क्षत्रिय महासभा का वेबिनार एक मई को:हीरा सिंह भदौरिया

(वरिष्ठ पत्रकार पंकज कुमार यादव की रिपोर्ट)

उत्तर प्रदेश ,बाँदा 25 अप्रैल 2022 ,अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एकता के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह भदौरिया ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पदाधिकारीगणो की “ऑनलाइन वर्चुअल बैठक ” कार्यक्रम के तहत अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एकता के समस्त सम्मानित राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पहली ऑनलाइन वर्चुअल बैठक /वेबिनार दिनांक 01 मई 2022 (प्रथम रविवार ) को प्रातः 11 बज़े से होगी

जिसमें सभी सम्मानित राष्ट्रीय पदाधिकारियों को सम्मिलित होगे , सर्व प्रथम परिचय कार्यक्रम होगा तत्पश्चात सभी अपने बहुमूल्य सुझाव / मार्गदर्शन संगठन हित में बैठक के माध्यम से सबके मध्य रखेंगे । जिन पर सर्व सम्मति से निर्णय लिया जायेगा । ऑनलाइन वर्चुअल बैठक / वेबिनार में भाग लेने वाले सदस्यों को एक वर्ष में सम्पन्न होने वाली सभी ऑनलाइन वर्चुअल बैठक में 100 % उपस्थिति दर्ज़ कराने पर सम्मानित महासभा के माध्यम से किया जाएगा ।इस पूरे वेबिनार के संयोजक राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह भदौरिया होंगे एवं संचालन अरुण सिंह चंदेल , राष्ट्रीय प्रवक्ता / प्रभारी बुंदेलखंड (उ.प्र.व म.प्र.) व आई. टी .सेल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एकता करेंगे।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एकता के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह भदौरिया ने जानकारी दी कि क्षत्रिय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी तथा महाराजा छत्रसाल बुन्देला जी की जयन्ती ज्येष्ठ मास, शुक्लपक्ष , तृतीया को प्रतिवर्ष मनायी जाती है । इस वर्ष इनकी जयन्ती उक्त तिथि के अनुसार 2 जून /2022 को पड़ रही है। किन्तु कुछ क्षत्रिय संगठनों के पदाधिकारी / कार्यकर्ता महाराणा प्रताप जी की जयन्ती कलेंडर ईयर के अनुसार 9 मई /2022 को मानते हैं और कुछ क्षत्रिय संगठन परम्परा और तिथि के अनुसार ज्येष्ठ मास शुक्लपक्ष तृतीया को ही मानते हैं , जिसके अनुसार 2जून को उनकी जयंती पड़ रही है।

गत वर्ष की भांति महासभा इस वर्ष महाराणा प्रताप जी और महाराजा छत्रसाल बुन्देला जी की जयन्ती अपनी -अपनी सुविधानुसार निर्धारित तिथि या तारीख में धूमधाम से अवश्य मनाये और यथा सम्भव जुलूस भी निकालें। किन्तु सर्वप्रथम जिला प्रशासन से लिखित अनुमति अवश्य प्राप्त कर लें। जिला प्रशासन से लिखित अनुमति प्राप्त किये बिना किसी भी प्रकार का कार्यक्रम/जुलूस का आयोजन बिल्कुल भी न करें। यदि जिला प्रशासन से लिखित अनुमति प्राप्त करने के पश्चात जयन्ती का कार्यक्रम/जुलूस आदि का आयोजन करते हैं तो उसके फोटो और लिखित रिपोर्ट ग्रुप में अवश्य भेजें और वर्तमान समय में कुछ प्रदेशों में विगत दिनों घटित साम्प्रदायिक घटनाओं के दृष्टिगत अपने बीच में उपस्थित अराजक/ अपरिचित व्यक्तियों पर अवश्य कड़ी निगरानी रखें ताकि वह आपके कार्यक्रम को प्रभावित न कर सकें। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों से जुलूस निकालने से बचने का प्रयास करें और जातिगत या साम्प्रदायिक नारों के प्रयोग पर भी विशेष ध्यान देकर कड़ाई से रोक लगाएं। ताकि आपका जुलूस / कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ सकुशल सम्पन्न हो सके।

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