चाहते हैं और आपका content क्या है)

अपनी जिज्ञासा को पूरा करने के लिए, पुष्प इन्हें अपने एजेंडे के बारे में बताते हैं और सुधांशु से पूछते हैं कि वो कैसे पेटीम के जरिए इसे प्रमोट करना पसंद करेंगे। पुष्प की बात पूरी होते ही सुधांशु इन्हें बताते हैं कि “While you talking I am getting some ideas of that (जब आप बात करते हैं तो मुझे इसके कुछ आइडिया मिल रहे हैं)…तो हम क्या करते हैं ना हम पेटीएम एप पे क्विज चलाते हैं हम आपकी भगवत गीता के राऊंड चला देंगे  पुष्प कहते है कि हिंदुत्व को प्रमोट करने के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है। सुधांशु आगे कहते हैं कि बिल्कुल वो ही क्विज चला देते हैं लोग मतलब आप विश्वास नहीं करोगे कुछ को डेली कम से कम 25-30 हजार लोग आकर ये क्विज खेलते हैं..ये चला देते हैं हम आपके लिए

इसके बाद पुष्प की इनसे एक और बैठक दिल्ली के होटल में होती है। इस बैठक में सुधांशु के साथ पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट और विजय शेखर शर्मा के छोटे भाई अजय शेखर शर्मा भी थे। अजय शेखर पुष्प से पूछते हैं कि वह अपने ग्राहक यानी पुष्प के लिए क्या कर सकते हैं, तो पुष्प दोहराते हैं कि उसने पहले से ही उनके सहयोगी सुधांशु को इसके बारे में बताया था। दरअसल उनका एजेंडा श्रीमद् भगवद् गीता प्रचार समिति के माध्यम से हिंदुत्व का प्रचार करना है। लेकिन हम संगठन को इस अभियान के प्रायोजक के रूप में शामिल नहीं करना चाहते हैं। इसपर अजय शेखर पूछते हैं कि संगठन को सामने नहीं लाएंगे ? मैं तो संघ से बहुत जुड़ा हुआ हूं इस एक वाक्य के जरिए अजय शेखर संघ से अपने जुड़ाव का खुलासा करते हैं। आगे अजय शेखर अरुण कुमार, कृष्णा गोपाल, एस के मिश्रा और यहां तक ​​कि शिव राज चौहान से भी अपनी नजदीकियों के बारे में बताते हैं। अजय शेखर बताते है कि उनकी संघ के इन सभी बड़े नेताओं से बातचीत है, और उनसे व्यावसायिक रिश्ते भी है, “संघ में centre में मिला हुआ हूं अरुण कुमार जी, प्रफुल केल्कर जो एडिटर… मतलब मेरे कभी discussion में ये बात आई नहीं निकलकर जो बात आप बोल रहे हो मतलब मेरे हर तरह के discussion होते हैं” पुष्प इन्हें बताते है कि वह “गुप्त व्यवस्था” के तहत काम कर रहे हैं, यानी एक गुप्त व्यवस्था है, और फिर संघ तो पूरी तरह से गुप्त काम करने के लिए जाना जाता है।

आखिर में पुष्प अजय शेखर के सामने एक पैंतरा फेंकते हैं और इन्हें बताते हैं कि संघ के सुप्रीमो मोहन भागवत भी इनके आश्रम में आ चुके हैं। और वो इन्हें व्यग्तिगत तौर पर जानते भी हैं। पुष्प इनसे ये भी कहते हैं कि अगर अजय शेखर को उनपर विश्वास नहीं हो तो वो हमेशा इंटरनेट पर चैक कर सकते हैं क्योंकि सबकुछ वहां उपलब्ध है। पुष्प की बातों से अजय शेखर इस कदर उत्सुक और प्रभावित हुए कि उन्होंने कहा  “इतना बड़ा काम कर रहे हैं और हम तो क्या बताएं हम क्या-क्या काम कर रहे होते हैं कुछ हम भी नहीं बता सकते आपको मतलब कुछ ऐसा काम हमसे करवाए संघ ने मैं आपको बता नहीं सकता ठीक है

लेकिन ये तो कुछ भी नहीं इसके अगले ही पल अजय शेखर जो खुलासा करते हैं वो वाकई चौंकाने वाला है। अजय शेखर बताते हैं कि पंचजन्य के संपादक केलकर उनके अच्छे मित्र हैं और कहते हैं कि “अरे मेरी दोस्ती तो उनसे दोस्ती का मतलब आप अगर पंचजन्य को उठाएंगे ना तो उसमें पेटीएम के एड दिखेंगे आपको..आप देखना कभी जाके आपको दिख जाएगा…वो उनके कहने से करे हैं हमने

अजय शेखर इस बात पर जोर देकर कहते हैं कि वह आरएसएस में विशेष रूप से केलकर से बात करेंगे। आरएसएस को इस तरह के तरीके को अपनाने की क्या जरूरत थी जबकि वो खुद उनके साथ सीधी बात कर सकते थे। अजय शेखर बड़े पैमाने पर आश्चर्य करते हैं, आगे अजय शेखर आरएसएस और बीजेपी मंत्रियों के कुछ और नाम गिरते हुए कहते हैं कि मैं थोड़ा confidence … confidence क्या मेरी समझ नहीं आ रहा कि हमसे क्यों नहीं कह रहे वो आगे पुष्प इनसे अपने गुरुजी की वीडियो उनके एप पर अपलोड करने के लिए आग्रह करते हैं। इसपर अजय शेखर पुष्प को आश्वस्त कराते हुए कहते हैं कि “नहीं नहीं वो सब हम कर देंगे अगर RSS कहेगा क्योंकि RSS तो हमारे ब्लड में है” आगे अजय शेखर बताते हैं कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं “मैं पूछूंगा करना है तो फिर उनको बताकर करेंगे हम भी तो अपने नंबर बनाएं सीधी सी बात है जब इतना कर चुके हैं तो करना ही क्या है

अजय शर्मा एक तरफ कहते हैं कि वह बचपन से आरएसएस के करीब है, और दूसरी तरफ  हमें बता रहे हैं कि हम बिजनेस से जुड़े हुए हैं। ये साबित करने के लिए कि वे सरकार और आरएसएस दोनों के करीब कितने करीब हैं, अजय शेखर ने एक और खुलासा किया “जब JK में बंद हुए थे ना पत्थर… तो हमारी personally PMO से फोन आया था कहा गया था कि data दे दो हो सकता है कि Paytm user हों?

जैसा कि paytm का दावा है “हम आपकी व्यक्तिगत जानकारी किसी तीसरे पक्ष को नहीं बेचेंगे, साझा नहीं करेंगे या अनचाहे email और sms के लिए email address या मोबाइल नंबर इस्तेमाल नहीं करेंगे। paytm द्वारा भेजे गए कोई भी email या sms केवल सहमत सेवाओं के तहत होता है जो की इस गोपनीय नीति के प्रावधान के संबंध में होता है” लेकिन तहकीकात में ये भी पता लगा कि ये उनकी इस नीति का पूरी तरह उल्लंघन है। सरकार के साथ data share करते वक़्त भी paytm ने अपनी सुरक्षा नीति का भी उल्लंघन किया “हमारे नियंत्रण में जानकारी के नुकसान, दुरुपयोग और परिवर्तन की सुरक्षा के लिए पेटीएम के पास कड़े सुरक्षा उपाय हैं। जब भी आप अपनी खाता जानकारी बदलते या एक्सेस करते हैं, तो हम एक सुरक्षित सर्वर का उपयोग करते हैं। एक बार आपकी जानकारी हमारे कब्जे में हो जाने के बाद हम सख्त सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करते हैं, इसे गलत हाथों में पहुँचने के खिलाफ सुरक्षित करते हैं।”

बीजेपी और संघ के बड़े नेताओं से अपने संबंधों का जिक्र करने के बाद अजय शेखर एक और खुलासा करते हैं। ये बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीया का जिक्र करते हुए कहते हैं कि “देखो ये जो कैलाश जी हैं ये मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं.. मतलब इन्होंने हमारे बहुत काम किए हैं.. मेरे एक दोस्त बंगाल में IPS है, इनके लिए बहुत काम कर रहा है वो इस टाइम.. ये शिवराज जी हैं इनसे ओह मतलब ये जानते हैं अजय शेखर

आगे पुष्प कहते हैं कि मोहनभागवत जी उनके गुरूजी से मिलने आश्रम आए थे और वहां पर उन्होंने इन सब बातों पर चर्चा की थी। लिहाजा ऐसा कुछ है कि आप इसपर उनसे बात करें और कहें कि उन्होंने सीधा आपको आदेश क्यों नहीं दिया। इसपर अजय शेखर कहते हैं कि “नहीं छोटी नहीं है मैं मान रहा हूं लेकिन जब मैं मोहन भागवत जी के साथ सारे काम कर रहा हूं और मोहन भागवत जी कहें भैया तुम ये कर रहे हो तो उनको बता तो दूं कि आपके लिए कर रहा हूं

केंद्र और अन्य राज्यों में आरएसएस और बीजेपी सरकारों के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों के इस तरह के खुलासे हैरानजनक हैं। सवाल ये खड़ा होता है कि पिछले कुछ वर्षों में पेटीएम ने जिस तरह जबरदस्त तरक्की हासिल की है क्या उसके पीछे इस भगवा ब्रिगेड का हाथ तो नहीं। केंद्र में सरकार बनाने वाली बीजेपी ने एक साल के भीतर ही यानी अप्रैल 2015 में पेटीएम ने भारतीय रेलवे के साथ एक समझौते में प्रवेश किया, जिसमें पेमेंट वॉलेट टिकटिंग से संबंधित transactions के लिए स्वीकार्य था, और उसी वर्ष दिसंबर में, आईआरसीटीसी ने घोषणा की कि Paytm ऐप के इस्तेमाल से आप रेलवे में खानपान सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह वह साल था जब पेटीएम और इसकी होल्डिंग कंपनी ने चीनी ई-कॉमर्स प्रमुख अलीबाबा के जैक मा जैसे निवेशकों के साथ विजय शेखर शर्मा के venture में निवेश किया था। उस वर्ष मार्च में जैक मा ने भारत का दौरा किया और वो प्रधान मंत्री मोदी से मिले थे। इसके अगले ही साल बीजेपी सरकार ने डिजिटल इंडिया के लिए अपना अभियान शुरू किया। हालांकि, “surgical स्ट्राइक” शुरू होने से दो महीने पहले, पेटीएम अपनी उपस्थिति में सर्वव्यापी बन गया था, समाचार पत्रों के पहले पन्नों में और प्राइम टाइम टेलीविजन के ब्रेक स्लॉट्स में पेटीएम का कब्जा होने लगा था। यहां तक कि पेटीएम ने अपने विज्ञापनों में पीएम मोदी को ब्रांड एम्बेस्डर के तौर पर प्रस्तुत किया। हालांकि बाद में इसे हटा दिया गया। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि विजय शेखर ने अपने विज्ञापनों में से एक में पीएम मोदी को उनके साहसी फैसले के लिए सराहा भी। हालांकि नोटबंदी से आम जन बेहाल हुए लेकिन दूसरी तरह यही नोटबंदी पेटीएम के लिए आविष्कार साबित हुई। नोटबंदी के दौरान पेटीएम ने विज्ञापनों में मोटा पैसा खर्च किया और जन-जन तक अपनी पहुंच बनाने की भरपूर कोशिश की।

पेटीएम के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हुए खुलासे वाकई किसी को भी हैरान परेशान कर सकते हैं।


Hindustan Times Media Limited

शैलजा सिन्हा, मैनेजर, हिंदुस्तान; अवनीश बंसल, असोसिएट वाईस प्रेजिडेंट, एचटी मीडिया लिमिटेड; सौरभ मिश्रा, SVP एंड बिजनेस हेड, साउथ इंडिया एंड इंटरनेशनल बिजनेस; गौरव शर्मा, चीफ प्रोग्रामिंग ऑफिसर,फीवर 104 FM  ;  अभिषेक गोसांई, सीनियर मैनेजर, एचटी मीडिया लिमिटेड; विनीता नरूला, एड सेल्स डिपोर्टमेंट, एचटी, नोएडा;   रिचा महाजन, मैनेजर सेल्स, फीवर 104 FM, दिल्ली; डी.के मित्तल, हेड मीडिया मार्केटिंग, एचटी मीडिया, चंडीगढ़; इंद्रजीत, यूनिट हेड, एचटी मीडिया, देहरादून; सौरभ गुप्ता, डिप्टी मैनेजर, एचटी मीडिया, मेरठ; प्रवीण मिश्रा, एजीएम, एचटी मीडिया वैंचर लिमिटेड, लखनऊ; अनिल दुआ, चीफ रेवेन्यू ऑफिसर, एचटी मीडिया वेंचर्स लिमिटेड, दिल्ली

HT Media Limited जिसमें Hindustan Times, हिंदुस्तान जैसे अखबार, कादंबनी, नंदन जैसी magazine, Fever 104 FM, Wall Street Journal के साथ partnership में Mint अखबार के अलावा news websites भी हैं। HT Media Limited की chairperson और Executive Director Shobhana Bhartia हैं जो साल 2006 से 2012 तक काँग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद रही है। HT group की print, electronic और digital media में अच्छी ख़ासी presence है। KK Birla group की HT Media में बड़ी हिस्सेदारी है। साल 1924 में शुरू हुआ Hindustan Times अखबार circulation के मामले में आज देश का सबसे बड़ा अख़बार है। क्या अच्छी ख़ासी funding के बदले HT Media Limited में भी paid news, कोई खास agenda या propaganda चलाया जा रहा है? क्या यहाँ भी पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है? जवाब जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा की पटना में मुलाक़ात हुई हिंदुस्तान अख़बार की मैनेजर शैलजा सिन्हा से। पुष्प ने शैलजा को अपने हिंदुत्व के एजेंडा के बारे में बताया।  जिस पर शैलजा ने कहा, “Exactly see we have that one of our product that kind it is not product it is a byproduct like it appear in Hindustan but we call BP brand promotion so what happen actually its surrogate way of advertising we call it that way” (वास्तव में क्या है हमारे पास जो प्रोडक्ट है वो प्रोडक्ट जैसा नहीं है। यह हिंदुस्तान में एक बायप्रोडक्ट है, लेकिन हम इसे बीपी ब्रांड प्रमोशन कहते हैं, इसलिए वास्तव में विज्ञापन के अपने सरोगेट तरीके से क्या होता है जिसे हम इसे इस तरह कहते हैं) शैलजा ने बताया कि गुड़गाँव में बैठकर भी बिहार और झारखंड को target किया जा सकता है। बक़ौल शैलजा, “I always be at your service if you want to do it through Gurgaon whatever convince because we need to sit I need we need to sit 4-5 couple of sittings than only can things can materialize” (अगर आप गुड़गांव के माध्यम से ऐसा करना चाहते हैं तो मैं हमेशा आपकी सेवा में रहूंगा क्योंकि हमें बैठने की ज़रूरत है क्योंकि मुझे जरूरत है कि हमें 4-5 बार बैठने की ज़रूरत है) एजेंडा को आगे चलकर political angle देने के सवाल पर शैलजा ने हामी भरते हुए कहा, “Exactly हां BP team को political angle देंगे ही नहीं लोगों को खुद ही लगेगा कि यार मेरे को bjp के साथ… हां अगर हमारे लोग हिंदु धर्म को follow करते हैं तो कहीं ना कहीं अपने आप को RSS से करते हैं RSS से अपने आप को associate करते हैं

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात गुरुग्राम में HT Media LTD के Associate Vice President अवनीश बंसल से हुई। पुष्प ने अवनीश को अपना हिंदुत्व का agenda बताया जिस पर अवनीश ने पहले approval की बात कही लेकिन बातचीत में आगे खुलकर कहा कि जब आप करोड़ों रुपया दे रहे है तो editorial team भी pressure में रहती है। अवनीश ने कहा, “if you are giving me couple of crore rupees right to talk positive about you right automatically my editorial is under pressure” (अगर आप मुझे अपने बारे में सकारात्मक बात करने के लिए कुछ करोड़ रुपये देने का अधिकार दे रहे हैं तो मेरे संपादकीय दबाव में हैं)  अवनीश बंसल से जब पुष्प ने political satire के बारे में बात की तो अवनीश ने कहा, “we will come up with something different क्योंकि प्रिंट में unanimously carry हो जाएगा हिंदी, इंग्लिश, मिंट सब जगह

पत्रकार पुष्प शर्मा की मुलाक़ात के दौरान fever 104 FM के बैंगलोर ऑफिस में SVP and Business Head- South India and International Business सौरभ मिश्रा से भी हुई। पुष्प ने सौरभ को चुनावों के मद्देनजर पॉलिटिकल rivals को thrash करने और हिन्दुत्व का agenda चलाने की बात कही। जिस पर सौरभ मित्रा ने कहा, तो उसी zone में we can convey your messages… Right तो आपका शो create करना है शो बना सकते है हम आपके लिए

बातचीत में fever 104 fm के चीफ प्रोग्रामिंग ऑफिसर गौरव शर्मा ने तो इस कैंपेन का content partner बनने के मंसूबे भी जाहिर किए  और बोले, हम एक कंटैंट पार्टनर भी बनना चाहते है रेडियो एक conceptualization है

पुष्प शर्मा ने एक बार फिर fever 104 fm बैंगलुरू के SVP and Business Head- South India and International Business सौरभ मिश्रा से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में सौरभ ने show का टाइम suggest किया और कर्नाटक में काँग्रेस पर attack करने के लिए बनाए गए content पर बोले, “sir देखो ये हम बनवा देते हैं——-economy crisis live”।   

पत्रकार पुष्प शर्मा अगली मुलाक़ात की नोएडा में HT के सीनियर मैनेजर अभिषेक गोसांई और Ad Sales department की विनीता नरूला से। Political rivals को thrash करने की बात पर अभिषेक बोले, “We need to come up with media plan or you want creative ideas as well” Fire brand हिंदू leaders की कवरेज की बात पर HT के सीनियर मैनेजर अभिषेक गोसांई ने कहा, “Mohan Bhagwat ji ki गुरुवाणी जो होगी so how we have to push through digital media we will plan and let you know”

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात दिल्ली में FEVER 104 FM की मैनेजर सेल्स रिचा महाजन से हुई। आपको बता दे दिल्ली में Fever Fm 104 popularity charts में नंबर 2 पर है। पुष्प ने रिचा को अपने हिंदुत्व के agenda के बारे में बताया जिस पर रिचा ने कहा, “I don’t think Sir मुझे ये फ़र्स्ट मीटिंग में बोलना चाहिए I am a hard core RSS believer…. पुष्प ने जब रिचा महाजन से jingles के जरिए अपने political rivals को thrash करने की बात की तो रिचा ने कहा, “हाँ ठीक है ये तो सब ok है कोई problem नहीं है”।   

पत्रकार पुष्प शर्मा की मुलाक़ात दिल्ली में एक बार फिर HT के सीनियर मैनेजर अभिषेक गोसांई और Ad Sales department की विनीता नरुला से हुई। इस मुलाक़ात में FEVER 104 FM की मैनेजर सेल्स रिचा महाजन, वाईस प्रेजिडेंट एंड सेल्स हेड अरिंदम पाल के साथ कंपनी के कुछ और लोग भी मौजूद थे। बातचीत के दौरान पुष्प ने अपने हिंदुत्व के agenda के जरिए perception built करने की बात कही जिसपर विनीता नरुला ने कहा, “करना ही है

पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात चंडीगढ़ में D.K. Mittal से हुई जो HT Media में Head Media Marketing है। बातचीत में पुष्प ने कहा कि संगठन के मन में agenda चलने को लेकर संशय है क्योंकि HT Media Limited की chairperson Shobhana Bhartia काँग्रेस party से राज्यसभा सांसद रही है।  इस बात पर D.K. Mittal ने सफाई देते हुए कहा, “सर वो बेशक राज्यसभा से काँग्रेस की एमपी बनी थी लेकिन वो she is very close to Arun Jaitely”.  Political rivals को thrash करने की बात पर D.K. Mittal ने कहा कि उन्हे पहले creatives देखने होंगे। बात जब fire brand hindu leaders के प्रमोशन की हुई तो DK Mittal ने कहा, “देखिये डिजिटल के लिए I can recommend one or two agencies who can handle your digital things”.     बातचीत के दौरान HT Media Limited चंडीगढ़ में Head Media Marketing DK Mittal ने कहा कि वो event के जरिए भी agenda चला  सकते हैं। डी.के. ने कहा, नहीं वो हम लोग manage करा देंगे लेकिन एचटी का नाम नहीं दे सकते उसमें…. हाँ वो सब manage हो जाएगा we have our activation team वो सब manage हो जाएगा जो टीम वगेराह solid होगी bouncer वगैरह भी मिल जाएंगे सब हो जाएगा Students को प्रभावित करने की पुष्प की मंशा पर DK Mittal schools में HT Media के चल रहे events और shows को sponsor करने का सुझाव देते हुए कहते है, “हम integration कर सकते है”।

पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात देहारादून में HT Media के यूनिट हेड इंद्रजीत से हुई। पुष्प ने इन्हे अपने हिंदुत्व के एजेंडा के बारे में बताया जिस पर इंद्रजीत ने पुष्प को local connect होने की सलाह दी और बोले, “one advantage you will have doing a local connect if you do some activities and all we can cover that up”.

हिंदुत्व के एजेंडा को लेकर पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात हुई मेरठ में HT Media के डिप्टी मैनेजर सौरभ गुप्ता से। एजेंडा के बारे में सुनने के बाद सौरभ गुप्ता ने कहा, “देखिये हम जब हिन्दुत्व के agenda को लेकर निकले हैं तो by hook or by crook काम हमारा होना है”।

पुष्प ने जब कहा कि संगठन के मन में संशय है कि HT Media Limited की चेयरपर्सन शोभना भरतिया कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद रही है। इस बात पर मेरठ में HT Media के डिप्टी मैनेजर सौरभ गुप्ता ने पुष्प को भरोसा दिलाते हुए कहा, “देखिये लेकिन अगर आप 2017 का चुनाव आप देखे तो बीजेपी को जितना ज्यादा हमने support किया हिंदुस्तान को किया… मैं मानता हूं कि शशि शेखर जी ने बहुत अच्छा support बीजेपी को उन्होंने इस चुनाव में किया”।

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात हुई लखनऊ में HT Media Venture Limited के AGM प्रवीण मिश्रा से। हिंदुत्व का agenda चलाने की बात पर प्रवीण मिश्रा ने पुष्प को brand promotion की सलाह दी और बोले, “it would be much more better and refined version of what you see on a advertorial overall और अच्छा impact पड़ेगा

पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात दिल्ली में HT Media ventures Limited के Chief Revenue Officer अनिल दुआ से हुई। इस मुलाक़ात में HT Media Venture Limited लखनऊ के Regional Head Media Marketing मनीष  झा भी मौजूद थे। पुष्प ने अनिल दुआ को अपना एजेंडा बताया जिस पर अनिल ने कहा, “first two is possible देखिये आप जो अपनी तरफ से करना चाहते हैं उसमें हमें करने में कोई problem नहीं है

Hindustan Times Group के ऊंचे पदों पर बैठे लोगों ने हिंदुत्व का agenda चलाने के लिए e-mail के जरिए proposal भी भेजे। Forbes ने Hindustantimes.com को दुनिया की top 10 news sites में शुमार किया है। इस website के हर महीने 100 million page views है। Indian Readership Survey (IRS) के साल 2011 के पहले तिमाही आकड़ों के मुताबिक Hindustan Times के 3.7 million readers थे वही Hindi दैनिक अखबार Hindustan के 36.6 million readers थे। यानि देश और विदेश में करोड़ों लोग HT media के विभिन्न माध्यमों से जुड़े है। ये अनुमान लगाना मुश्किल नहीं होगा कि इतने बड़े platform का इस्तेमाल अगर किसी खास agenda या propaganda चलाने के लिए किया जाता है तो कितनी बड़ी जनसंख्या भ्रमित या प्रभावित होगी।

 

BHARAT SAMACHAR

आशीष आनंद, मार्केटिंग एंड सेल्स हेड; बृजेश मिश्रा, एडिटर इन चीफ और मालिक, भारत समाचार टीवी न्यूज़ चैनल, लखनऊ

भारत समाचार टीवी ईटीवी उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड के पूर्व एडिटर-इन-चीफ ब्रजेश मिश्रा ने एक साल पहले ही लॉन्च किया था। ये चैनल उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड में राजनीतिक और करंट अफेयर्स पर कार्यक्रमों का प्रसारण करता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से यूपी टेलीविजन प्राइवेट लिमिटेड अपने कार्यक्रमों का प्रसारण करता है। चैनल के वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, मेरठ, नोएडा और आगरा में ब्यूरो हैं।

यहां, पुष्प शर्मा ने Marketing and Sales Head आशीष आनंद से मुलाकात की। हमेशा की तरह, वह उन्हें बताते हैं कि उनके मीडिया अभियान के पहले तीन महीने भगवत गीता और भगवान कृष्ण के प्रचार से सॉफ्ट हिंदुत्व पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो मतदाताओं को उनके धर्म का समर्थन करने के लिए अपील करते हैं। फिर, इस प्रारंभिक चरण के बाद, हमारा अभियान चुनाव के दौरान राजनीतिक परिदृश्य को ध्रुवीकरण करने के लिए घूम जाएगा। ताकि हमारी पार्टी अभियान से राजनीतिक लाभ उठा सके। इसपर आनंद हूं” कहकर जवाब देते हैं।

पुष्प अब इन्हें उमा भारती, विनय कटियार और मोहन भागवत जैसे फायरब्रांड हिंदुत्व नेताओं से संबंधित भाषणों और कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए कहते हैं। भारत समाचार के मार्केटिंग हेड पुष्प को आश्वस्त कराते हुए कहते हैं कि कोई दिक्कत नहीं है उसकी जब भी होगी ना तो हमारे digital platform पर वो show upload हो जाएगा

आगे पुष्प आनंद से कहते है कि वो उन्हें 28 मिनट लंबी एक वीडियो देंगे जो स्वतंत्र भारत के इतिहास से जुड़ी 7 बड़ी घटनाओं पर आधारित होगी। जैसे 1965 और 1971 की लड़ाई, 1989 में मंडल आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन के चलते राजीव गोस्वामी ने उन्मूलन बोली, अयोध्या आंदोलन, 13 दिन की वाजपेयी सरकार का गिरना, 2002 में गोधरा दंगे और आखिर में मोदी का राष्ट्रीय दृश्य में आना। बाद में पुष्प आनंद को कहते हैं कि इन पैकेज से यह स्पष्ट ना हो कि आप अत्यधिक पक्षपातपूर्ण हैं।

पुष्प इन्हें बताते हैं कि इन 3 मिनट के लंबे वीडियो के अलावा हमारे पास पप्पू और बहन जी पर जिंगल्स हैं। आपको पप्पू और बहनजी और उनकी पार्टियों कांग्रेस, बीएसपी और एसपी जैसे प्रतिद्वंदियों के खिलाफ इस तरह की कंटेट बनाना और चलाना होगा ताकि हम अपने इन प्रतिद्वंदियों को झुका सकें। आनंद पुष्प को कहते हैं कि वो इन जिंगल्स को उनके Whatsapp पर भेज दे। आनंद अपने संभावित ग्राहक यानी पुष्प के एजेंडे के सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, अपना सिर हिलाकर सहमति जताते हैं।

भारत समाचार के मार्केटिंग एंड सेल्स हेड आनंद के साथ अपने एजेंडे के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद, पुष्प ने अब उन्हें बताया कि अक्सर आश्रम में दान कैश (cash donation) में आता है, लिहाजा वो पेमेंट में ज्यादातर पैसा कैश के जरिए देना चाहते हैं। आनंद ने सहमति के साथ कहा, हां, कैश। आगे आनंद पुष्प को कहते हैं कि उन्हें अपने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर गंगा आरती को live दिखाने में कोई समस्या नहीं है। आनंद ये भी कहते है कि  उमा भारती दीदी और विनय जी का … भागवत जी का कल्याण जी का इनका जो भी होगा जब भी कहीं कोई statement देंगे वो हम प्लेटफॉर्म पर अपना लगा देंगे

इसके बाद आनंद चार हिंदूवादी नेताओं के भाषण का प्रचार करने के लिए भी सहमत हो जाते हैं। अब आनंद पुष्प से पूछते हैं कि अच्छा इसमें आप हमें जो टीवी पर जो हमें न्यूज़ के format जाएं तो उसमें आप हमसे क्या चाह रहे हैं?”

पुष्प कहते हैं कि ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप हमें किस तरीके से संपादकीय मदद दे सकते हैं। आनंद आश्वस्त कराते हुए कहते हैं कि जो support हम कर सकें?”

भारत समाचार टीवी के Marketing Head के साथ इस बैठक से यह स्पष्ट था कि वो चैनल हमारे एजेंडे के अनुसार कंटेंट चलाने को तैयार है, यहां तक की हमें  संपादकीय समर्थन देने के लिए भी तैयार है।  पुष्प शर्मा ने एक बार फिर आनंद से उनके लखनऊ कार्यालय में मुलाकात की, आनंद ने यहां खुलासा किया कि उन्होंने एजेंडा पर अपने मालिक ब्रजेश मिश्रा के साथ चर्चा की है और वो इसे जो अपने चैनल पर चलाने के लिए तैयार हो गए हैं। अपने मालिक का जिक्र करते हुए आनंद पुष्प को सूचित करते हैं कि मैंने कल सब discussion कर लिया था उनसे भाई साहब से तो कह रहे थे ठीक है no problem वो ही वाली बात हमारी आपकी वाली

पुष्प आनंद से कहते हैं कि जैसे कि आपने बताया कि आपके मालिक हमारे एजेंडा के साथ सहज हैं जवाब में आनंद कहते हैं कि  हां comfortable थे वो आनंद कहते हैं कि कल मैंने आपका सब सुना था.. jingles वगैरह सब बहुत जबरदस्त था पुष्प इन्हें बतातें है कि इन्हीं की मदद से तो हम अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को खत्म करने की कोशिश करेंगे। आनंद पुष्प द्वारा दी गई जिंगल्स की तारीफ करते हुए कहते हैं कि तरीका भी वही है तरीका यही है इसमें कोई if and but नहीं है  जब पुष्प इन्हें बतातें है कि ऐसे बहुत सारे जिंगल्स एफएम रेडियो पर चलने के लिए तैयार हैं, जवाब में आनंद पुष्प को कहते हैं कि हां नहीं अपन का तो क्या है एकबार सब चीजें fix हो जाएंगी ठीक है तो वो तो आपका आरती है हम करा ही देंगे…लेकिन जो और जो चीज़ें आप हमें बता रहे थे ना तो वो फिर उस हिसाब से plan out करते रहेंगे… main concern तो उसी का है ना

कुछ देर बाद आनंद के मालिक ब्रजेश मिश्रा भी इस मीटिंग में पहुंच जाते हैं। ग्राहक के रूप में पुष्प इन्हें बताते हैं कि सौदा जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा और ऐसा लगता है कि वो भी हमारे एजेंडा के समर्थक हैं, मिश्रा शक की कोई गुंजाइश ही नहीं छोड़ना चाहते थे लिहाजा वो पुष्प से कहते हैं कि  अरे नहीं पूरी मदद करेंगे आपकी आप जो बोलेंगे करा देंगे ऐसी कोई बात नहीं है.. हम भी चाहते हैं चीजें ठीक रहें.. इस समय जिस तरह से चल रहा है देश ये देश को जरूरत है इस तरह से चलने की क्यों पीछे हम लोग 15-20 सालों से देख रहे थे कि देश और प्रदेश दोनों बहुत ढीला और अनियंत्रित  और बिखरा हुआ चल रहा था बिखरा हुआ सभी क्षेत्र में चाहे वो आर्थिक हो चाहे वो सामाजिक हो चाहे वो राजनीतिक हो सभी क्षेत्र में बिखरा हुआ था अब कम से कम एक विचारधारा की चीज़े चलेंगी देश में और ये रहनी चाहिए ताकि इनका जो vision है देश को क्या positive दे रहा है ये reflect होना चाहिए” 

जो कुछ भी मिश्रा कह रहे हैं उससे साफ जाहिर हो रहा है कि वो एक खास विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए है,

आनंद कहते हैं किऔर तो सब बात हो ही गई हैइसके बाद आनंद के मालिक ब्रजेश मिश्रा पुष्प को कहते है कि अच्छा लगा आपसे मिल केऔर इसके लिए बहुत शुक्रियायहां एक ग्राहक के रूप में इनसे बात कर रहे पुष्प इन्हें बताते हैं कि मैने आपके चैनेल के लिए विज्ञापन खर्च 1 करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया है। आनंद कहते हैं कि हां वो तो मैंने आपको भेज दिया

आगे आनंद कहते है कि आपने तो महसूस कर लिया बहुत अच्छा लगा आपसे मिलके  पुष्प इनसे कहते है कि बाकी की बातें मैं आपके सहयोगी से कर लूंगा। मिश्रा पुष्प से कहते है कि हांआप और ये जो निर्णय कर लेंगे हमें स्वीकार है सब

जैसे ही भारत समाचार टीवी के मालिक के साथ यह मीठी और छोटी बैठक खत्म हो गई है, पुष्प आनंद से पूछते हैं कि क्या उन्होंने अपने मालिक के साथ अपने हिंदुत्व एजेंडा थ्रेडबेयर पर चर्चा की थी। जवाब में आनंद कहते हैं कि बता दिया था….सब बता दिया जितना भी लिखा था…उसमें कोई गलत नहीं है पुष्प कहते हैं कि बहुत बढ़िया तो इन्हीं गर्मियों से आप हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को झुकाने का प्रयास शुरू कर दो। इस पर आनंद कहते हैं कि हां वो भी jingle वगैरह सब सुना दिए आपकेहां अब पुष्प आनंद से पूछते हैं कि क्या आपने उनसे पेमेंट को लेकर चर्चा की थी, 60 फीसदी कैश औऱ बाकी 40 फीसदी चैक। क्योंकि हम लोग आपसे सिर्फ उसी राशी का बिल लेंगे जो हम आपको एक नंबर यानी चैक की मदद से देंगे। पुष्प के इस सवाल पर आनंद कहते हैं कि हां…वो निश्चिंत रहिए आगे पुष्प पूछते हैं कि अब बताइए कि पैसा कहां देना होगा। मेरा बंदा आपको पैसा दे जाएगा। आनंद कहते है कि वो कोई दिक्कत नहीं है

अगले ही पल आनंद एक और खुलासा करते हुए कहते हैं कि हम इन सब मामले में बहुत सक्षम हैं बहुत इलेक्शन निकाल दिएअब हम जानते हैं कि टीम भारत समाचार एक पुराना हाथ है और व्यापार की सभी चाल अच्छी तरह से जानता है। इससे पहले कि इनके साथ ये मुलाकात खत्म हो जाती ये पुष्प के सामने एक और कबूलनामा बताते हैं आप अगर ETV में भी बात करेंगे तो वो भी कहेंगे वो ही एक आदमी था बस

यहीं पर आनंद के साथ पुष्प की मीटिंग खत्म हो जाती है। लेकिन आनंद और ब्रजेश के साथ बातचीत में ये साफ हो चुका था कि देश में इस वक्त बिकाऊ मीडिया(paid news) का कारोबार कितने बड़े पैमाने पर चल रहा है। पैसा कमाने के लिए मीडिया हाउसेस पत्रकारिता के पेशे के साथ भी खुली गद्दारी कर रहे हैं।

 

K NEWS

अनुराग अग्रवाल, चेयरमैन, के न्यूज़, कानपुर

कानपुर से प्रसारित होने वाले के न्यूज़ के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं हैं। ये एक हिंदी भाषी क्षेत्रिय चैनल है। जिसे 2005 में पांच प्रमोटरों द्वारा शुरू किया गया था और अनुराग अग्रवाल उनमें से एक है। इस चैनल के यूपी और उत्तराखंड के कई शहरों जैसे देहरादून, नोएडा, और लखनऊ में ब्यूरो भी हैं। वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा की के न्यूज़ के चेयरमैन अनुराग अग्रवाल से मुलाकात हुई और पुष्प ने इन्हें अपने हिंदूत्व के एजेंडा के बारे में बताया। पुष्प ने इन्हें ये भी बताया कि उनके चैनल के साथ पहले तीन महीने को वो test and trial के तौर पर रहेंगे। पुष्प ने बताया कि उनके चैनल के लिए वो डेढ़ करोड़ का बजट लेकर आए हैं जो कि वास्तव में एक क्षेत्रीय चैनल है। पुष्प की बातें सुनने के बाद अग्रवाल कहते हैं कि बहुत सी चीजें हैं सर, अगर आप एडवांस करना चाहें तो कोई कमी नहीं है पुष्प इन्हें कहते हैं कि वो ऐसा कर सकते हैं लेकिन पहले चीजों के बारे में बातें कर लेते हैं। इसी बीच बैठक में मौजूद अग्रवाल के सहयोगी कहते हैं कि Creative team बहुत strong है सर, मतलब they are professionals

आगे अग्रवाल पुष्प को बताते हैं कि चैनल पर प्रसारित होने वाले ‘K Darshan’ नाम के कार्यक्रम में हम हिंदुत्व के एजेंडा को promote करना है। इस कार्यक्रम में हम गंगा आरती और गौरखनाथ मंदिर से लाइव प्रोग्राम प्रसारित कर सकते हैं। पुष्प को ये बताते है कि इनका ‘K Darshan’ प्रोग्राम किसी एक हिंदू मंदिर के बारें में दिखाता है और दर्शकों को उसका महत्व बताता है।

अपने चैनल के लिए एक बड़े व्यापार अवसर को देखते हुए अग्रवाल अपने ग्राहक की विचारधारा को हर हाल में पूरी करने के लिए तैयार हो जाते हैं वो कहते हैं कि  हम लोगों के साथ भी कोई ideology जुड़ती है तो हम लोग भी उसको बड़ा प्लान में कर सकते हैं देखिए हमारे पास में limited resources हैं तो हम लोग limited चल रहे हैं जब हमारे पास ऐसे संग में backing आती है तो हम उसको expand भी कर सकते हैं हमारे लिए expansion बहुत बड़ा वो नहीं है

पुष्प इन्हें बताते हैं कि वो एक प्रपोजल (प्रस्ताव) तैयार करके उन्हें दें ताकि वो उसे अपने दूसरे प्रचारकों को दिखा सकें। पुष्प इन्हें बताते हैं कि पूरी सौदेबाजी किसी तीसरी पार्टी से होगी। अग्रवाल सहमति जताते हुए कहते हैं कि कोई दिक्कत नहीं पुष्प इन्हें बतातें हैं कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हम नहीं चाहते कि इस अभियान के साथ हमारे संबंध स्थापित किए जाएं। पुष्प की बात पर अग्रवाल कहते हैं कि नहीं उसके बाद फिर हम भी आपको help नहीं कर पाएंगे. जैसे ही ये चीज़ खुलती हैं direct intake हो रहा है तो लोगों का जो  perception है वो खत्म हो जाता है उनको ये लगता है उन्हीं का हो गया है अग्रवाल भी इस बात को जानते हैं कि जो सौदा वो कर रहे हैं वो निष्पक्ष पत्रकारिता के मूल्यों के खिलाफ है।

पत्रकार पुष्प अब उन्हें बताते हैं कि हिंदूत्व के धार्मिक प्रमोशन के शुरुआती चरण के बाद, हमारा अभियान semi political (अर्ध-राजनीतिक) एजेंडा की तरफ बढ़ेगा  और अर्ध-राजनीतिक से आक्रामक हिंदुत्व तक चलेगा। अग्रवाल एक बार फिर सहमति जताते हुए कहते हैं कि देखिए हमारा funda clear है अगर आपसे हमारा कोई चीज associate होती है तो हम एक ही जगह stand लेंगे हमारा ये नहीं कि इधर भी ball खेलेंगे और उधर भी ball खेलेंगे और पहला तो धर्म के प्रति होता है कोई भी व्यक्ति निकलता है तो धर्म के प्रति होता है (You see, I have a clear funda)”

अब बात आती है एजेंडा के डिजॉल प्रमोशन की, जो कि अभियान का एक महत्वपूर्ण चरण है। पुष्प अब इन्हें बताते हैं कि हमारे कट्टर हिंदूवादी नेताओं जैसे मोहन भागवत, उमा भारती और विनय कटियार के भाषणों का अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से प्रमोशन करें। अग्रवाल पुष्प को आश्वस्त करते हुए कहते हैं कि वो हो जाएगा

पुष्प इन्हें कहते हैं कि अगले चरण में हम चाहते हैं कि हमारे राजनितिक प्रतिद्वंदियों जैसे कांग्रेस, बसपा और सपा को हास्यास्पद कंटेंट के जरिए झुकाया जाए। जैसा कि ‘so sorry’ में किया जाता है और इस तरह के content को आप अपने चैनल और वेबसाइट पर चलाएं। फिर, हम आपके पूरे चैनल के साथ बुक करना चाहते हैं, क्योंकि हम किसी अन्य राजनीतिक दल को आपके एयर-टाइम तक पहुंचने नहीं देना चाहते हैं। अग्रवाल हामी भरते हुए कहते हैं कि हां बिल्कुल इसमें कोई बुराई नहीं है

चुनाव 2019 का जिक्र करते हुए, पुष्प उन्हें बताते हैं कि यह एक युद्ध है जो पांच साल में एक बार हमारे पास आता है। अग्रवाल इसके लिए पुष्प को अपने समर्थन का आश्वासन देते हुए कहते हैं वैसे भी आप देख लीजिए आपके साथ कोई खड़ा है तो आपको भी लगता है कि मुझे भी उसके साथ खड़ा होना है… तो फिर अपने साथ का बंदा है एक ही चीज़ पर चल रहे हैं, एक ही तरफ हैं हमारा एक ही directionहै और एक ही सोच है

अब पुष्प इनसे कहते हैं कि भुगतान के तरीके पर चर्चा किए बगैर समझौता नहीं हो सकता है। लिहाजा पुष्प इन्हें बताते हैं कि वो 60:40 के अनुपात में भुगतान करना चाहता है, यानी 60 फीसदी कैश और बाकी की 40 फीसदी रकम चैक द्वारा। पुष्प इन्हें बताते हैं कि उन्होंने अन्य चैनलों के साथ भी यही व्यवस्था की है। लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि अग्रवाल को ऐसा करने में भी कोई आपत्ति नहीं है। अग्रवाल पुष्प को कहते हैं कि वो जो भी है जैसे भी है कोई issue नहीं है मैं क्या कि अपना एकदम clear है कि जो चीज़ पर आप चल रहे हैं उसी चीज पर हम चल रहे हैं

कुछ समय बाद पत्रकार पुष्प, अग्रवाल को फिर फोन करते हैं ये जानने के लिए कि क्या अग्रवाल अपनी बातों से पलटे तो नहीं हैं क्या वो अब भी इस एजेंडा पर काम करने के लिए तैयार हैं। जैसे ही अग्रवाल फोन रिसीव करते हैं वो पुष्प को कहते हैं कि वो तो कब से उनसे मुलाकात की सोच रहे थे। पुष्प अग्रवाल को फोन पर कहते हैं कि वह ग्राहक को पत्रकार से मिलने की उम्मीद कर रहा है। वो अग्रवाल को बताते हैं कि जल्द ही उनके पॉइंटमैन उन्हें हिंदुत्व की जानकारियां और कुछ सीडी सौंपने के लिए मिलेंगे, पत्रकार उन्हें दो और बातें याद रखने के लिए कहते हैं जिनकी उनके चैनल को देखभाल करनी होगी। पुष्प बताते है कि हमारे पास उत्तर प्रदेश में ओम प्रकाश राजभर, अनुप्रिया पटेल और उपेंद्र कुशवाह जैसे केंद्र में कुछ गठबंधन पार्टियां हैं, जो विशेष रूप से टीडीपी के तरीकों से अलग होने के बाद पिनप्रिक्स की तरह खेल रहे हैं। इसलिए, इन छोटे साझेदारों को हर समय आपके द्वारा झुकाने की जरूरत है। इसपर भी अग्रवाल “okay” कहकर अपनी सहमति जताते हैं। पुष्प इन्हें कहते हैं कि मेरा दूसरा मुद्दा ये है कि, हमें अपने संगठन और हमारी पार्टी दोनों को संपादकीय समर्थन की आवश्यकता है। हामी भरते हुए अग्रवाल कहते हैं कि आप निश्चिंत रहिए उसके लिएबिल्कुल बिल्कुल

जब हमारे पास अग्रवाल जैसे लोग हैं, तो आप अदांजा लगा सकते हैं कि देश में मीडिया का क्या स्तर है।


INDIA VOICE

अनिरुद्ध सिंह, CEO और एडिटर इन चीफ, इंडिया वॉयस, लखनऊ

साल 2015 में शुरू हुआ इंडिया वॉयस मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पर केंद्रित एक क्षेत्रीय समाचार चैनल है। भाग्य ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले ये कंपनी चल रही है। कंपनी के तीन प्रमोटरों में से एक हैं सीईओ और एडिटर-इन-चीफ अनिरुद्ध सिंह, जो कि मीडिया में एक पुराना नाम हैं। उन्होंने सहारा समाचार, इंडिया न्यूज़, अमर उजाला और दैनिक जागरण के साथ भी काम किया है। इंडिया वॉयस के लखनऊ कार्यालय में अनिरुद्ध सिंह से मुलाकात की वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा ने। और इन्हें अपने एजेंडे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पुष्प की बातों पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि आपको जो ये आपका अपना चैनल है इसको इस तरह से समझ करके इसको स्थान देना है आपको

अगले ही पल अनिरुद्ध पुष्प के सामने इस बात का खुलासा करते हैं कि जिस विचारधारा पर आप काम कर रहे हैं उसी से मैं जुड़ा हुआ हूं। आगे पुष्प कहते हैं कि मैं उम्मीद करता हूं कि इस एजेंडे के साथ कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं होगा। जवाब में अनिरुद्ध करते हैं कि किसी भी तरीके का नहीं… वैसे दूसरे लोग आपके एजेंडे को कम follow कर पा रहे हैं, हमारा हम ज्यादा follow कर रहे हैं

अनिरुद्ध से अपने अभियान में मदद की मांग करते हुए पत्रकार पुष्प शर्मा ने अपना दुर्भावनापूर्ण एजेंडा उनके सामने रख दिया। जिस पर अनिरुद्ध आश्वासन देते हुए कहते हैं कि वो जल्द ही इस एंजेंडे पर काम करना शुरू कर देंगे। और आप लोगों का सहयोग मिल जाएगा आशीर्वाद मिल जाएगा तो जल्दी इसको क लेंगे आगे हिंदुत्व के प्रचार का आश्वासन देते हुए अनिरुद्ध आश्वासन देते हुए कहते हैं कि सर मैं इस विचारधारा का बहुत स्ट्रॉग सपोर्टर हूं, मतलब मैं उन सब लोगों में से हूं मैं यहीं आपके सामने बैठा हूं मैं सार्वजनिक रूप से कह सकता हूं कि हिंदुस्तान में भगवान राम का मंदिर बनाना चाहिए, इसलिए बनना चाहिए क्योंकि यहां अगर नहीं बनेगा तो कहां बनेगा

हिंदुत्व पर अपनी निष्ठा स्पष्ट करने के बाद, अनिरुद्ध अपने ग्राहक यानी पत्रकार पुष्प से पूछते है आप जो भी और चीजें clear करना चाहते हैं मुझे बता दीजिए कोई issue नहीं है अनिरुद्ध की बढ़ती दिलचस्पी को देखकर अब पुष्प उनके सामने अपने एजेंडा का सबसे खतरनाक पहलू रखते हैं। पुष्प इनसे सांप्रदायिक पहलू की बात करते हुए कहते हैं कि हमारे एजेंडे के तीन मुख्य बिंदू हैं पहला और सबसे महत्वपूर्ण हिंदुत्व है, जिससे हम कभी समझौता नहीं करेंगे। एक सुखद माहौल बनाने के लिए, भगवद् गीता की शिक्षाओं का उपयोग करके हिंदुत्व को बढ़ावा देना होगा और श्रीमद् भगवद् गीता प्रचार समिति को प्रायोजक के रूप में पेश करना होगा। जैसे-जैसे चुनाव आएंगे, आप देखेंगे कि सभी राजनीतिक दल इस अल्पसंख्यक कार्ड को खेलेंगे। तब हम उन्हें अपने हिंदुत्व मीडिया अभियान के साथ मुकाबला करने में सक्षम होंगे और अगर जरूरत पड़ी तो हम सांप्रदायिक लाइनों पर मतदाताओं को ध्रुवीकरण भी करेंगे। पुष्प की बात का जवाब अनिरुद्ध ठीक है कहकर देते हैं, इसके बाद जी-जी और फिर कहते हैं Polarize कर देंगे  अपनी बात को मजबूती से रखते हुए पुष्प कहते हैं कि अगर हमारे प्रतिद्वंदी इसे सीधे खेलते हैं, तो हम भी सीधे खेलेंगे और अगर वे गंदे खेलते हैं, तो हम भी इसी तरह करेंगे। जवाब में अनिरुद्ध कहते हैं समझ गया हालांकि, ये सुनिश्चित करने के लिए कि अनिरुद्ध उनके मुद्दे पर पूरी तरह सहमत हैं पुष्प इनसे एक बार फिर पूछते हैं कि क्या आप इस अभियान में हमारे साथ हैं। जवाब में अनिरुद्ध कहते हैं कि ठीक है, पूरा सपोर्ट मिलेगा

इसके बाद पुष्प अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए उन्हें पप्पू, बूआ और बबुआ जैसे नामों से इनका दुष्प्रचार करने की बात कहते हैं। पुष्प कहते हैं कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की चरित्र हत्या करना भी हमारे एजेंडे का एक हिस्सा होगा। पुष्प कहते हैं कि अगर इन सब में से आपको बबुआ यानी अखिलेश को लेकर कोई हमदर्दी है तो आप इसे इस परिपेक्ष से बाहर रखना चाहते हैं तो रख सकते हैं। एजेंडा पर सहमति जताते हुए अनिरुद्ध कहते हैं कि हमारी जो भी है ना पप्पू से sympathy है, ना जो बूआ से sympathy है और ना हमारी बबुआ से sympathy है

पुष्प इन्हें बताते हैं कि हमारे जिंगल्स केवल पप्पू पर हमला करते हैं, क्योंकि आखिरकार लड़ाई केवल कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगी, वो आगे बताते हैं कि हमने इस नेता को पप्पू के रूप में ब्रांडिंग करने में बहुत गाढ़ी कमाई का निवेश किया है। इसलिए, उनके चरित्र की हत्या नियमित आधार पर की जानी चाहिए, ताकि लोग उसे कभी गंभीरता से न लें। पुष्प इन्हें अपने अभियान के राजनीतिक पहलू पर विस्तार से बताते हैं जिसपर अनिरुद्ध ठीक है कहकर जवाब देते हैं। आगे पुष्प कहते हैं कि मैं उम्मीद करता हूं कि आपको कांग्रेस, बसपा और सपा और इनके नेताओं के खिलाफ स्टोरी चलाने में कोई दिक्कत नहीं आएगा। अनिरुद्ध आगे कहते है कि नहीं, हमें कोई दिक्कत नहीं है अपने अभियान के पहले दो चरणों का जिक्र करते हुए पुष्प इन्हें 1.5 करोड़ रुपये का बजट बताते हैं, पत्रकार उन्हें बताते हैं कि अगर उनका चैनल अभियान को चलाने में अच्छी तरह सहयोग करेगा तो वो छह महीने के बाद बजट में कई गुना वृद्धि कर देंगे। पुष्प इनसे कहते हैं कि आपके उच्च अधिकारियों की तरफ से मेरे अभियान में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। अनिरुद्ध एक बार फिर पुष्प को आश्वस्त करते हैं कि आप उस चीज के लिए निश्चिंत रहिए बाकी लोगों से अच्छी delivery ना मिले तो आप मुझसे कहिएगा

मुलाकात खत्म करने से पहले पुष्प एक बार फिर अपने एजेंडे के मुख्य बिंदुओं पर वापस आते हैं ताकि इसे दृढ़ता से चलाया जा सके। पुष्प बताते है कि हमें हिंदुत्व को बढ़ावा देकर एक सुखद माहौल बनाना है, और फिर चिह्नित राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को लगातार झुकाना है। जवाब में अनिरुद्ध कहते हैं कि ठीक हैपुष्प फिर पूछते हैं कि मैं उम्मीद करता हूं कि आपको मेरा एजेंडा अच्छे से समझ आ गया होगा। जवाब में अनिरुद्ध कहते हैं कि मैं समझ गया पत्रकार फिर पूछते हैं कि बताओ मेरे एजेंडा का पहला बिंदु क्या है, एक आज्ञाकारी छात्र की तरह अनिरुद्ध एक-एक कर सारे बिंदु गिनवाना शुरु करते हैं। हिंदुत्व.. और दूसरा जो है सरकार की छवि को.. जी पप्पू, बूआ और उनपर attack पुष्प कहते है कि यही हम आपसे चाहते हैं। आपको हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की चरित्र हत्या कर बार-बार उन्हें झुकाना है ताकि कोई भी उन्हें गंभीरता से ना ले। बदले में अनिरुद्ध कहते हैं कि जी

आखिरकार पुष्प इनसे एक बार फिर पूछते हैं कि क्या उन्हें इस एजेंडा के संबंध में किसी और चीज पर चर्चा करनी है। इसपर अनिरुद्ध का जवाब क्या था ये सुन लीजिए बस मेरा तो मैं clear हूं और मैं बहुत excited हूं